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धोनी की बायोपिक बनाने वाली कंपनी ने अब चुनी प्रवीण ताम्बे की कहानी


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मुंबई – 17 साल बाद अभिनेता श्रेयस तलपडे ने फिर क्रिकेट की गेंद पकड़ी है। श्रेयस को हिंदी सिनेमा में पहली शोहरत एक दिव्यांग क्रिकेटर के किरदार में साल 2005 में फिल्म ‘इकबाल’ में मिली और अब वह अगले महीने रिलीज होने जा रही फिल्म ‘कौन प्रवीण ताम्बे?’ में फिर एक बार अपनी अंगुलियों का कमाल दिखाने जा रहे हैं। जैसा कि फिल्म का नाम है, क्रिकेट खिलाड़ी प्रवीण ताम्बे का नाम सामने आने पर तमाम लोग यही सवाल करते हैं, लेकिन प्रवीण ताम्बे की कहानी तमाम खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा की एक अनूठी कहानी है। प्रवीण ने 41 साल की उम्र में आईपीएल में अपना करियर शुरू किया और अपनी मेहनत व लगन से न सिर्फ अपने साथियों का बल्कि जनता का दिल भी जीत लिया।

फिल्मकार नीरज पांडे व शीतल भाटिया की फिल्म ‘एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ बनाने वाली कंपनी फ्राइडे फिल्मवर्क्स ने बूटरूम स्पोर्ट्स नाम की एक और कंपनी खोली है। और, इस कंपनी की पहली फिल्म के तौर पर बनाई है फिल्म ‘कौन प्रवीण ताम्बे?’। साजिद नाडियाडवाला और करण जौहर जैसे दिग्गज निर्माताओं के साथ धुंआधार बजट वाली फिल्में बनाती रही कंपनी फॉक्स स्टार स्टूडियोज ने ही इस फिल्म में पैसा लगाया है। डिज्नी स्टूडियोज के पास आने के बाद से इस कंपनी की भीतर बाहर से मरम्मत जारी है। कंपनी के तमाम ऐसे अफसरों की छुट्टी की जा चुकी है जिनके चलते कंपनी को खासा नुकसान उठाना पड़ा। फॉक्स स्टार स्टूडियोज ने ये एक छोटे बजट की फिल्म बनाई है जो सीधे ओटीटी पर रिलीज होने जा रही हैअपनी बायोपिक के परदे पर रिलीज होने के दिन करीब आते देख क्रिकेटर प्रवीण ताम्बे इन दिनों काफी भावुक हैं। वह कहते हैं, ‘मैं तो ये सोचकर ही काफी कृतज्ञ महसूस करता हूं कि मेरी कहानी ने लोगों को प्रेरित किया और अब इस पर फिल्म भी बन गई। मैं सिर्फ यही चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने सपनों से प्रेरणा लेनी चाहिए और उम्र, समय या परिस्थिति से हार न मानते हुए अपनी क्षमता को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। मेरे परिजन और मेरी मित्र मंडली इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रही है।’

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