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राजनीति

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चह्वाण ने छोड़ी कांग्रेस,महाराष्ट्र कांग्रेस को एक महीने में लगा तीसरा झटका

नई दिल्लीः महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने सोमवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने विधायक पद भी छोड़ दिया है। अशोक चह्वाण ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को इस्तीफा सौंपा। इससे पहले मिलिंद देवड़ा ने 14 जनवरी तो बाबा सिद्दीकी ने 8 फरवरी को कांग्रेस छोड़ दी थी।अशोक चह्वाण के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र के एक अन्य कांग्रेस नेता अमरनाथ राजुकर ने भी इस्तीफा दे दिया।

भाजपा जॉइन कर सकते हैं अशोक चह्वाण

सूत्रों के मुताबिक अशोक चह्वाण 13 बड़े नेताओं के साथ भाजपा जॉइन कर सकते हैं। इसके साथ ही महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, भाजपा नेता आशीष शेलार भाजपा दफ्तर पहुंचे। इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले दिल्ली रवाना हो गए।

अशोक चह्वाण ने सोशल मीडिया पर बायो बदला

अशोक चह्वाण बोले- मेरी किसी से कोई शिकायत नहीं

अशोक चह्वाण ने कहा- मैंने अभी कोई पार्टी जॉइन नहीं की है। कल शाम से मैंने खुद को पार्टी से अलग कर लिया था। मेरी कांग्रेस के किसी विधायक से बात नहीं हुई है। किसी भी पार्टी से मैंने कोई भी डिस्कशन नहीं किया है। पार्टी छोड़ने का मेरा खुद का फैसला है। मेरी किसी से कोई शिकायत नहीं है।

खतरे में कांग्रेस की राज्यसभा सीट

भास्कर को सूत्रों ने बताया कि जो 13 नेता अशोक चह्वाण के साथ कांग्रेस छोड़ेंगे, इनमें कई विधायक भी शामिल हैं। अगर ऐसा हुआ तो महाराष्ट्र से कांग्रेस का एक भी राज्यसभा सदस्य नहीं चुना जा सकेगा।

डिप्टी सीएम फडणवीस बोले- आगे-आगे देखो होता है क्या

इस बीच डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि आगे आगे देखो होता है क्या। MVA के कई नेता हमारे संपर्क में हैं। मुझे विश्वास है कि वो भी बीजेपी जॉइन करेंगे। इससे पहले कांग्रेस के मिलिंद देवड़ा और पूर्व राज्यमंत्री बाबा सिद्दीकी ने इस्तीफा दिया था। इस तरह एक महीने में महाराष्ट्र कांग्रेस के 3 बड़े नेता इस्तीफा दे चुके हैं।
फडणवीस ने सोमवार को मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

कांग्रेस से इन नेताओं ने दिया है इस्तीफा

हाल ही के सालों में कई सारे कांग्रेस नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया है. असम में हिमंत विश्व शर्मा 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे. वहीं, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे.ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़, प्रियंका चतुर्वेदी, हार्दिक पटेल, सुष्मिता देव और आरपीएन सिंह जैसे नेताओं ने हाल के वर्षों में कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है. वहीं अब इस सूची में अशोक चव्हाण का नाम भी शामिल हो सकता है.

नार्वेकर को जन्मदिन की बधाई देने पहुंचे थे चह्वाण, यहीं हुई बात

विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर का रविवार को जन्मदिन था। इस मौके पर अशोक चह्वाण उन्हें शुभकामनाएं देने पहुंचे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसी मुलाकात में उनके भाजपा में जाने की बात तय हो गई थी। हालांकि तब चह्वाण ने कहा था कि मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए उनसे मिलने पहुंचा था। चर्चा यह भी है कि चह्वाण बीजेपी के कोटे से राज्यसभा जाएंगे।

BJP में जाने की संभावना के बीच कैसा विरोध


पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के बीजेपी में शामिल होने की संभावना है। इसको लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम ने गति पकड़ ली है। चव्हाण नांदेड़ के भोकर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। इस बीच पता चला है कि बीजेपी नेता अशोक चव्हाण को महाराष्ट्र राज्य सरकार के मंत्रिमंडल में मंत्री पद दिए जाने के खिलाफ हैं। इसलिए संभावना है कि अशोक चव्हाण को आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए टिकट दिया जाएगा। उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। इसलिए चव्हाण के इस्तीफे पर सीधे तौर पर मुहर लग गई है।

देशमुख के हटने के बाद मुख्यमंत्री बने थे

चह्वाण दिसंबर 2008 से नवंबर 2010 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। दिसंबर 2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद जब विलासराव देशमुख को सीएम पद से हटाया गया, तब चह्वाण ने पद संभाला। वे महाराष्ट्र के संस्कृति विभाग, उद्योग, माइंस विभाग जैसी जिम्मेदारियां भी संभाल चुके हैं।

क्यों छोड़ी कांग्रेस?

सूत्रों के मुताबिक, अशोक चव्हाण महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले से नाराज थे. सूत्रों ने बताया कि उन्हें पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा था. हालांकि उन्होंने इससे इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी की लहर लग रही है. अशोक चव्हाण नाना पटोले के विधानसभा अध्यक्ष पद छोड़ने से भी नाराज थे, उनका मानना था कि पटोले की वजह से ही महाराष्ट्र में सरकार गिर गई. सूत्रों ने बताया कि अशोक चव्हाण ने पार्टी हाईकमान से कहा था कि नाना पटोले को अध्यक्ष पद से हटाकर उन्हें महाराष्ट्र कांग्रेस का अध्यक्ष बनाएं.अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बीच नाना पटोले दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.

किस पार्टी में जाएंगे, दो दिन में होगा साफ

कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कहा, ”मैंने विधायक के तौर पर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा स्पीकर को दे दिया है। मैंने कांग्रेस वर्किंग कमेटी और कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मैंने अभी फैसला नहीं किया है किस पार्टी में शामिल होना है। मैं दो दिन बाद किसी पार्टी में शामिल होने पर अपना रुख साफ करूंगा।”

अशोक चव्हाण का सफर

अशोक चव्हाण 2008 से 2010 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे. उनके पिता शंकरराव चव्हाण भी महाराष्ट्र के सीएम रहे हैं. चव्हाण 2015 से 2019 तक महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष रहे. वो 1987 में पहली बार लोकसभा के सांसद चुने गए. इसके बाद 1999 से 2014 तक 3 बार विधायक रहे. 2014 में दूसरी बार सांसद चुने गए थे.

कौन हैं अशोक चव्हाण?

अशोक चव्हाण मराठावाड़ा में नांदेड क्षेत्र से आते हैं। उनके पिता दिवंगत शंकरराव चव्हाण भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। अशोक चव्हाण 8 दिसंबर 2008 से 11 नवंबर 2010 तक लगभग दो सालों तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। 2008 में मुंबई पर 26/11 हमले के बाद विलासराव देशमुख के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद चव्हाण मुख्यमंत्री बने। उन्होंने संस्कृति, उद्योग और खनन मंत्री के रूप में भी काम किया है।

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