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मिलिंद देवड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का साथ,देवड़ा के बाद नसीम खान छोड़ेंगे कांग्रेस?


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नई दिल्ली – राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने से ठीक पहले मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे से कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। वहीं, मुंबई का सियासी समीकरण भी बदल गया है। जानकारों का कहना है कि मुंबई में मिलिंद देवड़ा के जनाधार वाले इलाके में कांग्रेस कमजोर होगी, तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना को भी कोई लाभ नहीं मिल पाएगा। जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना मुंबई में भाजपा के सहारे अपना जनाधार बढ़ाने में कामयाब हो जाएगी।

मिलिंद देवड़ा ने बेहद चौंकाने वाले खुलासे

कांग्रेस छोड़कर शिंदे गुट में शामिल होने वाले मिलिंद देवड़ा ने बेहद चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। कांग्रेस के आलाकमान ने नरेंद्र मोदी सरकार की सभी नीतियों का विरोध करना का फरमान जारी किया था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस में अब सकारात्म राजनीति नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले एक राष्ट्रवादी पार्टी थी, लेकिन अब कांग्रेस देश को बांटने की राजनीति कर रही हैं। कांग्रेस पार्टी वोट हासिल करने के लिए गिर सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में अब दम घुट रहा था। इसके अलावा भी कई मामलों पर मिलिंद देवड़ा ने अपनी बात रखी और कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए।

नसीम खान का नाम चर्चा में

देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने के बाद मुंबई कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नसीम खान का नाम चर्चा में है। कहा जा रहा है कि जल्द ही शिवसेना (शिंदे) में शामिल होंगे और फिर मंत्री बनेंगे। देवड़ा के जाने के बाद जब नसीम खान के नाम पर चर्चा हुई तो नसीम खान ने पहली प्रतिक्रिया में इससे इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी में हूं और पार्टी बदलने का कोई सवाल नहीं है। मोहम्मद आरिफ (नसीम) खान पूर्व में महाराष्ट्र के मंत्री रह चके हैं। वह 2009 में जब मंत्री बने थे। तब वह 1960 में राज्य के अस्तित्व में आने के बाद महाराष्ट्र के राज्य मंत्री (शहरी) बनने वाले पहले मुस्लिम थे।

मिलिंद ने क्यों छोड़ा कांग्रेस पार्टी को

अपने इस्तीफे के बारे में जवाब देते हुए मिलिंद देवड़ा ने कहा कि ऐसे निर्णय लेना मेरे लिए आसान नही था। मैं कांग्रेस पार्टी के प्रति निष्ठावान रहा हूं। पार्टी ने जो काम दिया उसे मैने हमेशा पूरा करने की कोशिश की। लेकिन पिछले कुछ सालों से मैं देख रहा हूं कि पार्टी की जो विचारधारा थी और जो आज पार्टी की विचारधारा है, पार्टी का जो अप्रोच है वह बहुत अलग है। कांग्रेस में 2004 से लेकर आज 2024 तक में बहुत अंतर है। उन्होंने कहा कि जब अटल जी पीएम थे तो कांग्रेस ने विपक्ष का अच्छा रोल निभाया, लेकिन आज नकारात्मक राजनीति हो रही है और पर्सनल अटैक्स किए जा रहे हैं।

मिलिंद देवड़ा के शिंदे की शिवसेना में शामिल

मिलिंद देवड़ा के शिंदे की शिवसेना में शामिल होने से यह तय हो गया है कि देश की सबसे अमीर संसदीय सीट दक्षिण मुंबई में अब शिवसेना बनाम शिवसेना की लड़ाई होगी। जहां से उद्धव की शिवसेना के अरविंद सावंत भाजपा की मदद से लगातार दो बार से सांसद हैं। इसका असर मुंबई की छह लोकसभा सीटों पर पड़ेगा। मिलिंद देवड़ा साल 2004 और 2009 में दो बार लगातार दक्षिण मुंबई सीट से जीते, लेकिन साल 2014 मे मोदी लहर के बाद वह लगातार दो बार चुनाव हार गए। सूत्र बताते हैं कि दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट को कांग्रेस की उम्मीदवारी को लेकर मिलिंद देवड़ा ने काफी कोशिशें कीं। उन्होंने कुछ दिन पहले दिल्ली जाकर आलाकमान से चर्चा करने की कोशिश की थी। लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया। इससे पार्टी से उनकी नाराजगी बढ़ गई। माना जा रहा है कि बंटवारे में दक्षिण मुंबई सीट उद्धव की शिवसेना के खाते में जाते देख मिलिंद देवड़ा ने नई राजनीतिक पारी खेलने का फैसला किया।

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