x
बिजनेस

जेरोधा के फाउंडर नितिन कामथ को आया था स्ट्रोक,सोशल मीडिया के जरिए खुद बताई हेल्थ अपडेट


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्लीः जेरोधा के फाउंडर, नितिन कामथ को 6 हफ्ते पहले और माइल्ड स्ट्रोक आया था। सोशल मीडिया पर सोमवार को उन्होंने इसकी जानकारी दी। स्ट्रोक के कारण उनका चेहरा बिगड़ गया था और वह पढ़-लिख नहीं पा रहे थे। पूरी तरह ठीक होने में उन्हें 3-6 महीने लगेंगे।

इस वजह से आया स्ट्रोक

नितिन ने ट्विटर पर अपने आधिकारिक हैंडर पर इस संबंध में एक पोस्ट के जरिए जनता को ये जानकारी दी है.पोस्ट में नितिन ने लिखा है – पिता का गुजरना, नींद की कमी, थकान हावी होना, शरीर में पानी की कमी और ज्यादा वर्कआउट करना इस स्ट्रोक की वजह हो सकती हैं. उन्होंने यह भी लिखा है कि वो इस स्थिति से धीरे धीरे उबर रहे हैं और जल्द ही ठीक हो जाएंगे. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि उनको पूरी तरह ठीक होने में तीन से छह महीने लग सकते हैं.

पिताजी का निधन, खराब नींद, थकावट हो सकता है कारण

नितिन कामथ ने कहा- ‘लगभग 6 हफ्ते पहले, मुझे अचानक माइल्ड स्ट्रोक आया। पिताजी का निधन, खराब नींद, थकावट, डिहाइड्रेशन, और अधिक काम करना – इनमें से कोई भी संभावित कारण हो सकता है।’कामथ ने बताया कि उनका चेहरा काफी बिगड़ गया था और वह पढ़ या लिख ​​नहीं पा रहे थे। अब उनका चेहरा पहले से ठीक है और वह पढ़ लिख पा रहे हैं। पूरी तरह से रिकवर होने में उन्हें 3 से 6 महीने लगेंगे।कामथ ने कहा- ‘मुझे आश्चर्य हुआ कि एक व्यक्ति जो फिट है और अपना ख्याल रखता है, उसके साथ ऐसा कैसे हो सकता है। डॉक्टर ने कहा कि आपको यह जानना होगा कि आपको गियर को थोड़ा नीचे कब शिफ्ट करना है।थोड़ा टूटा हुआ है, लेकिन अभी भी मैं ट्रेडमिल पर वर्कआउट कर रहा हूं। 🙂’

स्ट्रोक में ब्रेन को ब्लड सप्लाई में रुकावत आती है

स्ट्रोक तब होता है जब ब्रेन में ब्लड वेसल फट जाती है और रक्तस्राव होता है, या जब ब्रेन को ब्लड सप्लाई में रुकावट होती है। ऑक्सीजन के बिना, ब्रेन सेल्स और टिश्यू डैमेज हो जाते हैं और कुछ ही मिनटों में मरने लगते हैं।

2010 में की थी जेरोधा की स्थापना

नितिन और निखिल कामथ ने 2010 में डिस्काउंट ब्रोकरेज जेरोधा की स्थापना की थी। जेरोधा के 1.2 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। यह देश की बड़ी ब्रोकरेज फर्म्स में से एक है। 2023 में, छोटे भाई निखिल कामथ ने अपनी आधी संपत्ति दान करने का फैसला किया था।

चेहरे पर पड़ गई हैं झुर्रियां

नितिन कामत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि उनके चेहरे पर अभी बहुत सारी झुर्रियां पड़ गई हैं. वह कुछ लिख-पढ़ भी नहीं पा रहे थे, लेकिन अब फिर से धीरे-धीरे ऐसा करने लगे हैं. उन्होंने लिखा है कि इसके अलावा दिमाग भी एकदम शून्य हो गया था, लेकिन अब कुछ होश वापस आया है. उन्होंने लिखा कि अब थोड़ा सा झुक गया हूं, लेकिन और अधिक पढ़ने और लिखने में सक्षम हो गया हूं.

जो इंसान फिट है, उसके साथ ऐसा कैसे हो सकता है?

नितिन कामत को इस बात को लेकर काफी हैरानी हो रही है कि वह स्वस्थ रहने पर इतना जोर देते हैं, बावजूद इसके वह बीमार हो गए. बता दें कि नितिन कामत ना सिर्फ खुद स्वस्थ रहने पर जोर देते हैं, बल्कि वह दूसरों को भी स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करते हैं. वह हैरानी के साथ लिखते हैं कि जो इंसान फिट है और खुद की फिक्र करता है, उसके साथ ये कैसे हो सकता है?

अश्नीर ग्रोवर बोले- पिता की मौत हो सकती है वजह

अश्नीर ग्रोवर ने लिखा है- Dude- अपना ख्याल रखो. आपके इतने ज्यादा बीमार होने की एक बड़ी वजह आपके पिता की मौत होना हो सकती है. मेरे पिता की मौत के बाद मेरी हालत भी काफी खराब हो गई थी. एक दिन मैं अचानक से बेहोश हो गया. काम से थोड़ा ब्रेक लो.

क्या कहना है डॉक्टर का?

नितिन कामत के स्वास्थ्य को लेकर डॉक्टर ने कहा कि उन्हें पता होना चाहिए कि कब गियर थोड़ा डाउन करना चाहिए यानी कब काम के बोझ को घटाना चाहिए. उन्होंने लिखा है कि अंदर से वह थोड़ा टूट गए हैं, लेकिन फिर भी ट्रेडमील पर अपनी गिनती जारी रखे हुए हैं.

दुनिया के सारे पैसे से नहीं खरीद सकते अच्छी हेल्थ

बता दें कि एक ट्वीट में पहले नितिन कामत ने कहा था कि दुनिया के सारे पैसे से भी एक अच्छा स्वास्थ्य नहीं खरीदा जा सकता है. नितिन कामत ने कहा था कि वह सुबह सबसे पहले अपनी पत्नी सीमा के साथ वर्कआउट करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने बताया था कि यह उनकी बॉन्डिंग एक्सरसाइज की तरह भी काम करती है. बता दें कि उनकी पत्नी सीमा कैंसर से लड़ चुकी हैं.

नितिन ने बताई अपनी हालत

कामथ ने बताया कि उनके चेहरे की नसें ठीक तरीके से काम नहीं कर रही थीं और वो पढ़-लिख नहीं पा रहे थे, लेकिन अब इसमें सुधार हो रहा है और वो पढ-लिखने में सक्षम हो गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें यह नहीं समझ आ रहा कि एक व्यक्ति, जो खुद की अच्छी देखभाल करता है, उसके साथ ऐसा कैसे हो सकता है। इस पर डॉक्टर ने बताया कि यह आपको धीरे होने का संकेत है।

पिछले साल अरबपतियों की सूची में शामिल हुए थे कामथ

कर्नाटक के शिवमोगा में पैदा हुए कामथ ने बेंगलुरु इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। 2000 के दशक की शुरुआत में उन्होंने व्यापारी के रूप में अपना करियर शुरू किया और आगे चलकर अपने छोटे भाई निखिल कामथ के साथ खुद की ब्रोकरेज फर्म जेरोधा की स्थापना की। 2022 में जेरोधा के राजस्व में भारी इजाफा हुआ और इससे नितिन कामथ 2023 में फोर्ब्स वर्ल्ड की अरबपतियों की सूची में शामिल हुए।

कौन है नितिन कामत

आपको बता दें कि जेरोधा की स्थापना नितिन कामत ने अपने भाई निखिल कामत के साथ मिलकर की थी. नितिन कंपनी के सीईओ हैं जबकि निखिल सीएफओ के तौर पर अपनी सेवाएं कंपनी को देते हैं. नितिन जेरोधा की शुरूआत करने से पहले एक स्टॉक ब्रोकर के तौर पर काम करते थे. बतौर ट्रेडर कभी उनकी आमदनी कम ही थी. इससे पहले नितिन 17 साल की उम्र में कॉल सैंटर में भी काम कर चुके हैं और उस वक्त उनकी कमाई सात हजार रुपए माह थी.2010 में नितिन ने जेरोधा की शुरूआत की और आज के दौर में जेरोधा के एक्टिव यूजर्स की संख्या 64 लाख पार कर चुकी है

Back to top button