मुंबई – मुंबई में डेल्टा प्लस वेरिएंट से पहली मौत का मामला दर्ज किया गया है। जुलाई में घाटकोपर में रहने वाली एक महिला की मौत कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट से हुई थी। ये महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के इस वेरिएंट से मौत का दूसरा मामला है। पहला मामले में 13 जून को रत्नागिरी में 80 साल की महिला की मौत डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से हुई थी।
11 अगस्त को ये जानकारी मिली की मुंबई में महिला की मौत डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से हुई है। राज्य सरकार ने बीएमसी को जानकारी दी कि जीनोम सीक्वेंसिंग जांच में पता चला है कि मुंबई में 7 लोग डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित है। इसके बाद बीएमसी ने इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों से बातचीत करनी शुरू की। मुंभई के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ. मंगला गोमारे ने बताया कि 63 वर्षीय मरीज का डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित होने के बाद निधन हो गया था। इसके बाद हमने उनके संपर्क में आए 6 कोरोना पॉजिटिव लोगों के सैंपल पूरी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लिए गए। इस जांच में 6 में संपर्क में आए 2 और लोग डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए। जबकि बाकि लोगों की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
महिला इंटरसिटिशियल लंग और ऑब्सट्रक्टिव एयरवे से पीड़ित थी। इसलिए उन्हें घर पर ही ऑक्सीजन दी जा रही थी। महिला ने कोरोना वायरस की दोनों डोज ली थी, इसके बाद भी वो 21 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव हो गईं। इसके बाद 24 जुलाई को उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया और तीन बाद उनकी मौत हो गई। मृतक को पहले विक्रोली के गोदरेज मेमोरियल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जब उनकी तबीयत बिगड़ने लगी तो उनके परिवार ने उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उनकी मौत हो गई।