x
खेल

बीसीसीआई की सख्ती से डरे ईशान किशन? ,रणजी ट्रॉफी खेलना होगा जरूरी


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्लीः पिछले कुछ दिनों से ईशान किशन (Ishan Kishan) के रवैये और इरफान पठान के बड़ा सवाल उठाने बाद अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) “सितारों” के पर कतरने की तैयारी में है. दरअसल दक्षिण अफ्रीका दौरे में ईशान किशन मानसिक थकावट की बात कहकर बीच दौरे से वापस लौटे थे, लेकिन जब वह KBC में दिखे और दुबई में पार्टी करते दिखे, तो चर्चा हो हुई, लेकिन इसे ज्यादा तूल नहीं मिला, लेकिन जब ईशान झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy 2024) में न खेलकर पांड्या बंधुओं के साथ फिटनेस ट्रेनिंग करते दिखाई पड़े, तो यह बात पूर्व क्रिकेटरों और BCCI के आला अधिकारियों को खटक गई. खासकर यह देखते हुए कि हेड कोच राहुल द्रविड़ के कहने के बावजूद सितारा खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में राज्यों को सेवा नहीं दे रहे हैं. इनमें श्रेयस अय्यर (Shryeas Iyer) भी शामिल हैं. इसी के बाद इस तरह की रिपोर्ट भी आई कि ईशान किशन के वार्षिक अनुबंध पर भी गाज गिर सकती है.

BCCI से ईशान को मिलते हैं इतने पैसे

वार्षिक अनुबंध के तहत ईशान किशन “सी’ कैटेगिरी में हैं. और उन्हें सालाना एक करोड़ रुपये मिलते हैं. रिपोर्ट ऐसी चल रही हैं कि बोर्ड ईशान का अनुबंध रद्द कर सकता है, लेकिन BCCI के अधिकारी ने इस विषय पर किसी मीटिंग से इनकार कर दिया है. बहरहाल, बोर्ड ने ईशान को झारखंड के आखिरी रणजी ट्रॉफी मुकाबले में खेलने का निर्देश जरूर दिया है.

आईपीएल की तैयारियों में जुटे ईशान किशन

दरअसल, ईशान किशन को साउथ अफ्रीका दौरे के बाद टीम से बाहर किया गया था। खबर है कि टीम मैनेजमेंट ने उन्हें वापसी के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलने की सलाह दी। हालांकि, विकेटकीपर बल्लेबाज ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में खेलने से इनकार कर दिया। फिलहाल वह बड़ौदा में आईपीएल 2024 की तैयारियां करते नजर आ रहे हैं। उन्हें आईपीएल टीम के कप्तान हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या के साथ अभ्यास करते देखा गया। बीसीसीआई ने सख्त निर्देश दिए हैं कि भारतीय टीम से बाहर चल रहे खिलाड़ियों को 16 फरवरी से शुरू हो रहे अगले राउंड से पहले अपनी-अपनी रणजी टीम में शामिल होना है।

यह नियम लागू कर सकता है BCCI

ईशान किशन के मामले के बाद बोर्ड अब एक नियम लागू कर सकता है. ईशान के रवैये के बाद इरफान पठान के सवाल, पूर्व क्रिकेटरों के बीच विमर्श और मीडिया द्वारा उठाए गए सवालों के बाद बोर्ड पर कुछ बड़ा फैसला लेने का दबाव जरूर है. बहस इस बात को लेकर चल रही है कि सितारा खिलाड़ियों को अनिवार्य रूप से रणजी मैच खेलने चाहिए. और यही वजह है कि BCCI जल्द ही इसको लेकर नियम बना सकता है. इसके तहत बोर्ड आईपीएल में खेलने की पात्रता हासिल करने के लिए हर सीजन में खिलाड़ियों के लिए कम से कम कुछ रणजी मैच खेलने का नियम बना सकता है. रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों के बीच इसको लेकर चिंतन-मनन जारी है. यह पात्रता पूरी करने के बाद ही खिलाड़ी नीलामी में हिस्सा लेने या आईपीएल में खेलने के लिए क्वालीफाई कर पाएंगे.

इस टूर्नामेंट में ईशान किशन की वापसी संभव

इस बीच खबर आई है कि ईशान किशन आईपीएल 2024 से पहले डीवाई पाटिल टूर्नामेंट में खेलते नजर आएंगे। हालांकि, युवा खिलाड़ी के रणजी ट्रॉफी में खेलने को लेकर अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईशान किशन ने क्रिकेट के चलते अपने परिवार को समय नहीं दिया था जिसकी वजह से उन्होंने इतने वक्त तक क्रिकेट से छुट्टी ली। इस दौरान वह क्रिकेट से दूर रहे। दावा किया जा रहा है कि डीवाई पाटिल टूर्नामेंट में वह खेलते नजर आ सकते हैं।

कोई “स्टार” नहीं कर पाएगा ईशान जैसा

एक अधिकारी के अनुसार, बीसीसीआई इस बात से वाकिफ है कि कुछ खिलाड़ी किसी भी तरह की रेड-बॉल क्रिकेट नहीं खेलना चाहते. अगर खिलाड़ी भारतीय टीम को सेवा नहीं दे रहे हैं, तो सर्वश्रेष्ठ बात यही है कि वे मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी के कुछ मैच खेलें. और अगर ऐसा विकल्प भी नहीं है, तो वह सत्र के दौरान राज्य के लिए रेड-बॉल क्रिकेट खेलें. अधिकार ने कहा कि ऐसे ही खिलाड़ियों को नियंत्रित करने के लिए बोर्ड अनिवार्य रूप से कम से कम 3-4 रणजी ट्रॉफी मैच खेलने का नियम बना सकता है. और फ्रेंचाइजी के रिलीज करने के बाद अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो खिलाड़ी न नीलामी में हिस्सा ले पाएंगे, और न हीं आईपीएल खेल पाएंगे.

किशन की वापसी पर क्या बोले द्रविड़?

भारत के लिए अपने अब तक के करियर में ईशान किशन ने दो टेस्ट, 27 वनडे और 32 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। 25 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने इनमें क्रमश: 78, 933 और 796 रन बनाए हैं। हाल ही में टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने ईशान किशन की वापसी पर बात करते हुए बताया था कि उन्हें टीम में जगह बनाने के लिए ‘कुछ क्रिकेट’ खेलना होगा। द्रविड़ ने कहा, “हर किसी के लिए वापसी का एक तय रास्ता है। जब भी वह तैयार है, उसे कुछ क्रिकेट खेलना होगा और वापस आना होगा। यह उसे तय करना है कि वह कब खेलना शुरू करेगा। हम उसे कुछ भी करने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं।“

बीसीसीआई जल्द ले सकता है फैसला

बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बोर्ड के अधिकारी इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं की कुछ खिलाड़ी लाल गेंद की क्रिकेट में नहीं खेलना चाहते हैं। अगर वह भारतीय टीम से बाहर हैं तो वह मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट के कुछ मैच में खेलकर उसके बाद प्रथम श्रेणी सत्र के दौरान अपनी राज्य की टीम से नहीं जुड़ते हैं।खिलाड़ियों को ऐसा करने से रोकने के लिए बोर्ड रणजी ट्राफी के तीन-चार मैच में खेलना अनिवार्य कर सकता है। अगर खिलाड़ी ऐसा नहीं करता है तो वह आइपीएल में नहीं खेल सकता है और यहां तक कि अगर उनकी फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया तो वह आइपीएल नीलामी में भाग नहीं ले सकते हैं।

Back to top button