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दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा राजस्‍थान राज्‍य के दो नए उपमुख्‍यमंत्री


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नई दिल्ली – मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद अब राजस्थान के मुख्यमंत्री (Rajasthan CM) के नाम की घोषणा कर दी गई है। भजन लाल शर्मा के हाथ प्रदेश की कमान सौंप दी गई है। मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान में भी दो डिप्टी सीएम के फॉर्मूले को पार्टी ने लागू किया है। बता दें कि दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा (Prem Chand Bairwa) को राजस्थान का उपमुख्यमंत्री चुना गया है ।

राजस्‍थान के नए सीएम भजनलाल शर्मा

राजस्‍थान के नए सीएम का ऐलान हो गया है. बीजेपी ने नए चेहरे भजनलाल शर्मा को मुख्‍यमंत्री के तौर पर चुना है. दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा राज्‍य के दो नए उपमुख्‍यमंत्री होंगे. मन में यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिरी यह दीया कुमारी कौन हैं, जिन्‍हें राज्‍य में इतनी बड़ी जिम्‍मेदारी दी गई है. आइये हम आपको उसके बारे में बताते हैं. दीया कुमारी का संबंध राजस्‍थान के एक राज परिवार से है. उनके दादा मान सिंह-2 जयपुर के अंतिम महाराजा थे. आजादी के बाद इस सामाज्‍य का विलय भारत में हो गया था.

राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा

राजस्थान के होने वाले उप-मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा एससी समाज से आते हैं। वे मौजमाबाद तहसील के श्रीनिवास पुरम के रहने वाले हैं और दलित परिवार से ताल्लुक रखते हैं। बैरवा ने विधानसभा चुनाव 2023 में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर एससी सीट दूदू से चुनाव लड़ा और विधायक बन गए। 54 साल के प्रेमचंद बैरवा शैक्षिक योग्यता में डॉक्टरेट हैं। पहले उनका पेशा खेती और व्यापार रहा है। दरअसल, मंगलवार को हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में प्रेमचंद बैरवा और दीया कुमारी को उप-मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान किया गया है।

डॉ. प्रेमचंद बैरवा का राजनीतिक करियर

कांग्रेस की गहलोत सरकार ने दूदू को नया जिला बनाया था। जयपुर ग्रामीण का हिस्सा रहे इस क्षेत्र से कांग्रेस के बाबूलाल नागर चार बार विधायक रह चुके थे। पिछले नौ चुनावों में कांग्रेस के खातें में 7 जीत और बीजेपी को दो बार सफलता मिली थी। 2018 से 2023 में कांग्रेस के विधायक बाबूलाल नागर मुख्यमंत्री के करीबी नेताओं में से एक माने जाते थे। इसका फायदा उन्होंने दूदू को जिले का दर्जा दिलाने में भी लिया था। जबकि बीजेपी जिले की घोषणा को महज कागजी बताती रही। भाजपा विकास के नाम पर बाबूलाल नागर को कटघरे में खड़ा करती रही। नागर के सामने एक बार विधायक रहे बैरवा को चुनाव लड़ाया और भाजपा कामयाब हो गई। इससे पहले, प्रेमचंद बैरवा ने साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार हजारी लाल नागर को 33,720 वोटों के अंतर से हराकर दूदू निर्वाचन क्षेत्र जीता था।

दीया कुमारी ने पति से लिया तलाक

राजस्‍थान की नई उपमुख्‍यमंत्री दीया कुमारी की साल 1994 में नरेन्द्र सिंह से शादी हुई थी. करीब डेढ़ दशक तक यह रिश्‍ता चला. इसके बाद साल 2018 में दोनों ने तलाक ले लिया था. एजुकेशन की बात की जाए तो उन्‍होंने ब्रिटेन जाकर पढ़ाई की हुई है. उन्‍होंने लंदन मेंडेकोरेटिव आर्ट्स में अपनी पढ़ाई पूरी की. साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान दीया कुमारी को लगभग 70 प्रतिशत वोटों से राजस्थान के राजसमंद निर्वाचन सीट पर जीत मिली थी. मौजूदा विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने उन्‍हें जयपुर की विद्याधर नगर सीट से मैदान में उतारा.

दीया कुमारी का राजनीतिक करियर

राजस्‍थान की नई उपमुख्‍यमंत्री दीया कुमार साल 2013 में पहली बार विधायक बनी. तब उन्‍हें सवाई माधोपुर निर्वाचन क्षेत्र से जीत मिली थी. सवाई माधोपुर शहर की स्थापना 18 वीं शताब्दी में उनके पूर्वज महाराजा सवाई माधो सिंह प्रथम ने की थी. इसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्‍हें राजस्थान की राजसमंद सीट से लोकसभा जाने का मौका मिला. सांसद होते हुए भी पार्टी ने उन्‍हें राजस्‍थान में 2023 विधानसभा चुनाव में बड़ी जिम्‍मेदारी देने के मकसद से ही उतारा था.

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