x
विश्व

कासिम सुलेमानी की कब्र के पास हुए हमलों पर भड़का ईरान, 100 से अधिक लोगों की मौत


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्लीः ईरान से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां केर्मान शहर में एक के बाद एक हुए दो धमाकों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि 140 के करीब घायल हुए हैं. न्यूज एजेंसी AFP से मिली जानकारी के अनुसार, ये धमाके देश के पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की चौथी बरसी पर हो रहे कार्यक्रम के दौरान हुए.पहला धमाका सुलेमानी के मकबरे से 700 मीटर दूर हुआ। दूसरा धमाका, सिक्योरिटी चेक पोस्ट के करीब हुआ। दूसरा विस्फोट पहले विस्फोट के लगभग 20 मिनट बाद हुआ, जो अक्सर आतंकवादियों द्वारा प्रारंभिक हमले के बाद नागरिकों और आपातकालीन प्रतिक्रियाकर्ताओं दोनों को नुकसान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक है। दरअसल, बुधवार को कासिम सुलेमानी की मौत की चौथी बरसी थी।

जनरल सुलेमानी की चौथी बरसी

दरअसल, आज 2020 में ईराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए जनरल सुलेमानी की चौथी बरसी थी. ऐसे में उनकी याद में एक समारोह के तौर पर बुधवार को सैकड़ों लोग सुलेमानी की कब्र की ओर जा रहे थे. इस दौरान ये हमला हो गया, और इसमें 103 लोगों की जान चली गई. वहीं 140 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. हमलों के जो ऑनलाइन वीडियो सामने आए हैं, उनमें सड़क पर कई शव दिखाई दे रहे हैं.ईरानी मीडिया के मुताबिक कब्रिस्तान की ओर जाने वाली सड़क पर गैस कनस्तरों में विस्फोट हुआ. केमॉन प्रांत के रेड क्रिसेंट के प्रमुख रेजा पल्लाह ने बताया कि राहत कार्य शुरू कर दिया गया है. हमले में घायलों को बाहर निकाला जाता रहा है.

कौन हैं कासिम सुलेमानी?

बता दें 3 जनवरी 2020 को बगदाद हवाईअड्डे पर अमेरिकी ड्रोन हमले में पूर्व जनरल सुलेमानी की मौत हो गई थी. ऐसे में उनकी मौत को आज के ही दिन चार साल पूरे हुए हैं. इस मौके पर उनके सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था. इसी बीच ही ये धमाके हो गया.सुलेमानी को 2020 में अमेरिका और इजराइल ने बगदाद में एक मिसाइल अटैक में मार गिराया था। सुलेमानी ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की फॉरेन ऑपरेशन ब्रांच कुद्स फोर्स के कमांडर थे। वह ईरान के खुफिया मिशनों से जुड़े हुए थे। हमले में मौत के बाद से कासिम सुलेमानी ईरान में एक सम्मानित शख्सियत बने हुए हैं. उन्होंने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की विदेशी ऑपरेशन शाखा- कुद्स फोर्स का नेतृत्व किया था.

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने हमले को क्रूर और अमानवीय बताया

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इन धमाकों की कठोर प्रतिक्रिया देने की कसम खाई है। सरकारी मीडिया के अनुसार, खामेनेई ने एक बयान में कहा, “क्रूर अपराधियों को पता होना चाहिए कि अब उनसे सख्ती से निपटा जाएगा और निस्संदेह कड़ी प्रतिक्रिया दी जाएगी।” ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने हमले को क्रूर और अमानवीय बताया है। उन्होंने कहा- इस हमले के पीछे जो भी हैं उन्हें सजा मिलेगी। ईरान के दुश्मनों को पता होना चाहिए कि इस तरह के हमलों से हमें नहीं तोड़ा जा सकता है।

पूर्व जनरल की मौत कैसे हुई थी ?

पूर्व जनरल सुलेमानी की 3 जनवरी 2020 को बगदाद हवाईअड्डे पर अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई थी. ऐसे में उनकी मौत को आज के ही दिन चार साल पूरे हुए हैं. इस मौके पर उनके सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था. इसी बीच ये धमाके हुए. गौरतलब है कि 2020 में ट्रंप ने सुलेमानी की मौत को सबसे बड़ी जीत बताते हुए उन्हें दुनिया का आतंकी नंबर एक तक कहा था.

बढ़ सकती है मृतकों की संख्या

ईरान के राष्ट्रीय आपातकालीन सेवा संगठन के प्रवक्ता बाबाक येक्टा परास्ट ने कहा है कि विस्फोटों में मारे गए लोगों की संख्या और बढ़ने की संभावना है. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवक्ता ने टेलीफोन पर सरकारी टेलीविजन को बताया कि हमें जो जानकारी मिली है, उससे पता चलता है कि कई घायल बहुत गंभीर हालत में हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यदि आवश्यकता पड़ती है तो आपातकालीन सेवा हेलीकॉप्टर मरीजों को करमान से राजधानी तेहरान के अस्पतालों में ले जाने के लिए तैयार हैं.

ईरान के उप गवर्नर ने इस घटना को आतंकवादी हमला करार दिया

ईरान के उप गवर्नर ने इस घटना को आतंकवादी हमला करार दिया है. अमेरिका ने जनरल क़ासिम सुलेमानी को साल 2020 में एक ड्रोन हमले में मारा था. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के बाद सुलेमानी को देश के सबसे ताक़तवर लोगों में गिना जाता था. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियोज में सड़क पर कई शव दिखाई दे रहे हैं. ईरानी राज्य मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में विस्फोट के बाद इलाके में बड़ी भीड़ भागती हुई दिखाई

Back to top button