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गिलोय का Juice पीने से सेहत को होते है गजब के फायदे-जानें


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नई दिल्लीः गिलोय एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करती है. गिलोय के जूस को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. गिलोय की पत्त‍ियों में कैल्शि‍यम, प्रोटीन, फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसके तनों में स्टार्च की भी अच्छी मात्रा होती है.

गिलोय का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में किया जाता है

गिलोय का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में किया जाता है. इसके जूस के सेवन से इम्यूनिटी पावर को बढ़ाया जा सकता है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देश भर में तबाही मचा दी है. ऐसे में कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ इम्यूनिटी को मजबूत बनाने की ओर जोर दे रहे हैं. दरअसल मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई वायरल, संक्रमण से बचाने में मदद करती है. गिलोय का काढ़ा कई दिन तक लगातार पीने से पुराने से पुराना बुखार भी ठीक किया जा सकता है. गिलोय को पाचन तंत्र मजबूत करने में भी मददगार माना जाता है. तो चलिए आज हम आपको गिलोय का जूस पीने के फायदे बताते हैं.

बुखार का इलाज

गिलोय का उपयोग बुखार को ठीक करने के लिए भी किया जाता रहा है। NCBI की एक स्टडी ने भी इस बात के संकेत एक रिसर्च में देखी है कि गिलोय में बुखार को ठीक करने के गुण होते हैं जो शरीर के तापमान को कम करने और लंबे समय से न ठीक होने वाले बुखार का भी इलाज करने में मदद कर सकते हैं।

इम्यूनिटी को मजबूत रखे

गिलोय का जूस नियमित पीने से इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है. गिलोय में पाए जाने वाले पोषक तत्व सेहत के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं. मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई वारयल संक्रमण से बचाने में मदद कर सकती है.

पाचन में सुधार करता है

गिलोय में पाचन क्रिया को बढ़ाने वाले गुण होते हैं, जो पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाने और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करते हैं। इसके कारण को समझना भी काफी आसान है। National Library Of Medicine के एक शोध में भी यह पाया गया है कि गिलोय पाचन क्रिया को बूस्ट करने के लिए सकारात्मक असर दिखाता है।

डायबिटीज

डायबिटीज आज के समय की एक गंभीर समस्या में से एक है. गिलोय के जूस को डायबिटीज में काफी फायदेमंद माना जाता है. अगर आप टाइप 2 डायबिटीज की समस्या से परेशान हैं तो गिलोय के जूस का सेवन कर सकते हैं.

तनाव और थकान को कम करता है

गिलोय में एडाप्टोजेनिक गुण होते हैं, जो शरीर के तनाव और हार्मोन के लेवल को नियंत्रित करके तनाव और थकान को कम करने में आपकी काफी मदद करते हैं।

त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करता है

गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करने और मुंहासे, धब्बे और अन्य स्किन कंडीशन को भी काफी कम कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुण से परिपूर्ण होने के कारण यह एजिंग के प्रभाव को काफी कम कर देता है।

मोटापा

अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं तो ऐसे में गिलोय का सेवन करें, इसके एक चम्मच जूस में एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह पीने से वजन को आसानी से कम किया जा सकता है.

खूबसूरती बढ़ाएं

गिलोय का जूस न केवल हेल्‍थ के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि यह त्वचा और बालों को भी सुंदर बनाता है। इसमें एंटी एजिंग गुण होते हैं, जिसकी मदद से चेहरे से काले धब्बे, मुंहासों, फाइन लाइन्‍स और झुर्रियों से बचा जा सकता है। इसके सेवन से आप निखरी और ग्‍लोइंग त्वचा पा सकती हैं। इसके अलावा यह बालों के लिए भी बहुत अच्‍छा होता है। अगर आप बालों में डैंड्रफ, बाल झडऩे या सिर की त्वचा की अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं तो गिलोय के सेवन से आपकी ये समस्याएं भी दूर हो जाएंगी।

सूजन कम करता है

गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सामान्य कारणों से होने वाली सूजन को कम करने और दर्द से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है। इसके लिए आप गिलोय के जूस या फिर टैबलेट का भी सेवन कर सकते हैं।

गिलोय जूस बनाने का तरीका

गिलोय के कुछ डंडियों लें और उन्हें एक गिलास पानी में तब तक उबालें जब तक कि पानी कम मात्रा में न रह जाए। पानी को छान लें और रोजाना इसका सेवन करें। यह आपके ब्‍लड को शुद्ध करने, विषाक्त पदार्थों को हटाने और रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करेगा।

दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम करता है

CDC (Centers for Disease Control and Prevention) के अनुसार, गिलोय में कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में भी मदद करते हैं। रिसर्चगेट पर मौजूद एक स्टडी इस बारे में पुष्टि भी करती है।

अर्थराइटिस के लिए फायदेमंद

अर्थराइटिस में न सिर्फ जोड़ों में दर्द होता है, बल्कि अकड़न के कारण चलने-फिरने में भी परेशानी होती है। गिलोय जूस में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-आर्थ्रिटिक गुण होते हैं जो अर्थराइटिस के लक्षणों का इलाज करने में मदद कर सकते हैं।

एनीमिया दूर करें

आमतौर पर एनीमिया आयरन की कमी के कारण होता है, लेकिन कैंसर, ऑटोइम्यून रोग, संक्रमण और क्रोनिक किडनी रोगों के कारण भी एनीमिया हो सकता है। यह सूजन के एनीमिया के रूप में जाना जाता है। शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के छोटे जीवन काल के कारण सूजन प्रेरित एनीमिया होता है और नई लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में भी दमन होता है। ज्‍यादातर भारतीय महिलाएं में एनिमिया की कमी पाई जाती है। इससे उन्हें हर समय थकान और कमजोरी महसूस होती है। गिलोय जूस के सेवन से शरीर में रेड ब्‍लड सेल्‍स की संख्या बढ़ जाती है और एनीमिया से छुटकारा मिलता है।

स्ट्रेस करता है कम

आजकल तनाव या स्ट्रेस एक बड़ी समस्या बन चुका है। गिलोय के रस का सेवन चिंता, तनाव और डिप्रेशन को दूर करने में मदद करता है, गिलोय में एडाप्टोजेनिक गुणों की उपस्थिति नसों को शांत करने में मदद करती है और तनाव से राहत देने वाले हार्मोन को बढ़ावा देती है। वास्तव में, गिलोय पाउडर का उपयोग स्वाभाविक रूप से तनाव और चिंता को कम करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं में एक सक्रिय घटक के रूप में किया जाता है।

अस्थमा में फायदेमंद

अस्‍थमा से परेशान महिलाओं को अपनी डाइट में गिलोय के जूस को शामिल करना चाहिए। अस्थमा एक पुरानी फेफड़ों की बीमारी है जो वायुमार्ग में सूजन के कारण होती है। अस्थमा, खांसी और नाक की एलर्जी जैसे कफ संबंधित विकारों के लिए गिलोय का जूस बहुत अच्‍छा होता है।

खून साफ करने के लिए

गिलोय के रोजाना उपयोग से खून साफ होता है. इसके लिए गिलोय के तनों को पानी में अच्छे से उबाल लें और उन्हें छान लें. फिर इस लिक्विड को पी लें. इससे शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर हो जाते हैं और खून साफ रहता है.

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