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लोकसभा में पांच साल में रिफार्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म पर बोले पीएम मोदी


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नई दिल्लीः संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर को लेकर चर्चा चल रही है. इसमें हिस्सा लेते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक महान परंपरा का महत्वपूर्ण दिवस है. इससे पहले पीएम मोदी के लोकसभा में पहुंचने पर जय श्रीराम के नारे लगाए गए. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 5 सालो में देश सेवा में महत्वपूर्ण निर्णय हुए. लोकसभा में कई अहम निर्णय लिए गए हैं. आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है. आज देश नया विश्वास अनुभव कर रहा है. पांच साल में रिफार्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म का काम हो रहा है. 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया.पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सदी का सबसे बड़ा संकट मानव जाति ने झेला है. महामारी के समय घर से निकलना बड़ा मुश्किल काम था. ऐसे समय में भी देश को काम को रुकने नहीं दिया, सदन की गरिमा को भी बनाए रखा. संकट काल में देश का काम नहीं रुकने दिया. फिर सदन का नया भवन होना चाहिए, इस पर सबने चर्चा की. लेकिन निर्णय नहीं होता था. आपने निर्णय लिया उसका ही परिणाम है कि आज हमें नया सदन मिला.

सांसदों ने सांसद निधि छोड़ दी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 17वीं लोकसभा ने नए रिकार्ड बनाए गए. पहले सत्र में दोनों सदन में 30 बिल पास हुए. 17वीं लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 97 फीसदी रही है. इस सदन ने धारा 370 को हटाने का काम किया. जम्मू-कश्मीर के लोगों को समाजिक न्याय से वंचित रखा गया था. हमने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कानून बनए.

नए संसद भवन में परंपरा स्थापित

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को नया संसद भवन प्राप्त हुआ है. इस नए भवन में एक विरासत का अंश और आजादी के पहले पल को जीवंत रखने का… सेंगोल को स्थापित करने का काम किया गया. इसको सेरेमोनियल बनाने का बहुत बड़ा काम आपके नेतृत्व में हुआ है. जो भारत की आने वाली पीढ़ियों को हमेशा-हमेशा उस आजादी के पल से जोड़ कर रखेगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भी इस नए सदन की चर्चा होगी, नारी शक्ति अधिनियम का जिक्र होगा. मुस्लिम बहनों के पक्ष में कोर्ट ने फैसला दिया था. इस सदन में तीन तलाक से मुक्ति का अहम फैसला लिया गया. आने वाले पांच साल बेहद महत्वपूर्ण हैं. 25 साल में हम विकसित भारत बनेंगे. हर किसी का यह सपना है.

कोरोना महामारी मानवता के सामने सदी का सबसे बड़ा संकट

पीएम मोदी ने कहा, आक्रोश और आरोप के पल आए, लेकिन आपने पूरे धैर्य के साथ पूरी स्थितियों को सूझबूझ के साथ संभाला और सदन को चलाया। इसके लिए भी मैं आपका आभारी हूं। इस पांच वर्ष में इस सदी का सबसे बड़ा संकट पूरी मानव जाति ने झेला। कौन बचेगा, कौन बच पाएगा, कोई किसी को बचा सकता है या नहीं… ऐसी वो अवस्था थी। ऐसे में सदन में आना भी संकट का काम था। देश के काम को आपने रुकने नहीं दिया। सदन की गरिमा भी बनी रहे और देश के आवश्यक कामों को जो गति देनी चाहिए, वो भी बनी रहे, इस काम में सदन की जो भूमिका है, वह पीछे न रहे। इसे आपने कुशलता से संभाला।

नई पीढ़ी से हम गर्व से

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब चुनाव बहुत दूर नहीं है. चुनाव को लेकर कुछ लोगों को घबराहट होती है. हमारे चुनाव देश की शान बढ़ाने वाले हैं. चुनौती से मुझे आनंद आता है. राम मंदिर का प्रस्ताव अहम है. हर किसी में यह सामर्थ्य नहीं होता है. हम कुछ ना कुछ करते रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 75 वर्षों तक हम अंग्रेजों द्वारा दी गई दंड संहिता के साथ रहे. नई पीढ़ी से हम गर्व से कह सकती है कि देश भले ही 75 साल तक दंड संहिता के अधीन रहा हों, लेकिन अगली पीढ़ी न्याय संहिता के साथ जिएगी.

नए संसद भवन में परंपरा स्थापित

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को नया संसद भवन प्राप्त हुआ है. इस नए भवन में एक विरासत का अंश और आजादी के पहले पल को जीवंत रखने का… सेंगोल को स्थापित करने का काम किया गया. इसको सेरेमोनियल बनाने का बहुत बड़ा काम आपके नेतृत्व में हुआ है. जो भारत की आने वाली पीढ़ियों को हमेशा-हमेशा उस आजादी के पल से जोड़ कर रखेगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भी इस नए सदन की चर्चा होगी, नारी शक्ति अधिनियम का जिक्र होगा. मुस्लिम बहनों के पक्ष में कोर्ट ने फैसला दिया था. इस सदन में तीन तलाक से मुक्ति का अहम फैसला लिया गया. आने वाले पांच साल बेहद महत्वपूर्ण हैं. 25 साल में हम विकसित भारत बनेंगे. हर किसी का यह सपना है.

निजी डेटा को सुरक्षा दी गई

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को G-20 की अध्यक्षता का अवसर मिला. भारत को बहुत बड़ा सम्मान मिला. देश के हर राज्य ने भारत की क्षमता और अपनी पहचान दुनिया के सामने रखी. इसका प्रभाव आज भी दुनिया के मानस पटल पर है. पीएम मोदी ने कहा कि हमने पेपर लीक को रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया है. युवाओं के लिए ऐतिहासिक कानून बनाए गए. कई गैर- जरूरी कानूनों को हटाया गया. कोर्ट के चक्कर से जिंदगी को बचाने का काम किया गया. स्पेस सेक्टर में रिफार्म हुआ, डेटा बिल लाकर लोगों के निजी डेटा को सुरक्षा दी गई.

17वीं लोकसभा में 97% कामकाज हुआ

आपने स्थाई व्यवस्थाओं का निर्माण किया है। आपकी पहल और सभी के संयुक्त प्रयास की वजह से 17वीं लोकसभा में 97% कामकाज हुआ है। यह अपने आप में प्रसन्नता का विषय है। सात सत्र तो सौ फीसदी से ज्यादा प्रोडक्टिविटी वाले रहे। अपने रात-रात भर बैठकर हर सांसद की बात को सरकार के ध्यान में रखने का प्रयास किया। मैं इस सफलता के लिए सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं। पहले सत्र में दोनों सदन में तीस विधेयक पारित किए गए। यह अपने आप में रिकॉर्ड है। नए-नए मानदंड स्थापित हुए। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव आया। हम सभी को कितना बड़ा सौभाग्य मिला कि हमें यह अवसर प्राप्त हुआ। शायद ही कोई सांसद ऐसा होगा, जिसने आजादी के 75 वर्ष को लोकोत्सव बनाने में कसर नहीं छोड़ी

आजादी के पहले पल को जीवंत रखने के लिए सेंगोल रखने का काम

संसद का नया भवन होना चाहिए, इसकी सभी ने चर्चा की। लेकिन ये आपका नेतृत्व है, जिसने इस काम को आगे बढ़ाया। उसी का परिणाम है कि आज देश को नया संसद भवन प्राप्त हुआ है। संसद के नए भवन में विरासत का अंश और आजादी के पहले पल को जीवंत रखने के लिए सेंगोल रखने का काम हुआ। यह भारत की आने वाली पीढ़ियों को हमेशा आजादी के प्रथम पल के साथ जोड़कर रखेगा। हमें इससे देश को आगे ले जाने की प्रेरणा भी मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने अनुसंधान की अहमियत भी बताई

ये बात सही है कोई भी मानव जाति अनुसंधान के बिना आगे नहीं बढ़ सकता। मानव जाति का लाखों साल का इतिहास रहा है, जीवन बढ़ता चला गया है, अनुसंधान चलता रहा है। सदन ने विधिवत रूप से कानून के जरिए अनुसंधान को बढ़ावा देने का काम किया है। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन के जरिए उल्लेखनीय काम हो रहे हैं। इस व्यवस्था के कारण अब भारत दुनिया का रिसर्च हब बन सकता है। हमारे पास बहुत बड़ा टेलेंट हैं। पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि आने वाले समय में शोध और अनुसंधान का लाभ मिलेगा।

अगले 25 साल में हमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है

बकौल पीएम मोदी, आज मैं देख रहा हूं, बच्चों के मुंह से निकल रहा है कि अगले 25 साल में हमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। उन्होंने कहा, 25 साल मेरे देश के युवाओं के लिए महत्वपूर्ण काल है। मुझे विश्वास है कि हम में से कोई नहीं होगा जो 25 साल में देश का विकास न कर सके। यह लोगों का संकल्प बन रहा है। इन पांच वर्ष में युवाओं के लिए बहुत कानून भी बने हैं। व्यवस्था में पारदर्शिता लाकर युवाओं को कई मौके दिए गए। पेपर लीक जैसी समस्या युवाओं को चिंतित करती थी, हमने बहुत ही कठोर कानून बनाए हैं। युवाओं के मन में सवालिया निशान और व्यवस्था के प्रति उनका गुस्सा था। लेकिन हमने कानून बनाकर उन्हें दूर किया है।

सरकार ने अंग्रेजों के जमाने के किन कानूनों को बदला

बता दें कि केंद्र सरकार ने 125 साल से अधिक अंग्रेजों के जमाने के पुराने कानून- भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया संहिता (Cr.PC) और एविडेंस एक्ट को बदल दिया है। अब इन तीनों कानूनों की जगह भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य कानून (BSK) अस्तित्व में हैं।

पीएम मोदी ने की लोकसभा अध्यक्ष की तारीफ

पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से बात की और उनसे कहा, “…आप हमेशा मुस्कुराते रहते थे. आपकी मुस्कान कभी फीकी नहीं पड़ी. आपने कई मौकों पर संतुलित और निष्पक्ष तरीके से इस सदन का मार्गदर्शन किया, इसके लिए मैं आपकी सराहना करता हूं.” गुस्से, आरोप-प्रत्यारोप के क्षण आए लेकिन आपने धैर्यपूर्वक स्थिति को नियंत्रित किया और सदन चलाया और हमारा मार्गदर्शन किया. इसके लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं.”

अनुच्छेद 370 पर क्या बोले पीएम मोदी?

PM मोदी ने कहा कि अनेक पीढ़ियों ने एक संविधान के लिए सपना देखा था. लेकिन हर पल वो संविधान में एक दरार दिखाई देती थी, एक खाई नजर आती थी, एक रुकावट चुभती थी. लेकिन इसी सदन ने अनुच्छेद 370 हटाया, जिससे संविधान के पूर्ण रूप का, पूर्ण प्रकाश के साथ प्रकटीकरण हुआ.

सांसदों को पीएम मोदी ने दिया धन्यवाद

PM मोदी ने कहा कि मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया.

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