रिटायरमेंट सीरीज में भारतीय गेंदबाजों पर भारी पड़ा ये अफ्रीकी खिलाडी ,पहले ही मैच में किया धमाका
नई दिल्लीः भारतीय क्रिकेट टीम को दक्षिण अफ्रीका में दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस सीरीज से पहले मेजबान टीम के दिग्गज डीन एल्गर ने संन्यास की घोषणा कर दी है. अपनी आखिरी सीरीज के पहले मैच में उन्होंने ऐसी पारी खेली जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा. भारतीय टीम के खिलाफ उनकी बेजोड़ पारी ने हमें 163 रनों की बढ़त दिलाई और पारी के अंतर से जीत हासिल की।
डीन एल्गर ने बल्ले से मचाया कोहराम
भारतीय टीम ने बॉक्सिंग डे टेस्ट के दूसरे दिन पहली पारी में सभी विकेट खोकर 245 रन बनाए तो उनका संघर्ष देखकर हर कोई यह मान रहा था कि साउथ अफ्रीका को भी मुश्किल होगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अपनी रिटायरमेंट सीरीज खेल रहे दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर ने बल्ले से यलगार मचाया। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली और बेजोड़ शतक जड़ा। 36 साल के एल्गर ने कमाल की बैटिंग की है और 140 रन बनाकर नाबाद हैं
भारतीय गन गेंदबाजों की उड़ाई धज्जियां
उन्होंने साबित किया वह टेस्ट करियर की आखिरी सीरीज जरूर खेल रहे हैं, लेकिन उनके अंदर क्रिकेट अभी काफी बाकी है। सेंचुरियन ताबड़तोड़ शतक के बाद बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि वह इस श्रृंखला में बड़े आत्मविश्वास के साथ आए हैं, जिससे उन्हें और मदद मिली है। केएल राहुल के शतक के बाद एल्गर ने भारत के गन-गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ मजबूती से खड़े होकर मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। 36 वर्षीय ने शार्दुल की गेंद पर प्रभावशाली पुल शॉट के साथ पारी के 43 वें ओवर में तीन अंकों का आंकड़ा पार किया। वह 140 रन बनाकर नाबाद लौटे।
खोने के लिए मेरे पास कुछ नहीं, इसलिए आजादी से खेल रहा: डीन एल्गर
बॉक्सिंग डे टेस्ट के दूसरे दिन के बाद एल्गर ने कहा कि उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है, जिससे उन्हें आजादी का एहसास हुआ। उन्होंने कहा- मैं थोड़ी आजादी के साथ खेलना चाहता था। मुझे पता है कि लोग कहते हैं कि यह केवल घरेलू क्रिकेट है और आपको अभी भी समय देना होगा, लेकिन मैं सीरीज में बल्ले से कुछ अच्छे फॉर्म में था और मैं काफी आश्वस्त भी हूं। मेरे पास अब खोने के लिए बहुत कुछ नहीं है, है ना? यह मेरी आखिरी सीरीज है और मैं थोड़ी आजादी के साथ खेलना चाहता हूं।
185 रन की खेली शानदार पारी
एल्गर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के पहले बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के हीरो बने. सेंचुरियन टेस्ट मैच में भारत के खिलाफ पहली पारी में डीन एल्गर ने 185 रन की शानदार पारी खेली. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने पहली पारी में 245 रन बनाए, जबकि दूसरी पारी में भारतीय टीम महज 131 रन पर ढेर हो गई. एल्गर ने 257 गेंदों का सामना कर 28 चौकों की मदद से 185 रन बनाए. पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका ने 408 रन बनाए और 163 रनों की बढ़त ले ली. एल्गर की पारी ने टीम की जीत की राह आसान कर दी.
भारत के खिलाफ डीन एल्गर का दूसरा शतक
यह भारत के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान का दूसरा टेस्ट शतक भी था। उन्होंने 2019 में अपना पहला शतक बनाया था। पदार्पण कर रहे डेविड बेडिघम के साथ उनकी शतकीय साझेदारी ने प्रोटियाज को बढ़त लेने में मदद की। एल्गर को यह भी याद है कि श्रीलंका के खिलाफ इसी मैदान पर वह शतक से चूक गए थे और उन्हें लगा कि लंच के बाद चीजें काफी आसान हो गई हैं।
एल्गर को अचानक मिली कप्तानी
सेंचुरियन टेस्ट मैच के पहले दिन टॉस के लिए आए कप्तान टेम्बा बावुमा कुछ ही ओवर के लिए मैदान पर रुके। फील्डिंग के दौरान घायल होने के बाद वह मैदान से बाहर हो गए और खेलने के लिए वापस नहीं लौटे। बावुमा पहली पारी में भी बल्लेबाजी करने में सफल रहे थे। डीन एल्गर ने पूरे मैच में टीम की कप्तानी की और टीम को जीत दिलाई।
डीन एल्गर खेल रहे आखिरी टेस्ट सीरीज
अपने करियर की आखिरी टेस्ट सीरीज खेलने उतरे दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज डीन एल्गर के लिए बॉक्सिंग डे मैच शानदार रहा। संन्यास की घोषणा के बाद उन्हें टीम की कप्तानी करने का मौका मिला और भारत जैसी शक्तिशाली टीम के खिलाफ बड़ी जीत भी मिली। किसी भी खिलाड़ी के लिए करियर की आखिरी सीरीज सबसे यादगार होती है. जिसमें टीम के लिए उपयोगी पारी खेलकर जीत का हीरो बनना एक ऐसा सौभाग्य है जो बहुत कम लोगों को मिलता है.