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किसान महापंचायत में राकेश टिकैत का ऐलान , बोले – हरियाणा में हिंदू यात्रा निकाली तो, हम भी निकलेंगे ट्रैक्टर यात्रा…


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नई दिल्लीः विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि वो नूंह में सावन के आखिरी सोमवार को अपनी धर्म यात्रा को पूरा करेगी. हालांकि प्रशासन ने किसी को भी यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी है. इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि अगर किसी ने माहौल बिगाड़ने के लिए यात्रा निकाली तो हम भी ट्रैक्टर लेकर पहुंच जाएंगे.अलवर में शनिवार को किसान भाईचारा महापंचायत हुई. इसमें किसान नेता राकेश टिकट ने केंद्र सरकार के खिलाफ जहर उगला. उन्होंने कहा अगर 28 तारीख को हरियाणा में अगर हिन्दू संगठनों की यात्रा निकलेगी. तो किसान भी ट्रैक्टर यात्रा निकलेगा. उन्होंने देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर जमकर हमला बोला व कहा कि जो अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के नहीं हुए. वो आप लोगों के क्या होंगे. उसे पार्टी में बोलने की आजादी नहीं है. साथ ही केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि लोगों को आपस में लड़ा कर यह लोग सत्ता तक पहुंचाते हैं. देश में कमजोर विपक्ष तानाशाहों को जन्म देता है.

पिछले दिनों हिंसा के चलते सुर्खियों में रहने वाला नूंह एक बार फिर तनावपूर्ण हालातों में घिरा दिखाई दे रहा है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने सोमवार को एक बार फिर से धार्मिक यात्रा निकालने का ऐलान किया है. पुलिस से इजाजत न मिलने के बाद भी VHP यात्रा निकालने की जिद पर अड़ी हुई है. वहीं अब राकेश टिकैत ने भी इस यात्रा पर हमला बोल दिया है और साफ-साफ कहा है कि किसी ने माहौल बिगाड़ने के लिए यात्रा निकाली तो इसके जवाब में वो भी ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे.मेवात में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद अभी तक हालात सामान्य नहीं हुए हैं. हरियाणा के मेवात में धारा 144 लगी हुई है. तो हिंदू संगठन फिर से यात्रा निकालने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में हरियाणा से सटे हुए अलवर में शनिवार को किसान भाईचारा महापंचायत हुई. इसमें देशभर से किसान नेता व हजारों की संख्या में लोग पहुंचे.

राजस्थान में पड़ने वाले मेवात इलाके में किसानों की महापंचायत बुलाई गई थी. यहां मंच से टिकैत ने दो टूक कहा कि अगर 28 तारीख को नूंह में यात्रा निकाली गई, तो किसान भी ट्रैक्टर यात्रा निकालेंगे. टिकैत का हमला माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर था. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी यात्रा नूंह में निकाली गई, तो वहां पर पंचायत बुलाई जाएगी और फिर ट्रैक्टर यात्रा की जाएगी.अलवर और भरतपुर मेवात क्षेत्र में शामिल है. इसलिए मेवात के नेताओं की यहां भी सक्रियता रहती है. किसान नेता हर्ष छिकारा ने कहा कि हम लोगों में हिंदू, मुस्लिम, सिख व ईसाई की भावना रहती है. हम हिंदुस्तानी हैं. भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब उनको फांसी दी जा रही थी. तो उससे पहले शहीदों की जयकार कर रहे थे. उसी समय किसी में भी मानवता नजर नहीं आई. अगर मानवता होती और सब में एकता होती, तो जेल तोड़कर उनको निकाल लिया जाता और आज सभी जिंदा होते. उन्होंने कहा कि समाज के लोगों द्वारा उनको कई तरह की धमकियां दी गई.

टिकैत ने उनपर हमला करने वालों को भी जवाब देते हुए कहा, जो लोग सोशल मीडिया पर कहते हैं कि हमारे ट्रैक्टर कहां हैं? मैं मेवात की धरती से उन्हें बता दूं कि ट्रैक्टर भी यहीं हैं और आदमी भी यहीं हैं. टिकैत ने बताया कि 4 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख आदमी तैयार हैं. अगर किसी ने नूंह में माहौल खराब करने के इरादे से यात्रा निकाली तो इन 4 लाख ट्रैक्टरों से वहां यात्रा निकाली जाएगी और इनकी संख्या बढ़ भी सकती है.इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. बिना नाम लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को लेकर विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि वो अपनी ही पार्टियों के नेताओं के नहीं हुए. लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं की आज पार्टी में पूछ नहीं होती है. उन्हें बोलने की आजादी नहीं है. जब उनकी मृत्यु होगी. तो उनके फूल को लोटे में लेकर 51 जगह पर वो लोग घूमेंगे और उसे पर भी राजनीति करेंगे.

उन्होंने कहा कि देश में दो तरह के हिंदू, दो तरह के मुसलमान और दो तरह के सिख हैं. हम भारतीय हिंदू हैं. इसमें भारतीय मुसलमान और भारतीय सिख भी हैं. देश में कमजोर विपक्ष तानाशाहों को जन्म देता है. विपक्ष द्वारा कोई बड़ा विरोध प्रदर्शन नहीं किया गया. ना ही सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई गई. देश के हालात खराब हो रहे हैं. उन्होंने कहा की आपस में लोगों को लड़ने वाले लोग सभी समाजों में शामिल हो रहे हैं. सिख समाज में ऐसे लोग शामिल हुए. तो वहां घटनाएं हुई. मेवात समाज में भी ऐसे लोग शामिल हो रहे हैं. वो केवल उन लोगों के इशारे पर काम करते हैं.किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रशासन को भी चेतावनी देते हुए कहा, 28 तारीख को अगर उन्हें (हिंदू संगठनों को) यात्रा निकालने की इजाजत मिलती है तो हम भी जाएंगे. तारीख भी हमारी होगी और जगह भी हम ही तय करेंगे. हालांकि पुलिस ने अभी तक हिंदू संगठनों को नूंह में यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी है. वहीं पुलिस लगातार ऐहतियातन सुरक्षा के उपाय भी कर रही है.

नूहं में इंटरनेट और मैसेजिंग की सर्विस प्रशासन ने पहले ही बंद की हुई है. साउथ रेवाड़ी रेंज के आईजी राजेंद्र कुमार ने बताया है कि प्रशासन ने किसी को भी यात्रा की इजाजत नहीं दी है. हम समझा-बुझा कर कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं. कानून व्यवस्था लागू रखने के लिए भी भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. वहीं नूंह में गुरुग्राम के पहले पड़ने वाले टोल नाके पर भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है.नलहर मंदिर में जहां से हिंदू संगठनों ने यात्रा निकालने की बात कही है, वहां से 200 मीटर पहले ही लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती की गई है और सुरक्षाबल किसी को भी मंदिर की तरफ नहीं जाने दे रहे हैं. पुलिस के अलावा स्थानीय लोगों ने भी किसी तरह की अप्रिय घटना को टालने के लिए बैठकें की हैं. नूंह के खेडला गांव की पंचायत में दोनों समुदायों के लोग इकट्ठे हुए और उन्होंने ये तय किया कि वो शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में नहीं आने देंगे.

स्थानीय लोगों का कहना है कि यात्रा से किसी को कोई परेशानी नहीं है. अगर यात्रा शांति से निकलती है तो निकलने देनी चाहिए. वहीं विश्व हिंदू परिषद इजाजत न मिलने के बाद भी यात्रा निकालने की जिद पर अड़ा हुआ है.VHP नेता आलोक कुमार का कहना है कि शांति और सद्भाव बनाए रखते हुए सावन के आखिरी सोमवार को हिंदू समजा मेवात में अपनी धर्म यात्रा पूरी करेगाउन्होंने मेव समाज के लोगों से कहा कि फालतू चीजों पर ध्यान नहीं देकर पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए. अपने बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करवाए. उनको नौकरियों पर लगवाएं. यह तानाशाह लोग नहीं चाहते कि आप लोग आगे बढ़े. इसलिए आपस में लाडवा कर सत्ता पर काबिज रहते हैं. राजा की जो पॉलिसी लोगों को लड़वाने की है. उसे पर काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि खाप पंचायत लगातार काम कर रही है. मेव समाज शांतिपूर्ण तरह से मीटिंग करो और अपना काम चलाओ. घबराने की जरूरत नहीं है. वो लोग भड़काने का काम करते हैं.

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