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Budget 2024: क्या होता है सर्वाइकल कैंसर,इसे रोक के लिए अंतरिम बजट में सरकार का बड़ा फैसला


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नई दिल्लीः सर्वाइकल कैंसर सर्विक्स में विकसित होता हैं। आमतौर पर इसके कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं जिसकी वजह से वक्त पर इसके बारे में पता नहीं चल पाता है। अगर वक्त पर इसका इलाज नहीं किया तो यह जानलेवा हो जाता है। इसलिए हर महिला को शरीर में होने वाले परिवर्तनों के बारे में ध्यान देना चाहिए। ताकि सही वक्त पर सर्वाइकल कैंसर का पता चल सकें। बता दें कि वर्ल्ड कैंसर डे (World Cancer Day 2024) 4 फरवरी को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। आइए सर्वाइकल कैंसर के बारे में विस्तार से जानते हैं।

सर्वाइकल कैंसर लिए एक गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम

सर्वाइकल कैंसर सिर्फ भारत में ही नहीं दुनिया भर की महिलाओं के लिए एक गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम है।यह कैंसर सर्विक्‍स सेल्‍स होता है जो यूट्रस का निचला हिस्सा हैं, जो वेजाइना से जुड़ता है। इसे कुछ लोग बच्चेदानी के मुंह के कैंसर के रूप में भी जानते हैं। यह कैंसर एक स्‍पेशल तरह के एचपीवी, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्‍शन के कारण होते हैं।

सर्वाइकल कैंसर

सर्वाइकल कैंसर वह कैंसर है, जो महिला के सर्विक्‍स सेल्‍स में विकसित होता है। यह यूट्रस का निचला हिस्‍सा है, जो वेजाइना से जुड़ता है। इस कैंसर को कुछ लोग बच्चेदानी के मुंह के कैंसर के रूप में भी जानते हैं। ज्‍यादातर सर्वाइकल कैंसर एक स्‍पेशल तरह के एचपीवी, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्‍शन के कारण होते हैं। कैंसर का यह रूप भारत में ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर महिलाओं के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाइफस्‍टाइल में कुछ बदलाव करके इस कैंसर को खुद से दूर रखा जा सकता है। महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के अचूक उपायों के बारे में हमें सीनियर कंस्‍लटेंट ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी, लेप्रोस्कोपी एंड इनफर्टिलिटी स्‍पेशलिस्‍ट, डॉक्‍टर कल्‍पना गुप्‍ता बता रही हैं।

क्या है HPV

ह्यूमन पैपिलोमा वायरस(HPV) वायरस का एक समूह है, जिसके 100 से ज्यादा प्रकार है और लगभग 30 प्रकार लैंगिक क्षेत्र को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें से 14 कैंसर पैदा करने वाले हैं, जिन्हें हाई रिस्क एचपीवी के श्रेणी में रखा गया है। इस वायरस के दो प्रकार 70 प्रतिशत सर्वाइकल कैंसर और सर्वाइकल घावों का कारण बनते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक करीब 80% सेक्सुअल एक्टिव लोग अपने लाइफटाइम में कम से कम एक बार HPV संक्रमण के संपर्क में आते हैं। कुछ लोगों का यह जल्द ठीक हो जाता है। तो कुछ महिलाओं में यह कैंसर की वजह बन जाती है।

रेगुलर स्क्रीनिंग है जरूरी

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 20 साल से ज्‍यादा उम्र की सभी लड़कियों और महिलाओं को रेगुलर स्‍क्रीनिंग और वैक्सीनेशन कराना चाहिए। एचपीवी वैक्सीनेशन सर्वाइकल कैंसर से बचाता है। रेगुलर पैप स्‍मीयर से सर्विक्‍स में किसी भी असामान्य बदलाव का शुरू में ही पता लगाया जा सकता है, जिससे जल्‍द से जल्‍द ट्रीटमेंट शुरू हो सकता है।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण

वैसे तो सर्वाइकल कैंसर जब तक एडवांस स्टेज पर पहुंच नहीं जाता है तब तक कोई लक्षण नजर नहीं आते। लेकिन एडवांस स्टेज में यह यकृत, मूत्राशय, योनि, और मलाशय सहित शरीर के अन्य भागों में भी फैलने लगता है। जिसमें लक्षण दिखते हैं।

-असामान्य योनि (vaginal) रक्तस्राव

-योनि से असामान्य रूप से तरल पदार्थ निकलना

-बिना किसी वजह के वजन कम होना

-पेल्विक या पीठ के निचले हिस्से में असहनीय दर्द

-मल त्यागने में मुश्किल होना

सर्वाइकल कैंसर से कैसे बचें

भारत में सिर्फ 1 फीसदी महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर की जांच हो पाती है जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कम से कम 70 फीसदी महिलाओं की टेस्टिंग होनी चाहिए।ब्रेस्ट और ओरल कैंसर की जांच भी 1 फीसदी महिलाओं की ही हो पाती है। 2019-21 के दौरान भारत में 15-49 वर्ष की महिलाओं की जांच की गई।देश में किसी भी राज्य में किसी भी किस्म के कैंसर की जांच 10% का आंकड़े नहीं छू पाया। हालांकि दक्षिण के कई और उत्तर पूर्व के कुछ चुनिंदा राज्यों में में महिलाओं में कैंसर की जांच की शुरुआत की गई है।

रेगुलर स्क्रीनिंग और वैक्सीन जरूरी

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 20 साल से ज्‍यादा उम्र की सभी लड़कियों और महिलाओं को रेगुलर स्‍क्रीनिंग करना चाहिए। इससे सही वक्त पर इसका पता चल जाता है। वैक्सीन भी इस कैंसर को रोकने के लिए मौजूद है। इसलिए इसे भी महिलाओं और बच्चियों को जरूर लगाना चाहिए।

रेगुलर चेकअप

डॉक्‍टर से रेगुलर चेकअप कराकर महिलाएं अपने रिप्रोडक्टिव हेल्‍थ का ध्‍यान रख सकती हैं। साथ ही, यह संपूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी जरूरी है।सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए बैलेंस डाइट, रेगुलर एक्‍सरसाइज और तंबाकू जैसे प्रोडक्‍ट्स से परहेज करके एक हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल अपनाएं। इसके अलावा, रोकथाम के लिए एचपीवी वैक्सीनेशन लगवाएं और तीन साल के बाद एलबीसी स्‍कीनिंग जरूर करवाएं।

सेफ सेक्‍सुअल रिलेशनशीप

सर्वाइकल कैंसर से जुड़े एचपीवी और अन्य एसटीडी से बचना चाहते हैं, तो एक ही पार्टनर के साथ सेक्‍सुअल रिलेशन रखें। इसके अलावा, सेफ सेक्‍स के लिए कंडोम जैसे उपायों का इस्‍तेमाल करें।

हेल्दी डाइट

स्मोकिंग और अल्कोहल का सेवन बिल्कुल ना करें। इम्यूनिटी को मजबूत करने वाला डाइट लें। फल, सब्जियां और होल ग्रेन डाइट में शामिल करें। वजन को कम करें और रेगुलर एक्सरसाइज करें।

स्‍मोकिंग न करें

क्‍या आप जानते हैं कि स्‍मोकिंग छोड़कर भी सर्वाइकल कैंसर के विकास को रोका जा सकता है। इससे आपका स्‍वास्‍थ्‍य भी अच्‍छा रहता है और अन्‍य कैंसर के होने की संभावना भी कम होती है।

अल्‍कोहल का सेवन कम करें

ज्‍यादा अल्‍कोहल लेने से सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए अल्‍कोहल का सेवन कम या बिल्‍कुल न करें। इन बदलावों को डेली रूटीन में शामिल करने से सर्वाइकल कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है।

वजन को कंट्रोल में रखें

मोटापे अन्‍य हेल्‍थ प्रॉब्‍लम्‍स के साथ-साथ सर्वाइकल कैंसर होने के खतरे को भी बढ़ा सकता है। इसलिए, बैलेंस डाइट और रेगुलर एक्‍सरसाइज की मदद से अपने वजन को कंट्रोल में रखें।

तनाव कम करें

योग और मेडिटेशन जैसी तकनीकों को अपनाकर तनाव को कम करें। लंबे समय तक तनाव इम्‍यूनिटी को कमजोर कर देता है, जिससे शरीर बीमारी के प्रति ज्‍यादा संवेदनशील हो जाता है। लेकिन योग और मेडिटेशन जैसी एक्टिविटी इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत करती है।

सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए अंतरिम बजट में सरकार का बड़ा फैसला

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में देश का अंतरिम बजट पेश किया. यह अंतरिम बजट इसलिए भी खास थी, क्योंकि यह लोकसभा चुनाव से पहले पेश किया जा रहा था. बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री ने मोदी सरकार की कई उपलब्धियों को गिनाया है. वित्त मंत्री ने बताया कि हेल्थ सेक्शन में विकास को लेकर बजट में काफी कुछ शामिल किया गया है. सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9-14 साल की लड़कियों का मुफ्त टीकाकरण अभियान शुरू किए जाएंगे. इस अभियान की शुरुआत मिशन ‘इंद्रधनुष’ के अंतर्गत किया जाएगा.

स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए अंतरिम बजट 2024 की मुख्य बातें इस प्रकार हैं-

  • सरकार 9-14 साल के बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन मुफ्त लगाई जाएगी.
  • आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य कवर सभी आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं तक बढ़ाया जाएगा.
  • मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के संबंध में, एफएम ने कहा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के लिए विभिन्न योजनाओं को तालमेल में लाया जाएगा। आंगनबाड़ियों को उन्नत किया जाएगा.

‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ बनाएगी टीका

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए Cervavac नाम का टीका बनाएगा, HPV के चार उपभेदों – 16, 18, 6 और 11 से सुरक्षा प्रदान करता है. SII के सीईओ अदर पूनावाला ने पहले ही कहा था कि वैक्सीन की कीमत 200-400 रुपये पर डोज होगी. वहीं अभी जो सर्वाइकल के वैक्सीन जो मार्केट में उपलब्ध हैं. उन वैक्सीन की कीमत 2,500-3,300 रुपये प्रति डोज है.

सबसे पहले सिक्किम सरकार ने यह मुहिम शुरू किया था

सिक्किम सरकार ने 2016 में GAVI नाम के वैक्सीन खरीदे और 9 से 14 साल की उम्र वाली लड़कियों को वैक्सीन दिए गए. आंकड़े बताते हैं कि सिक्किम सरकार के डेटा के मुताबिक इस कार्यक्रम के अंदर 97% लड़कियों का टीकाकरण किया गया. अब वे इसे नियमित टीकाकरण के हिस्से के रूप में प्रदान करते हैं और लगभग 88-90% प्रतिशत तक किया जाएगा है.

9-14 साल की उम्र वाली लड़कियों को वैक्सीन दिए जाएंगे

इस मामले में हमें सिक्किम से सीखना चाहिए. वहां पर 9-14 साल की उम्र वाली लड़कियों को वैक्सीन लगाए गए. ठीक उसी तरह इस अभियान अंतर्गत सर्वाइकल कैंसर से लड़ने के लिए हमें टीका लगाया जाना चाहिए, इसके बाद नौ साल के बच्चों के लिए नियमित टीकाकरण के हिस्से के रूप में टीके को शामिल किया जाना चाहिए. वहीं दिल्ली सरकार ने भी लगभग सिक्किम की तरह अपने राज्य में यह कार्यक्रम शुरू किए थे. दिल्ली में एचपीवी टीकाकरण कार्यक्रम इसलिए सफल नहीं हो पाया क्योंकि राज्य सरकार के सरकारी हॉस्पिटल में से केवल एक में ही टीके उपलब्ध थे.

हेल्‍थ सेक्‍टर में हुए 4 बड़े ऐलान

बजट भाषण के दौरान निर्मला सीतारमण ने कहा कि गरीब, युवा, महिलाओं और अन्‍नदाता पर सरकार का फोकस रहा है. इस बात को ध्‍यान रखते हुए बजट में कई तरह की घोषणाएं भी की गईं. हेल्‍थ सेक्‍टर में सरकार की ओर से मुख्‍य रूप से महिलाओं के लिए बड़े ऐलान किए गए. 

  • बजट के दौरान वित्‍त मंत्री ने सर्वाइकल कैंसर के लिए वैक्सीनेशन बढ़ाए जाने की घोषणा की. इस बीमारी से निपटने के लिए 9-14 साल की बच्चियों का टीकाकरण होगा.
  • न्‍यूट्रीशन डिलीवरी, अर्ली चाइल्‍डहुड केयर और डेवलपमेंट के लिए सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 में तेजी लाई जाएगी.
  • मिशन इंद्रधनुष के टीकाकरण प्रयासों को U-WIN प्‍लेटफॉर्म के जरिए आगे बढ़ाया जाएगा.
  • आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्‍थ कवर सभी आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं तक बढ़ाया जाएगा.

जानें बजट से जुड़ी 10 बड़ी बातें

– टैक्स की दरों में कोई बदलाव नहीं
– FY25 में 11.1 लाख करोड़ कैपेक्स का ऐलान
– रूफटॉप सोलर प्लान के तहत 1 Cr घरों को 300 यूनिट/महीना फ्री बिजली
– एनर्जी, मिनरल, सीमेंट के लिए 3 रेलवे कॉरिडोर
– 40,000 रेल डब्बों को वंदे भारत स्टैंडर्ड में बदलेंगे
– छोटे शहरों को जोड़ने के लिए 517 नए रूट पर ‘UDAN’ स्कीम
– 2030 तक 100 लाख करोड़ टन कोल गैसीफिकेशन का लक्ष्य
– युवाओं के लिए ~1 Lk Cr के फंड की व्यवस्था की जाएगी
– ग्रामीण आवास योजना के अगले 5 सालों में गरीबों के लिए 2 Cr घर बनाए जाएंगे
– मिडिल क्लास लोगों के लिए नई हाउसिंग स्कीम तैयार की जाएगी

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