क्रिप्टो एक्सचेंज पर बैन,क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स के URL सरकार ने किए ब्लॉक
नई दिल्ली – अमेरिका में भले ही बिटकॉइन (Bitcoin) में एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) की मंजूरी मिल गई हो. मगर, भारत सरकार का मूड बिलकुल अलग है. सरकार ने आखिरकार विदेशों से चल रहे क्रिप्टो एक्सचेंज पर सख्त एक्शन ले ही लिया. अब भारत में बायनेंस (Binance), कूकॉइन (Kucoin) और ओकेएक्स (OKX) जैसे क्रिप्टो प्लेटफॉर्म की वेबसाइट पर बैन लगा दिया गया है. सरकार का आरोप है कि ये क्रिप्टो प्लेटफॉर्म मनी लॉन्ड्रिंग के कानूनों का पालन किए बिना भारत में कामकाज कर रहे हैं. इससे भारत सरकार को लगभग 3000 करोड़ रुपये का नुकसान हर साल हो रहा है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने गुरुवार को ही ऐसी कार्रवाई के संकेत दे दिए थे.
दिसंबर 2023 के आखिर में वित्त मंत्रालय ने बायनेंस समेत 9 ऑफशोर वर्चुअल डिजिटल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर्स को कारण बताओ नोटिस भेजा था. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से भी इनके यूआरएल ब्लॉक करने को भी कहा था. वित्त मंत्रालय का आरोप है कि ये क्रिप्टो प्लेटफॉर्म स्थानीय मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों का पालन किए बिना भारत में अवैध रूप से कामकाज कर रहे हैं.वित्त मंत्रालय ने बायनेंस, Kucoin, हुओबी (Huobi), कारकेन (Kraken), Gate.io, बिट्रेक्स (Bittrex), बिटस्टेंप (Bitstamp), एमईएक्सई ग्लोबल (MEXC Global) और Bitfinex को कारण बताओ नोटिस भेजा थमाया था. अब मनीकंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि बायनेंस, Kucoin औरर ओकेएक्स समेत इनमें से कुछ क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स को भारत में ब्लॉक कर दिया गया है. दो दिन पहले इन क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स को देश में ऐप्पल ऐप स्टोर से हटा दिया गया था.
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि क्रिप्टो के प्रति केंद्रीय बैंक के रवैये में कोई भी बदलाव नहीं आया है. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कहां क्या किया जा रहा है. इससे हमें कोई मतलब नहीं है. यदि लोग क्रिप्टो के पीछे जाते हैं तो उन्हें जोखिम का सामना करना पड़ेगा. गवर्नर शक्तिकांत दास ने ट्यूलिप मेनिया का उदाहरण देते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता कि दुनिया और उभरते हुए बाजार क्रिप्टो मेनिया को बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे. दरअसल, 17वीं शताब्दी में डच ट्यूलिप की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया था. इसे इतिहास में कीमतों के सबसे बुरे उठापटक के तौर पर याद किया जाता है. हालांकि, वह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को लेकर सकारात्मक रहे. इसी तकनीक पर क्रिप्टो करेंसी काम करती है.
Binance ने दावा किया कि सभी यूजर के फंड्स सुरक्षित हैं. इनवेस्टर अपने फंड तक कंपनी के X हैंडल पर डायरेक्ट मैसेज के माध्यम से पहुंच सकते हैं. बायनेंस ने कहा है कि वे भारत के नियमों और कानूनों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यूजर प्रोटेक्शन और एक स्वस्थ वेब3 उद्योग के विकास को सुनिश्चित करने के लिए रेगुलेटर्स के साथ लगातार संपर्क में हैं.