नई दिल्ली – वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से भारत की जंग जारी है। वायरस से लड़ाई में कोविड-19 टीकाकरण शुरू से एक बड़ा हथियार बना हुआ है, इस बीच देश में टीकाकरण अभियान के तहत 12-14 साल के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन की पहली डोज की शुरुआत हो गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को इस बात की जानकारी देते हुए बच्चों के परिजन से टीकाकरण लगवाने का आग्रह किया था।
उन्होंने कहा था कि यदि बच्चे सुरक्षित होंगे तो देश सुरक्षित होगा। उनके इस आग्रह का नतीजा आज टीकाकरण केंद्रों पर देखने को मिला जब भारी संख्या में परिजन अपने बच्चों को लेकर टिका लगवाने पहुंचे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति में बताया था कि वैज्ञानिक निकायों के साथ विचार-विमर्श के बाद टीकाकरण का निर्णय लिया गया। प्रशासित किया जाने वाला टीका कार्बेवैक्स है, जो जैविक ई लिमिटेड, हैदराबाद द्वारा निर्मित है। आपको बता दें कि यह COVID-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (RBD) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिविल अस्पताल में टीकाकरण बूथ में पहुंचकर 12-14 आयु वर्ग के बच्चों का कोविड०-19 टीकाकरण और 60 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए प्रीकाशन डोज की सुविधा का निरीक्षण किया, जिस दौरान उन्होंने टीकाकरण ले रहे बच्चों से बातचीत भी की।