x
ट्रेंडिंगमनोरंजन

मशहूर शास्त्रीय गायिका प्रभा अत्रे ने 92 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

मुंबई – म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए एक बुरी खबर सामने आ रही है। आज 13 जनवरी को मशहूर शास्त्रीय गायिका प्रभा अत्रे का निधन हो गया। ऐसा बताया जा रहा है कि शनिवार सुबह उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें पुणे के एक अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले उनका निधन हो गया।

मशहूर शास्त्रीय गायिका प्रभा अत्रे का हार्ट अटैक से निधन

बता दें कि प्रभा अत्रे ने 92 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। यह खबर सुनने के बाद उनके फैंस काफी दुखी हो गए हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रभा अत्रे के परिवार के कुछ करीबी लोग विदेश में रहते हैं। ऐसे में परिवार के लोगों के आने के बाद गायिका का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

8 साल की उम्र से सीखा क्लासिकल म्यूजिक

13 सितंबर 1932 को पुणे में जन्मीं प्रभा अत्रे की बचपन से ही क्लासिकल म्यूजिक में दिलचस्पी थी। 8 साल की उम्र से ही वह क्लासिकल म्यूजिक सुनने लगीं और इसकी ट्रेनिंग ली.

किराना घराने से ताल्लुक, म्यूजिक के इन जॉनर में पारंगत

प्रभा अत्रे ने ठुमरी, दादरा, गजल, गीत, नाट्यसंगीत और भजन जैसी कई संगीत शैली में सक्षम थीं। वह किराना घराने से ताल्लुक रखती थीं। प्रभा अत्रे ने किराना घराना के सुरेशबाबू माने और हीराबाई बड़ोदकर से शास्त्रीय संगीत सीखा था।स्वरागिनी और स्वरंजनी म्यूजिक कंपोजिशन पर लिखी गईं उनकी तीन बुक काफी पॉपुलर हैं। सरला मधुसूदन देसाई, रागिनी चक्रवर्ती, चेतन बनावत जैसे कई सिंगर इनके शिष्य रह चुके हैं। इसके अलावा प्रभा अत्रे ऑल इंडिया रेडियो की फॉर्मर असिस्टेंड प्रोड्यूसर और ए ग्रेड ड्रामा आर्टिस्ट भी रह चुकी हैं। प्रभा अत्रे ने कथक में भी ट्रेनिंग ली थी। उन्होंने सुरेशबाबू माने और हीराबाई बड़ोदकर से क्लासिकल म्यूजिक की शिक्षा ली थी।

प्रभा अत्रे को मिले सम्मान और उनका वर्ल्ड रिकॉर्ड

13 सितंबर, 1932 को पुणे में जन्मीं प्रभा अत्रे की बचपन से ही म्यूजिक का शौक का था। इसी शौक को उन्होंने आगे बढ़ाया और कई बड़े-बड़े पुरस्कार अपने नाम किए। प्रभा अत्रे को साल 1990 में उन्हें पद्मश्री, साल 2002 में पद्म भूषण और साल 2022 में पदम विभूषण से सम्मानित किया गया। इनके अलावा भी उन्होंने कई पुरस्कार अपने नाम किए। वह एक राइटर भी रहीं। उन्होंने सिंगल स्टेज में 11 किताबें रिलीज की, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है।

परिवार के सदस्यों के आने पर दी जाएगी श्रद्धांजलि

अब प्रभा अत्रे के निधन से म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर छा गई है. सोशल मीडिया पर भी उन्हें श्रद्धांजलि दी जाने लगी है. वहीं, सिंगर के परिवार के कई सदस्य विदेशों में भी रहते हैं. अब उनके आने के बाद ही प्रभा अत्रे का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

Back to top button