x
भारत

JNU में फिर विवाद : बाबरी मस्जिद के दोबारा निर्माण संबंधी नारा लिखा गया


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली – जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के भाषा विद्यालय की एक दीवार पर बाबरी मस्जिद के दोबारा निर्माण संबंधी नारा लिखा दिखाई देने के एक दिन बाद शुक्रवार को विश्वविद्यालय ने किसी भी प्रकार के नारे या भित्तिचित्र को हटाने के लिए परिसर की सभी दीवारों पर पेंट करने का आदेश दिया.विवादास्पद नारेबाजी और दीवारों को नुकसान पहुंचाने की बार-बार होने वाली घटनाओं की जांच करने वाली समिति के साथ बैठक में, प्रशासन ने अधिकारियों से विश्वविद्यालय के तहत आने वाले सभी संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए कहा.

अयोध्या में भव्य राम मंदिर का लोकार्पण

जेएनयू के भाषा अध्ययन केंद्र की दीवारों पर ‘Rebuild Babri Masjid’ और ‘6 December’ लिखा मिला है.ये स्लोगन ऐसे समय में लिखा गया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या जा रहे हैं और 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भव्य राम मंदिर का लोकार्पण होने जा रहा है.वहीं, 6 दिसंबर की तारीख वह तारीख है, जब कारसेवकों ने विवादित बाबरी ढाँचे को गिरा दिया था।इस मामले में NSUI के जेएनयू इकाई के अध्यक्ष सुधांशु शेखर की सफाई आई है.सुधांशु शेखर का कहना है कि उनके संगठन का नाम काले मार्कर से पहले ही लिखा गया था। बाद में वहाँ विवादित स्लोगन लाल रंग से लिख दिए गए। ये NSUI को बदनाम करने की कोशिश है.उन्होंने माँग की है कि पूरे इलाके की सीसीटीवी कैमरों की जाँच कराई जाए तो आरोपित पकड़े जा सकते हैं.

दो प्रधानमंत्रियों के रेखाचित्र भी मिटा दिए गए

‘हमने समिति के सदस्यों से सभी संस्थानों का दौरा करने और संबंधित डीन के साथ चर्चा के बाद प्रत्येक संस्थान में सीसीटीवी कैमरों की आवश्यकताओं पर अगले एक सप्ताह में एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है.’अधिकारी ने कहा कि जेएनयू प्रशासन ने किसी भी तरह के नारे या भित्तिचित्र को हटाने के लिए परिसर की सभी दीवारों को फिर से पेंट करने का आदेश दिया है, साथ ही चिह्नित क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.विश्वविद्यालय के छात्रों के मुताबिक, प्रशासन ने गुरुवार शाम उन दीवारों पर सफेदी करा दी, जिन पर यह नारा लिखा हुआ था. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि इस प्रक्रिया में स्वतंत्रता सेनानियों और दो प्रधानमंत्रियों के रेखाचित्र भी मिटा दिए गए.

स्लोगन लिखे जाने पर जुर्माना

दरअसल, इस साल अक्टूबर में JNU में विवादित नारे लिखे जाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए नियम बनाए थे.उस समय जेएनयू की दीवारों पर ‘फ्री कश्मीर’, ‘तेरी कब्र खुदेगी’ और ‘भगवा जलेगा’ जैसे स्लोगन लिखे गए थे.इसके बाद जेएनयू प्रशासन ने विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी तरह के विवादित धार्मिक, सांप्रदायिक, जातिवादी या राष्ट्र-विरोधी टिप्पणियों वाले पोस्टर या पैम्फलेट को छापने, प्रसारित करने या चिपकाने पर रोक लगा दी थी.आदेश को नहीं मानने वालों पर भारी जुर्माने का प्रावधान किया गया था.

Back to top button