Batla House Encounter Case : दोषी आरिज खान को अदालत ने सुनाई फांसी की सजा
नई दिल्ली – दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की हत्या और 2008 बटला हाउस मुठभेड़ से जुड़े अन्य मामलों के दोषी आरिज खान को फांसी की सजा सुनाई है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संदीप यादव ने सजा सुनाई है। साकेत कोर्ट ने इसे रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस माना है। कोर्ट ने आरिज पर 11 लाख का जुर्माना भी लगाया है।
बाटला हाउस एनकाउंटर मामले पर दिल्ली की साकेत कोर्ट में इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी आरिज खान की सजा का ऐलान कर दिया है। कोर्ट ने आरिज को 302 का मुजरिम माना है। आरिज पर 11 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है, जिसमें से 10 लाख मोहन चंद शर्मा के परिवार को मिलेंगे। बता दें कि इससे पहले शहजाद को उम्र कैद की सजा 2013 में ही हो चुकी है। आरिज और शहजाद बटला हाउस एनकाउंटर के बीच भाग गए थे। जज संदीप यादव ने 8 मार्च को आरिज को दोषी करार दिया था। सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने कोर्ट से आरिज को मौत की सजा देने की अपील की थी।
Delhi Court awards death penalty to convict Ariz Khan in 2008 Batla House encounter case.
The court calls the case as 'rarest of rare case'
— ANI (@ANI) March 15, 2021
कोर्ट ने आरिज खान को IPC की धारा 302, 307 और आर्म्स एक्ट में दोषी करार दिया था। आरिज खान ने इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा पर गोली चलाई थी जिससे उनकी जान चली गई। कोर्ट ने आरिज को हत्या, हत्या की कोशिश जैसी IPC की धारा संगीन धाराओं 186, 333, 353, 302, 307, 174A, 34 और आर्म्स एक्ट के तहत दोषी करार दिया। आरिज खान को दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर के 10 साल बाद फरवरी 2018 में गिरफ्तार किया था। आरिज के दोषी करार होने को दिल्ली पुलिस अपनी बड़ी कामयाबी मान रही है।
बाटला हाउस एनकाउंटर में 26 लोगों की गई थी जान –
13 सितंबर 2008 को दिल्ली के कई इलाकों में सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे, ब्लास्ट में 26 लोगों की जान गई थी और करीब 133 घायल हुए थे, ब्लास्ट के पीछे आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का हाथ होने की बात सामने आई थी। मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को 19 सितंबर 2008 को खबर मिली थी कि आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के कई आतंकवादी आरिज खान, आतिफ अमीन, मोहम्मद साजिद, मोहम्मद सैफ और शहजाद अहमद बाटला हाउस की बिल्डिंग L-18 के फ्लैट में मौजूद हैं। इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा अपनी टीम के साथ आतंकियों को पकड़ने के लिए पहुंची तो आतंकियों और पुलिस के बीच एनकाउंटर हुआ, जिसमें इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा शहीद हो थे।