मुंबई – बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता शशि कपूर (Shashi Kapoor) अपने चाहने वालों के दिलों में आज भी बसे हुए हैं. एक्टर का 18 मार्च 1938 को कोलकाता में हुआ था. फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने वाले एक्टर हमेशा से फिल्मी दुनिया में काम करने का शौक रखते थे. लेकिन क्या आप जानते हैं एक्टर का असली नाम शशि नहीं था.
क्यों शशि कपूर को जन्म नहीं देना चाहती थी उनकी मां
आज इस रिपोर्ट में हम आपको शशि कपूर के जन्म का वो किस्सा बताने वाले हैं. जब एक्टर की मां उन्हें कोख में ही मार देना चाहती थीं. इस बात का खुलासा खुद शशि कपूर ने साल 1995 में FilmiBeat को दिए एक इंटरव्यू में किया था.इस इंटरव्यू में शशि कपूर ने कहा था कि, उनकी मां रामसरनी कपूर ने कई बार उन्हें कोख में ही मार देने की कोशिश की थी. क्योंकि मैं एक अनप्लान्ड बेबी था.यही वजह है कि मेरी मां ने मुझे अबॉर्ट करने के लिए साइकिल से और सीढ़ी से गिरने जैसी कई कोशिश की थी. लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद भी मैंने जन्म ले लिया.
बलबीर राज था असली नाम
शशि कपूर का नाम आज भी पूरी दुनिया में पॉपुलर है. लेकिन यह उनका असली नाम ही नहीं है. शशि कपूर का असली नाम बलबीर राज था. एक्टर की मां रामसरनी कपूर को उनका यह नाम जरा भी पसंद नहीं था. इतना ही नहीं वह इस नाम से बेहद चिढ़ती थीं. वह हमेशा अपने लाडले बेटे को शशि कहकर ही बुलाती थीं.
बलबीर राज नाम रखने की खास वजह
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह नाम उनके परिवार की परंपरा को बरकरार रखते हुए रखा गया था, जिसमें नाम के साथ ‘राज’ लगाना जरूरी था. इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि यह नाम पंडित द्वारा की गई पूजा के दौरान निकाला गया था. उनकी मां ने जब उन्हें शशि पुकारना शुरू किया तो सभी उन्हें इस नाम से बुलाने लगे.
10 साल की उम्र से शुरू किया काम
महज 10 साल की उम्र से शशि कपूर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी, जिसके बाद उन्होंने 1961 में आयी फिल्म ‘धरमपुत्र’ से अपना डेब्यू किया था. इसके बाद उन्होंने कन्यादान, रोटी कपड़ा और मकान, चक्कर पे चक्कर, हीरालाल पन्नालाल, सिलसिला और नमक हलाल जैसी कई फिल्मों में काम किया साल 2017 में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था.
पिता हुए एक्टर की बात सुनकर हैरान
शशि कपूर ने खुद इस किस्से का खुलासा किया था. उन्होंने बताया था कि वह पढ़ाई में बिल्कुल होशियार नहीं थे. जब वह मैट्रिक में फेल हुए तो पिता पृथ्वीराज कपूर से उन्हें बहुत डांटा. पिता ने उन्हें दोबारा परीक्षा देने के लिए कहा. इस पर शशि कपूर ने जवाब दिया कि वह कैंटीन में बैठकर उनका पैसा नहीं बर्बाद करना चाहते. एक्टर की ये बात पृथ्वीराज कपूर को बहुत पसंद आई थी .
मुझे खोने की मां ने बहुत कोशिश की लेकिन…
शशि कपूर ने बातचीत के दौरान कहा था कि उन्होंने मुझसे छुटकारा पाने की पूरी कोशिश की. पुराने समय में गर्भपात जैसा कुछ नहीं होता था. वो मुझे बताया करती थीं कि वो अपने बच्चे को खोने के लिए साइकिल से गिरती रहीं, सीढ़ियों से नीचे गिरती रहीं, लेकिन शशि कपूर जिद्दी थे. एक भविष्य था. इसलिए मैं एक फ्लेक एक्टर, एक फ्लक स्टार और एक फ्ल्यूक इंसान हूं.
नेशनल अवॉर्ड लेने से किया मना
शशि कपूर को फिल्म धर्मपुत्र के लिए नेशनल अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था. लेकिन एक्टर अवॉर्ड लेने से मना कर दिया. इसकी खास वजह थी. शशि कपूर के हिसाब से तब वो इस अवॉर्ड के लायक नहीं थे और उनकी परफॉर्मेंस उतनी अच्छी नहीं थी.
पृथ्वीराज कपूर और रामसरनी के सबसे छोटे बेटे
बता दें कि शशि कपूर पृथ्वीराज कपूर और रामसरनी के सबसे छोटे बेटे थे. जिन्होंने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलकर इंडस्ट्री में कदम रखा और अपनी कड़ी मेहनत से दमदार पहचान बनाई.वहीं फिल्मी करियर के अलावा एक्टर की लव लाइफ भी काफी दिलचस्प थी. उन्होंने एक्ट्रेस जेनिफर केंडल से शादी की थी. दोनों तीन बच्चे कुणाल कपूर, करण कपूर और संजना थापर के पेरेंट्स बने.