रूस के खिलाफ यूरोपीय देशों की ओर से प्रतिबंधों का दौर लगातार जारी
नई दिल्ली: यूक्रेन पर हमलों को लेकर रूस के खिलाफ यूरोपीय देशों की ओर से प्रतिबंधों का दौर लगातार जारी है। नए कदम में यूरोपीय संघ (ईयू) ने 20 रूसी एयरलाइंस को ब्लैकलिस्ट कर दिया है।
क्रोएशिया के विदेश मंत्रालय ने रूसी दूतावास के 24 कर्मचारियों को देश से बाहर निकालने का फैसला लिया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन के खिलाफ हमले को लेकर रूस के राजदूत को समन किया गया था। उन्हें जगरेब में रूसी संघ के दूतावास में प्रशासनिक और तकनीकी कर्मचारियों की कमी के बारे में बता दिया गया है।
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) से रूस के निलंबन की निंदा की है। उन्होंने इसे इसे राजनीतिक आधिपत्य बनाए रखने के लिए अमेरिका और पश्चिमी देशों के नेतृत्व में किया गया एक ‘अनुचित कार्य’ कहा है। बीते गुरुवार को हुई संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में 93 सदस्य देशों ने रूस को मानवाधिकार परिषद से बाहर करने के समर्थन में मतदान किया था। 24 सदस्यों ने इसके विरोध में वोट किया था और 58 ने मतदान में भाग नहीं लिया था। इस प्रस्ताव के विरोध में वोट करने वाले देशों में रूस, उत्तर कोरिया, चीन, क्यूबा, ईरान, सीरिया और वियतनाम जैसे देश शामिल थे।
हंगरी ने रूसी ऊर्जा कंपनी गजप्रोम के साथ प्राकृतिक गैस के अपने अनुबंध को संशोधित करने की योजना बनाई है ताकि रूसी गैस का भुगतान रूबल में करने को लेकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मांग को पूरा की जा सके। हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हंगरी की ऊर्जा कंपनियां एमवीएम, सीईई एनर्जी गजप्रॉमबैंक को गैस के लिए यूरो में बिल का भुगतान करेगी, जो भुगतान को रूबल में बदल देगा और उन्हें गैस प्रदाता गजप्रोम एक्सपोर्ट में स्थानांतरित कर देगा।