दिल्ली प्रदुषण : दिल्ली में प्रदूषण के कारण एक महीने पहले स्कूल बंद,सरकार का बड़ा फैसला
नई दिल्लीः दिल्ली में खतरनाक वायु प्रदूषण को लेकर 9 से 18 नवंबर तक स्कूलों में सर्दी की छुट्टियों का ऐलान किया गया है। हर साल दिसंबर-जनवरी के बीच स्कूलों में विंटर वेकेशन होता था। लेकिन इस बार प्रदूषण की वजह से नवंबर में ही छुटि्टयां कर दी गईं। दिल्ली के शिक्षा विभाग ने बुधवार (8 नवंबर) को यह आदेश जारी किया।इससे पहले दिल्ली सरकार ने सिर्फ प्राइमरी स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद रखने का निर्देश दिया था। दिल्ली में पिछले एक हफ्ते से ज्यादा समय से एयर क्वालिटी बहुत खराब है। बुधवार (8 नवंबर) को दिल्ली में ऐवरेज एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 421 दर्ज किया गया। कई इलाकों में AQI 450 से ऊपर रहा।
अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिया ये आदेश
अरविंद केजरीवाल सरकार ने बुधवार दोपहर कहा कि लगातार छह दिनों तक शहर में फैले जहरीले धुएं की वजह से दिल्ली के स्कूल 9 से 18 नवंबर तक शीतकालीन अवकाश के लिए बंद रहेंगे. दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को तुरंत बंद करने और आमतौर पर दिसंबर और जनवरी के बीच होने वाली छुट्टियों को अभी एडजस्ट करने का आदेश दिया.सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आज सुबह 7 बजे पंजाबी बाग में AQI 460, बवाना में 462, आनंद विहार में 452 और रोहिणी में 451 रिकॉर्ड किया गया। आनंद विहार में 7 नवंबर को रात 10 बजे AQI 999 पहुंच गया था।
बढ़ते प्रदूषण की वजह से दिल्ली के स्कूलों की छुट्टियां
राजधानी में प्रदूषण की स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है. दिल्ली इन दिनों गैस चेंबर बनी हुई है. हर तरफ धुएं की काली चादर दिखाई दे रही है. लोगों का सांस लेना दोभर होता जा रहा है. इस वजह से दिल्ली सराकर ने इन दिनों कंस्ट्रक्शन कार्य पर रोक लगा दी है और जल्द ही ऑड ईवन भी लागू होने जा रहा है. अब बच्चों की छुट्टियां 19 नवंबर तक बढ़ाने का फैसला दिल्ली सरकार ने लिया है.अब इन छुट्टियों की भरपाई दिसंबर से आई सर्दियों की छुट्टियों से की जाएगी.
पर्यावरण मंत्री ने बुलाई बैठक
दिल्ली की खराब एयर क्वालिटी को लेकर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग में ट्रांसपोर्ट, रेवेन्यू और दूसरे विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बताया गया कि मीटिंग में ऑड-ईवन सिस्टम लागू करने पर चर्चा की गई। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार के ऑड-ईवन सिस्टम को दिखावा बताया था।दरअसल, दिल्ली सरकार ने दीपावली के अगले दिन यानी 13 नवंबर से 20 नवंबर तक ऑड-ईवन लागू करने का ऐलान किया था। इस बीच दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर 7 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि ऑड-ईवन से प्रदूषण कम नहीं होता।
प्रदूषण से निपटने पर काम हो, राजनीति नहीं’
दिल्ली में लगातार हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है. पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताई है. उन्होंने बुधवार को कहा कि केंद्र, दिल्ली सरकार और पड़ोसी राज्यों को शहर में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए आम सहमति से एक फार्मूला विकसित करना चाहिए और इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. समस्या से निपटने के लिए तत्काल उपाय करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मुद्दा है क्योंकि यह युवाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है. नायडू ने कहा कि वायु प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से लिया जाना चाहिए क्योंकि दिल्ली भारत की राजधानी है और इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए.
आदेश से प्राइवेट स्कूल असमंजस में!
दिल्ली सरकार के आदेश से प्राइवेट स्कूल 10वीं और 12वीं की कक्षाओं को लेकर असमंजस में हैं। कुछ स्कूलों में इस समय प्री बोर्ड के एग्जाम चल रहे हैं, जबकि कुछ में यह एग्जाम दिवाली के बाद शुरू होने हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि स्कूल बोर्ड कक्षाओं के लिए बीच का रास्ता निकाल सकते हैं। बोर्ड की तैयारी के लिए ऑनलाइन क्लास का ऑप्शन दिया जा सकता है।
तो दिसंबर में नहीं मिलेगा विंटर ब्रेक!
फिलहाल दिल्ली सरकार की तरफ से जो आदेश जारी हुआ है, उसमें सभी स्कूलों को गुरुवार 9 नवंबर से 18 नवंबर तक बंद रखने को कहा गया है। 19 नवंबर को रविवार है। यह छुट्टी विंटर ब्रेक के नाम से दी गई है। ऐसे में यह भी सवाल है कि क्या हर साल दिसंबर के आखिर में मिलने वाला विंटर ब्रेक इस बार स्कूलों में नहीं रहेगा। दिल्ली में दिसंबर के आखिरी हफ्ते से जनवरी के दूसरे हफ्ते तक मौसम काफी सर्द होता है। ऐसे में विंटर ब्रेक को लेकर भी सस्पेंस बना हुआ है।
दिल्ली में GRAP-IV लागू
बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली में 5 नवंबर से GRAP का चौथा स्टेज लागू है। इसके तहत कॉमर्शियल गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। सब्जी, फल, दवा जैसे जरूरी सामान की आपूर्ति करने वाले, CNG और इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर बाकी ट्रकों की आवाजाही प्रतिबंधित है।किसी जगह पर GRAP-IV तब लगाया जाता है, जब वहां का AQI लास्ट स्टेज यानी 450-500 के बीच पहुंच जाता है। दिल्ली में GRAP-IV लागू होने के साथ ही GRAP-I, II और III के नियम भी लागू हैं। इनके तहत गैर-जरूरी कंस्ट्रक्शन वर्क, BS-3 कैटेगरी वाले पेट्रोल और BS-4 कैटेगरी वाले डीजल, चार पहिया वाहनों पर बैन है।
दिल्ली की हवा 25-30 सिगरेट के धुएं जितनी जहरीली
एयर क्वालिटी को लेकर गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल के डॉ. अरविंद कुमार ने 4 नवंबर को बताया था कि 400-500 AQI वाली हवा 25-30 सिगरेट के धुएं के बराबर है। इसका असर सभी एज ग्रुप के लोगों पर समान रूप से पड़ता है। दिल्ली में प्रदूषण पर अपोलो हॉस्पिटल के डॉ. निखिल मोदी ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है। प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए फायर डिपार्टमेंट की 12 गाड़ियों को सड़क किनारे पेड़ों पर पानी का छिड़काव करने के लिए लगाया गया है।