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बच्‍चों को सेविंग्‍स सिखाने के लिए SBI ने शुरू किया ‘पहला कदम’और’पहली उड़ान’


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नई दिल्ली – अपने माता-पिता को देखकर ही बच्‍चे काफी कुछ सीखते हैं. इसलिए बचपन से ही हर पैरेंट्स को अपने बच्‍चों को वो आदतें डलवानी चाहिए जो भविष्‍य में उनके लिए मददगार साबित हों. पैसों की बचत करने की आदत भी बच्‍चों को बचपन से ही डालनी चाहिए ताकि वे धन की अहमियत को सीख सकें.

एसबीआई का’पहला कदम’ एक बचत खाता है. इस अकाउंट को जॉइंट अकाउंट के तौर पर खोला जाता है. दूसरे अकाउंट होल्‍डर के रूप में इसमें बच्‍चे के पैरेंट्स या कानूनी रूप से जो भी अभिभावक हैं, उनका नाम शामिल होता है. इस अकाउंट को चलाने के लिए मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती. इसे एसबीआई बैंक की किसी भी शाखा में खुलवाया जा सकता है.

नाबालिग के लिए SBI का ‘पहला कदम’ और ‘पहली उड़ान’ खाते को आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह खुलवा सकते हैं. ऑनलाइन खाता आप एसबीआई की वेबसाइट या यूनो ऐप के जरिए खोल सकते हैं, वहीं ऑफलाइन खाता खुलवाने के लिए आपको बैंक की ब्रान्‍च में जाना होगा.

SBI की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक ‘पहला कदम’ और ‘पहली उड़ान’, दोनों ही खातों पर इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, चेक बुक और एटीएम कार्ड जैसी सुविधाएं दी जाती हैं. दोनों ही अकाउंट पर ब्‍याज दर सामान्‍य बचत खाते के समान 2.70% प्रतिवर्ष के हिसाब से दी जाती है.
‘पहला कदम’ अकाउंट के लिए, 5,000 रुपए की निकासी / पीओएस सीमा के साथ बच्चे का फोटो के साथ एटीएम-सह-डेबिट कार्ड नाबालिग और गार्जियन के नाम से जारी किया जाता है. साथ ही नाबालिग के नाम पर गार्जियन को पर्सनल चेकबुक (10 चेक पत्तियों के साथ) जारी की जाती है.
वहीं ‘पहली उड़ान’ खाते की बात करें तो इसमें 5,000 रुपए की निकासी / पीओएस सीमा के साथ उभरा हुआ एटीएम-सह-डेबिट, नाबालिग के नाम से जारी किया जाता है. पर्सनल चेकबुक (10 चेक पत्तियों के साथ) जारी की जाती है.

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