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भारत

दिल्ली प्रदूषण : ऑड-ईवन स्‍कीम प्रदूषण पर अंकुश नहीं लगा पाई ,कांग्रेस ने आप सरकार पर बोला हमला

नई दिल्लीः देश की राजधानी दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण को लेकर अब कांग्रेस ने भी आप सरकार पर हमला बोल दिया है. दिल्ली में पिछले एक हफ्ते से ज्यादा समय से एयर क्वालिटी बहुत खराब है। बुधवार (8 नवंबर) को दिल्ली में ऐवरेज एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 421 दर्ज किया गया। कई इलाकों में AQI 450 से ऊपर रहा।राजधानी में प्रदूषण की स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है. दिल्ली इन दिनों गैस चेंबर बनी हुई है. हर तरफ धुएं की काली चादर दिखाई दे रही है. लोगों का सांस लेना दोभर होता जा रहा है. इस वजह से दिल्ली सराकर ने इन दिनों कंस्ट्रक्शन कार्य पर रोक लगा दी है और जल्द ही ऑड ईवन भी लागू होने जा रहा है.

‘सम-विषम’ योजना रही विफल

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Delhi Pradesh Congress Committee) के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) ने मंगलवार को दावा किया कि अतीत में कार चलाने की ‘सम-विषम’ योजना (Odd-Even Scheme) वायु प्रदूषण (Air Pollution) को रोकने में विफल रही है और इससे लोगों को केवल असुविधा हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली ‘गैस चैंबर’ बन गई है और सरकार वायु प्रदूषण से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने में विफल रही है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को घोषणा की थी कि शहर में 13 से 20 नवंबर तक सम-विषम योजना लागू की जाएगी, जिसके बाद लवली ने यह बयान दिया है.

केंद्र और राज्य सरकारें जिम्मेदार

दरअसल, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को घोषणा की थी कि देश की राजधानी में 13 से 20 नवंबर तक ऑड ईवन स्कीम लागू की जाएगी. उनके इस बयान के एक दिन बाद प्रदूषण को लेकन लवली का यह बयान सामने आया है. लवली ने कहा कि अत्यधिक खराब वायु गुणवत्ता के लिए केंद्र और राज्य सरकारें दोनों जिम्मेदार हैं. उन्होंने पूरे साल प्रदूषण को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया और जब लोग जहरीली हवा के शिकार हुए, तब जाकर वे जागे.

पर्यावरण मंत्री ने बुलाई बैठक

दिल्ली की खराब एयर क्वालिटी को लेकर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग में ट्रांसपोर्ट, रेवेन्यू और दूसरे विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बताया गया कि मीटिंग में ऑड-ईवन सिस्टम लागू करने पर चर्चा की गई। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार के ऑड-ईवन सिस्टम को दिखावा बताया था।दरअसल, दिल्ली सरकार ने दीपावली के अगले दिन यानी 13 नवंबर से 20 नवंबर तक ऑड-ईवन लागू करने का ऐलान किया था। इस बीच दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर 7 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि ऑड-ईवन से प्रदूषण कम नहीं होता।

Odd-Even स्कीम गलत फैसला

अगर दिल्ली के वायु प्रदूषण के लिए पराली जलाना एक प्रमुख कारण है तो तो उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा में बीजेपी सरकारों और पंजाब तथा दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकारों को पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए पहले से कदम उठाने चाहिए थे. राज्य सरकार की ऑड ईवन स्कीम एक गलत कदम था, जिससे प्रदूषण कम नहीं हुआ, बल्कि लोगों को असुविधा ही हुई.

LG बुलाएं सर्वदलीय बैठक

दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली का कहना है कि खतरनाक वायु प्रदूषण का स्थायी समाधान खोजने के लिए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि खतरनाक वायु प्रदूषण के कारण लोग अपनी जान बचाने के लिए दिल्ली से बाहर जाने को मजबूर हैं, लेकिन दोनों सरकारों को लोगों की दुर्दशा की कोई परवाह नहीं है.

प्रदूषण से निपटने पर काम हो, राजनीति नहीं’

दिल्ली में लगातार हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है. पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताई है. उन्होंने बुधवार को कहा कि केंद्र, दिल्ली सरकार और पड़ोसी राज्यों को शहर में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए आम सहमति से एक फार्मूला विकसित करना चाहिए और इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. समस्या से निपटने के लिए तत्काल उपाय करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मुद्दा है क्योंकि यह युवाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है. नायडू ने कहा कि वायु प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से लिया जाना चाहिए क्योंकि दिल्ली भारत की राजधानी है और इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए.

दिल्ली में GRAP-IV लागू

बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली में 5 नवंबर से GRAP का चौथा स्टेज लागू है। इसके तहत कॉमर्शियल गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। सब्जी, फल, दवा जैसे जरूरी सामान की आपूर्ति करने वाले, CNG और इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर बाकी ट्रकों की आवाजाही प्रतिबंधित है।किसी जगह पर GRAP-IV तब लगाया जाता है, जब वहां का AQI लास्ट स्टेज यानी 450-500 के बीच पहुंच जाता है। दिल्ली में GRAP-IV लागू होने के साथ ही GRAP-I, II और III के नियम भी लागू हैं। इनके तहत गैर-जरूरी कंस्ट्रक्शन वर्क, BS-3 कैटेगरी वाले पेट्रोल और BS-4 कैटेगरी वाले डीजल, चार पहिया वाहनों पर बैन है.

दिल्ली की हवा 25-30 सिगरेट के धुएं जितनी जहरीली

एयर क्वालिटी को लेकर गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल के डॉ. अरविंद कुमार ने 4 नवंबर को बताया था कि 400-500 AQI वाली हवा 25-30 सिगरेट के धुएं के बराबर है। इसका असर सभी एज ग्रुप के लोगों पर समान रूप से पड़ता है। दिल्ली में प्रदूषण पर अपोलो हॉस्पिटल के डॉ. निखिल मोदी ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है। प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए फायर डिपार्टमेंट की 12 गाड़ियों को सड़क किनारे पेड़ों पर पानी का छिड़काव करने के लिए लगाया गया है।

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