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ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में विवाद : वॉर्नर के खिलाफ विवादित टिप्पणी की मिचेल जॉनसन को मिली सजा


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नई दिल्लीः पूर्व ऑस्ट्रेलियन पेसर मिचेल जॉनसन (Mitchell Johnson) ने हाल ही में अपने साथी खिलाड़ी डेविड वॉर्नर (David warner) पर निशाना साधा था. जॉनसन ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज में डेविड वॉर्नर का नाम होने पर सवाल उठाए थे. जॉनसन ने ऑस्ट्रेलियाई अखबार ‘द वेस्ट ऑस्ट्रेलियन’ में कॉलम लिखकर ‘सैंडपेपर गेट स्कैंडल’ की याद दिलाई थी. जिसके बाद मिचेल जॉनसन की खूब आलोचना होने लगी थी. उस्मान ख्वाजा से लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम के सेलेक्टर जॉर्ज बेली ने मिचेल जॉनसन को खूब सुनाया था. जिसके बाद अब खुद जॉनसन ने वॉर्नर पर अटैक की वजह का खुलासा किया है.

जॉनसन ने कॉलम में वॉर्नर को सुनाई थी खरी-खोटी

कॉलम में जॉनसन ने लिखा था, आखिर उनके (वॉर्नर के)फेयरवेल टेस्ट खेलने की इच्छा को इतना ज्‍यादा महत्व क्यों दिया जा रहा है? एक ऐसे खिलाड़ी को क्यों मौका दिया जा रहा है, जिसका पिछली 36 पारियों में औसत 26.74 रहा है.ऐसा खिलाड़ी जो ऐसे विवाद (बॉल टैम्परिंग) में शामिल रहा, जिससे देश की बदनामी हुई.विवाद में शामिल होकर भी इस खिलाड़ी (वॉर्नर) ने गलती नहीं मानी.उनके विदाई टेस्ट खेलने की इच्छा में वही घमंड दिख रहा है, जो सैंडपेपर गेट में दिखा था.’

वॉर्नर ने जॉनसन को किए थे ऐसे मैसेज

जॉनसन के मुताबिक वॉर्नर ने उन्हें कुछ समय पहले कुछ ऐसे मैसेज किए थे, जिस वजह से वो ये आर्टिकल लिखने के लिए प्रेरित हुए. उन्होंने SEN radio के प्रोग्राम में कहा, ”कुछ समय पहले डेव (डेविड वॉर्नर) ने मुझे एक मैसेज किया था, जो कि बेहद निजी था. मैंने वॉर्नर को कॉल करने और इस बारे में बात करने की कोशिश की थी. वॉर्नर ने जो मैसेज मुझे किया था, वो काफी निजी था. उस मैसेज में कुछ बातें जो कही गई थीं, मैं कभी उन्हें या किसी और को नहीं कहूं. इससे पहले तक हमारे रिश्ते इतने बुरे नहीं थे, जितने उस मैसेज के बाद हुए थे. यही वो मोमेंट था, जिसने मुझे यह आर्टिकल लिखने के लिए प्रेरित किया.”

जॉनसन ने आर्टिकल में क्या लिखा था?

दरअसल क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 3 दिसंबर को पाकिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए स्क्वॉड का ऐलान किया. जिसमें वॉर्नर का भी नाम था. वॉर्नर पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि ये उनके करियर की आखिरी टेस्ट सीरीज होगी. ऐसे में वॉर्नर का नाम स्क्वॉड में देखकर जॉनसन ने लिखा,’हम डेविड वॉर्नर के फेयरवेल सीरीज की तैयारी कर रहे हैं, तो क्या कोई मुझे बता सकता है कि ये क्यों कर रहे हैं? स्ट्रगल कर रहे खिलाड़ी को संन्यास की तारीख खुद तय करने का मौका क्यों मिला है? और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े स्कैंडल में से एक रहे खिलाड़ी को हीरो जैसी विदाई क्यों मिल रही है? चीफ सेलेक्टर जॉर्ज बेली ऑस्ट्रेलियाई टीम के मौजूदा खिलाड़ियों के इतने करीब हैं कि वे टीम के हित में और कड़े फैसले करने से डरते हैं.”

कमेंट्री पैनल से जॉनसन को निकाला

दरअसल, जॉनसन ने कहा था कि वह ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान टेस्ट सीरीज के लिए ‘ट्रिपल एम’ कमेंट्री टीम का हिस्सा होंगे। हालांकि, कंपनी द्वारा मंगलवार को जारी कमेंटेटरों की लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं था। इसमें मर्व ह्यूज, वसीम अकरम और मार्क टेलर जैसे दिग्गजों के नाम थे, लेकिन जॉनसन को इससे बाहर किया गया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जॉनसन को कमेंट्री पैनल से ही हटा दिया है। वॉर्नर पर कॉलम के जरिये निशाना साधने के दो दिन बाद पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने इसके पीछे के कारण का खुलासा किया था। साथ ही अपने कॉलम पर ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता जॉर्ज बेली की प्रतिक्रिया को बचकाना और बेतुका बताया था।

वॉर्नर के पक्ष में खड़े नजर आए थे ख्‍वाजा और मैक्‍सवेल

जॉनसन के इस कमेंट के बाद ऑस्‍ट्रेलिया के कुछ क्रिकेटर खुलकर वॉर्नर के पक्ष में खड़े नजर आए हैं.वॉर्नर के ओपनिंग पार्टनर रहे उस्मान ख्वाजा ने कहाहै, ‘उन्हें (वॉर्नर को)अपनी गलती की सजा मिली. वे क्रिकेट से एक साल के लिए बैन किए गए. डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ मेरे लिए हीरो हैं.’ एक अन्‍य दिग्‍गज खिलाड़ी मैक्‍सवेल ने भी कहा है कि वॉर्नर ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट के चैंपियन खिलाड़ी रहे हैं और सिलेक्‍टर्स ने सोच-समझकर ही उन्हें टीम में रखा है.

ख्वाजा ने किया था वॉर्नर का बचाव

जॉनसन के इस आर्टिकल के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर उस्मान ख्वाजा ने वॉर्नर का बचाव किया था. उन्होंने कहा था, ”वॉर्नर और स्मिथ मेरी नजर में हीरो हैं. उन्होंने खराब समय में एक साल क्रिकेट नहीं खेली. कोई भी आदमी परफेक्ट नहीं होता. मिचेल जॉनसन भी नहीं हैं. अगर कोई कहता है कि डेविड वॉर्नर या सैंडपेपर कांड में शामिल कोई और भी हीरो नहीं है, तो मैं उससे इत्तेफाक नहीं रखता. क्योंकि वो अपने हिस्से की सजा भुगत चुके हैं.”

जॉर्ज बेली ने कड़ी आपत्ति जाहिर की

वहीं टीम के सेलेक्टर जॉर्ज बेली ने भी जॉनसन के आर्टिकल को लेकर कड़ी आपत्ति जाहिर की थी. उन्होंने मीडिया से कहा था, ”मुझे उनके आर्टिकल के छोटे-छोटे टुकड़े भेजे गए हैं. मुझे उम्मीद है कि वो ठीक हैं. मुझे इस बात का कोई अंदाजा नहीं है. क्या कोई मुझे बता सकता है कि खिलाड़ी (जॉनसन) किस दौर से गुजर रहे हैं?”

जॉनसन का रिएक्शन

जॉर्ज बेली के इस बयान को लेकर भी जॉनसन का जवाब आया था. उन्होंने SEN radio के प्रोग्राम में कहा, ”यह पूछना कि क्या मैं ठीक हूं, क्योंकि मुझे मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं. उन्होंने मेरे आर्टिकल को बहुत कम महत्व दिया है और मेरे मानसिक स्वास्थ्य का मजाक उड़ाने की कोशिश की है, जो कि गलत बात है. यह मूल रूप से किसी के मानसिक स्वास्थ्य पर कटाक्ष करना और यह कहना है कि मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से मैंने यह सब लिखा है. लेकिन सच्चाई इससे अलग है.”

जॉनसन ने कॉलम के पीछे की पूरी कहानी बताई

जॉनसन ने वॉर्नर पर किए गए तीखे हमले को वापस नहीं लिया और खुलासा किया कि ये सब तब शुरू हुआ जब उन्हें अप्रैल में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज से एक कॉलम के जवाब में काफी व्यक्तिगत संदेश मिला था, जो उन्होंने वॉर्नर की पत्नी कैंडिस द्वारा फॉक्स स्पोर्ट के कार्यक्रम में टेस्ट टीम में अपने पति के स्थान का बचाव करने के बाद लिखा था। जॉनसन ने वॉर्नर के संदेश के बारे में कोई जानकारी नहीं दी लेकिन स्वीकार किया कि सिडनी में विदाई टेस्ट मैच की वॉर्नर की इच्छा और उस मैसेज ने उन्हें कॉलम लिखने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने कहा, ‘लोगों को मेरा कॉलम पसंद आया और उससे जुड़े हैं। उन्हें ऐसा लगा कि इसका एक निजी पक्ष भी है, जो कि वाकई है। लेकिन जब मैंने आर्टिकल लिखे हैं, तो मैंने हमेशा यह कोशिश की है कि मैं जो भी लिखूं, बाद में उसका बचाव करने की पूरी तैयारी रखूं। यह मेरी राय है, यह केवल एक राय है। मेरे लिए यह आर्टिकल लिखना एक मुश्किल काम था। जब मैंने इसे लिखा, तो मुझे पता था कि यह शायद लोगों का थोड़ा ध्यान आकर्षित करेगा।

मैसेज के बाद बिगड़े थे जॉनसन-वॉर्नर के रिश्ते

जॉनसन ने कहा- वॉर्नर ने जो मैसेज मुझे किया था, वह काफी निजी था। इससे पहले तक हमारे रिश्ते उतने बुरे नहीं थे जितने उसाद हुए थे। यही वह क्षण था, जिसने मुझे यह आर्टिकल लिखने के लिए प्रेरित किया। उसमें भी मैंने कुछ बातें ही बोली हैं, ज्यादा नहीं। निश्चित तौर पर वह एक कारण था। उस मैसेज में कुछ बातें जो कही गई थीं, मैं कभी उन्हें या किसी को नहीं कहूंगा। अब यह वॉर्नर पर है कि वह मुझसे इस मसले पपर बात करते हैं या नहीं। अगर वह मुझसे बात करते हैं तो मैं तैयार हूं। कुछ बातें जो उस मैसेज में लिखी गई थीं वह बेहद निराशाजनक थीं। सच कहूं तो उस मैसेज में लिखी गई बातें बहुत ही बुरी थीं।

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