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PM मोदी का पहला बयान,US में पन्नू की हत्या मामले पर बोले


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नई दिल्ली – अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक भारतीय नागरिक द्वारा खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या की साजिश रचने के आरोप पर अपनी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस मुद्दे की जांच की जाएगी, लेकिन ऐसी कुछ घटनाएं भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को पटरी से नहीं उतार सकतीं।मोदी ने मंगलवार को यूके में फाइनेंशियल टाइम्स से कहा, “अगर कोई जानकारी देता है, तो हम निश्चित रूप से उस पर गौर करेंगे। अगर हमारे किसी नागरिक ने कुछ भी किया है, अच्छा या बुरा, तो हम उस पर गौर करने के लिए तैयार हैं. हमारी प्रतिबद्धता कानून के शासन के प्रति है।

अमेरिका के आरोपों का पीएम मोदी ने दिया जवाब

अमेरिका के इन्हीं आरोपों पर पीएम मोदी ने उन्होंने कहा कि अगर हमारे किसी नागरिक ने कुछ अच्छा या बुरा किया है तो हम इस मामले में जांच के लिए तैयार हैं। कानून के राज की तरफ हमारी पूरी प्रतिबद्धता है। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही खालिस्तानी आतंक का मुद्दा उठाते हुए कहा, “विदेश में जिस तरह कुछ कट्टरपंथी संगठन गतिवधियां कर रहे हैं, उसे लेकर मैं चिंतित हूं। इस तरह के तत्व अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर लोगों को डराने और हिंसा भड़काने में शामिल रहते हैं।”

जानिए क्या बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कुछ घटनाओं को दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों से जोड़ना उचित है। भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के लिए मजबूत द्विदलीय समर्थन है, जो एक परिपक्व और स्थिर साझेदारी का स्पष्ट संकेतक है। मोदी ने अखबार को दिए अपने साक्षात्कार में विदेशों में चरमपंथी समूहों की गतिविधियों के बारे में अपनी गहरी चिंता पर भी प्रकाश डाला और कहा कि वे “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में” डराने-धमकाने और हिंसा भड़काने में लगे हुए थे।

कुछ घटनाओं को डिप्लोमैटिक रिलेशन्स से न जोड़ा जाए

मोदी ने कहा- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में यह तत्व डराने-धमकाने और हिंसा भड़काने में लगे हुए हैं। भारत विदेशों में स्थित कुछ चरमपंथी समूहों की गतिविधियों के बारे में चिंतित है। अमेरिका के साथ हमारे रिश्ते काफी मजबूत हैं। सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी सहयोग हमारी साझेदारी का एक मुख्य आधार रहा है। कुछ घटनाओं को दोनों देशों के डिप्लोमैटिक रिलेशन्स से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

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