आज फिर तीन Rafale हिंदुस्तान की जमी पर करेगा लैंड, एयरफोर्स की बढ़ेगी ताकत
नई दिल्ली – राफेल लड़ाकू विमान के 11 खेप पहुंचने के बाद अब आज और 3 राफेल लड़ाकू विमान का खेप भारत पहुंच रहा है। जिससे सेना की ताकत और बढ़ जाएगी। सबसे पहले 5 राफेल को पहले ही भारतीय वायुसेना का हिस्सा बना दिया गया है। अब और 3 राफेल से वायुसेना की ताकत में जरूर इजाफा होगा।
तीन नए राफेल लड़ाकू जेट अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल होंगे। तीनों लड़ाकू जेट मेरिनैक एयरबेस से उड़ान भर चुके हैं और शाम 7 बजे के आसपास गुजरात में लैंड करेंगे। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) वायु सेना के एयरबस 330 मल्टी-रोल ट्रांसपोर्ट टैंकर आसमान में ओमान की खाड़ी में इन राफेल लड़ाकू जेट में फ्यूल भरेंगे, यानि उड़ान के दौरान आसमान में ही ईंधन भरा जाएगा।
इन 3 नए राफेल जेट के शामिल होने के बाद इनकी संख्या 14 तक पहुंच जाएगी। बता दें कि भारत ने फ्रांस सरकार के साथ सितंबर, 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा किया था।
राफेल की ताकत –
– हथियारों से लैस राफेल लड़ाकू विमान में एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है और यह एक 4.5 जेनरेशन वाला लड़ाकू विमान है। राफेल लड़ाकू विमानों में 74 किलो न्यूटन के थ्रस्ट वाले दो एम88-3 साफ्रान इंजिन दिए गए हैं। राफेल फाइटर जेट एक विमान से दूसरे विमान को ईंधन देने में भी सक्षम होते हैं। राफेल करीब 2,222.6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार और 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
– यह एक बार में लगभग 3,700 किलोमीटर तक बढ़ सकता है, और इस रेंज को मिड-एयर रीफ्यूलिंग के साथ बढ़ाया भी जा सकता है। राफेल एक बार में कई तरह की मिसाइलें ले जा सकते हैं। यह हवा-से-हवा में मार करने वाली एक मिसाइल है, जो तकरीबन 150 किमी दूर से दुश्मन के विमानों को निशाना बना सकती है।
– राफेल में मौजूद यह मिसाइल प्रणाली हवा-से-हवा में मार करने वाली प्रणाली है और इससे 100 किलोमीटर दूरी तक फायर किया जा सकता है।