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चंद्र ग्रहण 2023 : शरद पूर्णिमा के दिन किन किन राशि पर पड़ेगा चंद्र ग्रहण का प्रभाव ?-जानें


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नई दिल्लीः इस साल शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर शनिवार को है. शरद पूर्णिमा को माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं और उनकी स्वागत के लिए तैयारी करते हैं. धार्मिक मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करती हैं और उन लोगों के घरों में जाती हैं, जहां साफ-सफाई के साथ उचित प्रकाश की व्यवस्था होती है. इस बार शरद पूर्णिमा के दिन 5 राशि के जातकों पर माता लक्ष्मी की कृपा हो सकती है. उनके धन-संपत्ति में वृद्धि के साथ बिजनेस और नौकरी में तरक्की के योग बन सकते हैं. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि शरद पूर्णिमा पर किन 5 राशिवालों को माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी? उनको क्या लाभ हो सकते हैं?

28 अक्टूबर को खंडग्रास चंद्रग्रहण

28 अक्टूबर को पूर्णिमा के दिन पड़ रहे खंडग्रास चंद्रग्रहण को लेकर भारत के लोगों को सावधान रहना चाहिए. यह चंद्र ग्रहण भारत सहित कुछ अन्य देशों में भी दिखेगा. आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा 28 अक्टूबर को है और इसी रात यह चंद्र ग्रहण अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि में लगेगा. यह ग्रहण भारत के अलावा एशिया, यूरोप, अफ्रीका, पश्चिम दक्षिण प्रशांत महासागर, अमेरिका का पूर्वी भाग, अटलांटिक महासागर और हिंद महासागर में भी दिखेगा.

5 राशिवालों पर होगा सकारात्मक प्रभाव

वृष: शरद पूर्णिमा पर आपकी राशि के जातकों को माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है. बिजनेस से जुड़े लोगों को बड़े लाभ की संभावना बन रही है. घर और संतान के बारे में कोई सुखद समाचार प्राप्त होगा. इस दिन आपका कोई नया दोस्त बन सकता है, जो आगे चलकर मददगार साबित होगा. आपकी आर्थिक स्थि​ति में सुधार होगा, लेकिन इस दिन कोई निवेश करने से बचें.

मिथुन: शरद पूर्णिमा का दिन आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है. पारिवारिक जीवन सुखमय होगा और करियर के क्षेत्र में आपके पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है. आपकी सेहत अच्छी रहेगी. परिजनों के साथ संबंध अच्छे होंगे. घर में हंसी-खुशी का माहौल रहेगा. पुराने अटके हुए काम पूरे होंगे और आपको सफलता प्राप्त होगी. बिजनेस में धन लाभ का सुनहरा मौका मिल सकता है.

कर्क: शरद पूर्णिमा पर बिजनेस करने वाले जातकों को धन लाभ हो सकता है. आपको मुनाफा कमाने का अवसर मिलेगा. उस दिन आपको मां से प्यार मिलेगा. वह कोई लाभ के स्वरूप में हो सकता है. शरद पूर्णिमा के दिन आप कुछ नई चीजों के सृजन पर काम कर सकते हैं. कोई नया काम शुरू कर सकते हैं, जिसमें सफलता की पूरी उम्मीद होगी. पूजा पाठ में मन लगेगा. यह दिन आापके सुख और सुविधाओं में वृद्धि वाला हो सकता है. सेहत का ध्यान रखना होगा

सिंह: शरद पूर्णिमा के अवसर पर आप कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं तो समय अनुकूल है. सोचिए मत, कर डालिए. हालांकि दोपहर से चंद्र ग्रहण का सूतक काल लगेगा, ऐसे में आप दोपहर पूर्व ही काम कर लें. आपको पिता से मदद मिलेगी. वह धन लाभ या अच्छे सुझाव के रूप में हो सकता है. बिजनेस और नौकरी की दृष्टि से शरद पूर्णिमा का दिन अच्छा रहेगा. भाग्य का पूरा साथ मिलेगा.

वृश्चिक: शरद पूर्णिमा पर माता लक्ष्मी के आशीर्वाद से बिजनेस में सफलता प्राप्त होगी. आप अपने काम के विस्तार पर विचार कर सकते हैं. इसमें आपको दोस्तों से मदद मिल सकती है. इस दिन आप अपने शत्रुओं पर हावी रहेंगे. आपका दबदबा बढ़ा हुआ होगा. शरद पूर्णिमा पर शिक्षा और प्रतियोगिता से जुड़े लोगों को सफलता प्राप्त हो सकती है. पारिवारिक जीवन सुखमय होगा. नए काम के लिए यह दिन ठीक है.

इस समय से लगेगा सूतक, इन राशिवालों पर होगा नकारात्मक प्रभाव

भारतीय समयानुसार चंद्र ग्रहण की छाया का प्रवेश रात्रि 11:32 बजे होगा, स्पर्श रात्रि 1:05, ग्रहण का मध्य रात्रि 1:44, मोक्ष रात्रि 2:23 और छाया का निर्गम रात्रि 3:56 होगा. भारत में यह ग्रहण दिखने के कारण सूतक दिन में 4.05 से प्रारंभ हो जाएगा. जिन हिस्सों में यह ग्रहण दिखेगा वहां पर वेध, सूतक, स्नान, दान पुण्य कर्म आदि सभी नियम माने जाएंगे. चंद्रग्रहण मेष, कन्या और मकर राशि वालों के लिए अशुभ तथा कष्टकारी रहेगा जबकि वृष, सिंह, तुला, धनु और मीन राशि के लिए सामान्य रहेगा. वहीं मिथुन, कर्क, वृश्चिक एवं कुंभ राशि के लोगों के लिए सुखद रहेगा. ऐसे में जिन राशि वालों के लिए ग्रहण का प्रभाव अशुभ है, उन्हें भूलकर भी कल चन्द्रमा नहीं देखना चाहिए. साथ ही ग्रहण के दौरान बाहर निकलने से बचना चाहिए.

ग्रहण में इन नियमों का करें पालन

ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर अलर्ट रहना चाहिए. सूतक प्रारंभ होते ही मेष राशि वालों को ध्यान रखना होगा कि ग्रहण की समाप्ति तक उन्हें कुछ भी नहीं खाना है. उन्हें इस दौरान उपवास करना होगा और ग्रहण खत्म होने के बाद वे दान अवश्य करें. क्‍योंकि यह ग्रहण मेष राशि में ही लग रहा है और इस राशि के जातकों पर नकारात्‍मक प्रभाव डालेगा.

ईष्टदेव के मंत्र का करें जाप

इसके अलावा ग्रहण काल में भगवान श्री राम, कृष्ण, हनुमान जी आदि जो भी ईष्टदेव हों उनके मंत्र का जाप करें. इसके लिए भी आपको एकांत चुनना चाहिए और सिर से कपड़ा ढंककर बैठना चाहिए. ग्रहण काल में किसी मूर्ति को स्पर्श नहीं करना है. यदि आप कोई मंत्र नहीं जानते हैं तो सिर्फ नाम जप करें. जाप समाप्त होने के बाद पहने हुए कपड़ों सहित स्नान करें यानी पहले सारे कपड़े गीले कर दें और फिर स्नान करें, इसके बाद ही दानकर्म करें और कुछ खाएं-पिएं.

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