x
लाइफस्टाइल

प्रोटीन की कमी से होती हैं ये बीमारियां,इन चीजों से शरीर को बनाएंगे ताकतवर


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्लीः प्रोटीन की कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, प्रोटीन की कमी से शरीर के ऊतकों और अंगों को नुकसान हो सकता है, जिससे इम्यून पावर कमजोर हो सकती है संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। प्रोटीन की कमी होने पर आपको थकान, कमजोरी हड्डियों का कमजोर होना, बालों का झड़ना, नाखून का सफेद होना, खून की कमी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।जिनमें मांसपेशियों कम कमजोरी होना, इम्यून पावर कमजोर होना और शरीर का विकास थमना शामिल है। प्रोटीन की कमी से बचने के लिए खाने में प्रोटीन रिच फूड्स को शामिल करना जरूरी है। प्रोटीन एक जरूरी पोषक तत्व है, जो मसल्स ग्रोथ के अलावा शरीर के कई कामकाज को बढ़ावा देता है।​ चलिए जानते हैं कि प्रोटीन की कमी किन-किन गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है और आपको प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए किन-किन चीजों का सेवन करना चाहिए।

प्रोटीन की कमी के नुकसान

प्रोटीन से ना सिर्फ मसल्‍स का निर्माण होता है, बल्कि शरीर की टूट-फूट की मरम्‍मत में भी सहायक होता है। शरीर में प्रोटीन (protein deficiency) की कमी के कारण कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। प्रोटीन के सेवन से शरीर को एनर्जी मिलती है। इसमें ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और हाइड्रोजन से बनने वाला तत्व होता है, जो हमारी बॉडी को कई बीमारियों से बचाने का काम करता है। प्रोटीन ही शरीर को अंदर और बाहर दोनों से मजबूत बनाता है। यह शरीर के विकास में हमारी मदद करता है। शरीर का लगभग 16 प्रतिशत हिस्सा प्रोटीन से बना हुआ है।इससे, ना सिर्फ मसल्‍स का निर्माण होता है, बल्कि शरीर की टूट-फूट की मरम्‍मत में भी सहायक होता है। शरीर में प्रोटीन (protein deficiency) की कमी के कारण कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं।

क्वाशियोरकर

क्वाशियोरकर प्रोटीन की कमी से होने वाला एक ऐसा रोग है जिसमें शरीर को विकास के लिए पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता है। इसके लक्षणों में पैरों और पेट में सूजन, बालों का पतला होना और त्वचा के रंजकता में बदलाव होना आदि शामिल हैं।

मरास्मस

प्रोटीन की कमी से होने वाला यह रोग कुपोषण का एक गंभीर रूप । इसमें शरीर अत्यधिक वजन घटने लगता है और मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। इसके लक्षणों में कमजोरी, थकान और मांसपेशियों का कम होना शामिल हो सकते हैं।

एडिमा

​Harvard हेल्थ के अनुसार, प्रोटीन की कमी से होने वाला यह एक ऐसा रोग है जिसमें शरीर में द्रव का निर्माण होता है, जिससे टखनों, पैरों और पैरों में सूजन आ जाती है। इससे आपको वजन बढ़ना और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।

एनीमिया

प्रोटीन की कमी से एनीमिया हो सकता है, एक ऐसी स्थिति जिसमें शरीर में पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं। इसे खून की कमी के नाम से जाना जाता है। इसमें आपको गंभीर थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।

इम्यून सिस्टम का कमजोर होना

प्रोटीन इम्यून पावर बढ़ाने के लिए जरूरी है। प्रोटीन की कमी होने पर आपका शरीर कमजोर हो सकता है और उसके संक्रमण से लड़ने की क्षमा कम हो सकती है।

हड्डियों का कमजोर होना

ज्यादातर लोग शरीर में प्रोटीन की कमी को सिर्फ मांसपेशियों और वजन से जोड़कर देखते हैं। लेकिन प्रोटीन की कमी होने पर हड्डियां भी कमजोर हो सकती हैं। इसकी वजह से आपको फ्रैक्चर होने या हल्की सी चोट लगने पर हड्डियों के टूटने का खतरा भी रहता है। बच्चों में यह समस्या बेहद गंभीर होती है और इसकी वजह से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा भी बना रहता है।

फैटी लिवर की समस्या

प्रोटीन की कमी से आपके लिवर पर भी गंभीर असर पड़ता है। इसकी वजह से लिवर की कोशिकाओं में फैट बढ़ने लगता है और आपको फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। लंबे समय तक यह स्थिति बनी रहे, तो इसकी वजह से लिवर डैमेज भी हो सकता है।

कैचेक्सिया

कैचेक्सिया या कैशेक्सिया (Cachexia) शरीर में प्रोटीन की कमी से होने वाली एक गंभीर बीमारी है। इस बीमारी में मरीज का शरीर कंकाल बन सकता है। इसकी वजह से मरीज को किडनी फेलियर, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और आर्थराइटिस जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

प्रोटीन की कमी से शरीर में दिखने लगते हैं ये 5 लक्षण, इन चीजों से करें पूर्ति

शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर दिखने वाले लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर बीमारियों से बचने के लिए आपको सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा डाइट में प्रोटीन रिच फूड्स को शामिल करने से आप इस समस्या से बच सकते हैं। शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर आपको इन फूड्स का सेवन करना चाहिए- डाइट में दूध, नट्स और पनीर को शामिल करें, अंडे, सोयाबीन, दाल, नट्स और सीड्स को डाइट में शामिल करें।

तेजी से वजन कम होना
बाल झड़ने की समस्या
मसल्स में दर्द
नाखूनों का टूटना
इम्यूनिटी कमजोर होना
शरीर में सूजन
शरीर का विकास प्रभावित होना
थकान और चिड़चिड़ापन
स्किन में सूजन और चकत्ते

हाई प्रोटीन रिच फूड्स

  • मीट, पोल्ट्री और मछली: ये कुछ सबसे अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ हैं, प्रोटीन के पशु स्रोत आम तौर पर आपके शरीर को आवश्यक सभी आवश्यक अमीनो एसिड प्रदान करते हैं।
  • अंडे: अंडे प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत हैं, एक बड़े अंडे में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन होता है।
  • डेयरी उत्पाद: दूध, पनीर और दही सभी प्रोटीन से भरपूर होते हैं, प्रति कप दूध में लगभग 8 ग्राम प्रोटीन होता है।
  • फलियां और दाल: बीन्स, दाल और अन्य फलियां प्रोटीन, साथ ही फाइबर, विटामिन और मिनरल्स से भरी होती हैं।
  • नट्स एंड सीड्स: बादाम, मूंगफली और सूरजमुखी के बीज सभी प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं, मुट्ठी भर बादाम लगभग 6 ग्राम प्रोटीन प्रदान करते हैं।
  • टोफू और सोया उत्पाद: टोफू सोयाबीन से बनाया जाता है और आधा कप में लगभग 10 ग्राम प्रोटीन के साथ प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है।

प्रोटीन की कमी के 5 लक्षण

  • प्रोटीन की कमी से जोड़ों में मौजूद तरल पदार्थ का निर्माण कम हो जाता है। इससे शरीर का लचीलापन घट जाता है।
  • व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या में कमी। प्रोटीन की कमी के कारण हीमाग्लोबिन भी कम हो सकता है।
  • इसकी कमी के कारण ब्लड में शर्करा का स्तर कम होता है। इसके साथ-साथ इसकी कमी के कारण बार-बार भूख भी लगती है, जिससे वजन बढ़ता है।
  • बाल और नाखूनों पर नकारात्मक असर पड़ता है। अगर सही मात्रा में प्रोटीन नहीं लिया गया, तो बाल काफी झड़ते हैं।
  • बार-बार बीमार पड़ना। शारीरिक दर्द की समस्या से गुजरना जैसे कई लक्षण नजर आते हैं।

दूध के अलावा हाई प्रोटीनयुक्त फूड्स

प्रोटीन का नाम जैसे ही लिया जाता है, तो सबसे पहले हमारे जुबान पर दूध का नाम आता है। लेकिन दूध के अलावा कई चीजों में प्रोटीन की अधिकता होती है। चलिए जानते हैं उन फूड्स के नाम-

सोया

शाकाहारियों के लिए सोया हर रूप में प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। सोया मिल्क, सोया नट्स, सोया टोफू, सोयाबीन, सोया स्नैक्स आदि के रूप में इसका सेवन किया जा सकता है। आजकल लोग खाने में सोया चाप को भी काफी पसंद करने लगे हैं। सोया में प्रोटीन और विटामिन्स भरपूर होते हैं इसलिए इसका सेवन आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है।

दही

विटामिन बी-12 का अच्छा स्रोत है। दही में बी-कॉम्‍पलेक्‍स विटामिन्‍स जैसे विटामिन बी-2 और बी-1 तथा बी-12 भी होते हैं। शाकाहारी लोगों के लिये दूध एक अच्‍छा विकल्प है। इसके अलावा अन्य फूड्स जैसे- चीज़, पनीर, मक्खन, छाछ आदि से भी कुछ मात्रा में ये पोषक तत्व आपको मिल जाता है।

अंकुरित अनाज

अंकुरित अनाज प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है। इसे आप कच्चा भी खा सकते हैं। अंकुरित अनाज को सलाद के रूप में अधिकतर लोग खाते हैं। लेकिन जो लोग एसिडिटी का शिकार होते हैं, वे अंकुरित अनाज ज्यादा मात्रा में न खाएं। चना, मटर, मूंग, बीन्स, मूंगफली आदि को एक रात पानी में भिगाकर रखने और फिर सूती कपड़े में छानकर रखने से ये अंकुरित हो जाते हैं।

बीन्स और फलियां

बीन्स और फलियां प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं। डाइटीशियन इन्हें प्रोटीन का पावर हाउस कहते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर भी होता है, जो शरीर के लिए जरूरी है। बीन्स और फलियों में सभी प्रकार के सूखे और हरे बीन्स, मटर और दालें शामिल हैं। हरी बीन्स के सेवन से शरीर को जरूरी पोषक तत्‍व आसानी से मिल जाते हैं। इसमे पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के और विटामिन बी6 पाया जाता है। यह फॉलिक एसिड का भी एक अच्छा स्त्रोत है। इसके अलावा इनमें कैल्शियम, सिलिकन, आयरन, मैगनीज, बीटा कैरोटीन, प्रोटीन, पोटैशियम और कॉपर की भी जरूरी मात्रा होती है। एक कप उबली हुई बीन्स में लगभग 7 ग्राम प्रोटीन होता है।

ड्राई फ्रूट और सीड्स

ड्राई फ्रूट और सीड्स हाई प्रोटीन के अच्छे सोर्स माने जाते हैं. बादाम, अखरोट, मूंगफली और यहां तक कि चिया सीड्स में भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनरल और फाइबर भी पाया जाता है. ड्राई फ्रूट और सीड्स के सेवन से प्रोटीन की कमी को दूर किया जा सकता है.

पीनट बटर

पीनट बटर को हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. आपको बता दें कि पीनट बटर में प्रोटीन ही नहीं बल्कि विटामिन बी 6, पौटेशियम, फाइबर, मैग्नीशियम के गुण भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर के हेल्दी रखने में मदद कर सकते हैं.

हरी मटर

हरी मटर खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है. हरी मटर सिर्फ खाने में ही नहीं स्वादिष्ट होती बल्कि स्वास्थ्य गुणों से भी भरी होती है. हरी मटर में पिरोटीन के अलावा फाइबर, विटामिन, कॉपर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं.

सोयाबीन

सोयाबीन शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स हो सकता है. सोयाबीन के सेवन से प्रोटीन और कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सकता है. हाई प्रोटीन के लिए आप अपनी डाइट में सोयाबीन को शामिल कर सकते हैं.

ओट्स

ओट्स को प्रोटीन का अच्छा सोर्स माना जाता है. क्योंकि ओट्स में प्रोटीन के साथ-साथ मैग्नीशियम, जिंक, फॉस्फोरस और फॉलेट की मात्रा भी पाई जाती है, जो हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. ओट्स के सेवन से प्रोटीन की कमी को दूर किया जा सकता है.

दालें

हेल्दी रहने के लिए डेली अपनी डाइट में दाल को शामिल करें. मसूर, अरहर, और मूंग दाल हाई प्रोटीन के सोर्स हैं. दाल को आप सूप या खाने में दोनों तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं.

हरी सब्जियां

हरी पत्तेदार सब्जियों को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम के गुण पाए जाते हैं. जो हेल्थ के लिए लाभदायक हो सकते हैं. अपनी डाइट में हरी सब्जियों में पालक, गोभी और ब्रोकली को शामिल कर सकते हैं.

दूध और पनीर

दूध और पनीर को प्रोटीन का सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है. दूध और पनीर में कैल्शियम, आयरन फाइबर के गुण भी पाए जाते हैं, जो हेल्थ के लिए अच्छे मान जाते हैं. अगर आप शाकाहारी हैं तो आप प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में दूध और पनीर को शामिल कर सकते हैं.

Back to top button