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डेंगू के बुखार में पैरासिटामोल लेने की न करें गलती, धड़ाम से गिर सकता है प्लेटलेट


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नई दिल्लीः देशभर में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. बीते कुछ महीनों में, अलग-अलग हिस्सों में डेंगू के मामले बढ़ने की खबरें आ रही हैं. डेंगू एक गंभीर बीमारी है, जो आमतौर पर मच्छरों के काटने से होती है. अगर इसका सही समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह जानलेवा भी हो सकती है. इसलिए, समय रहते इसका उचित इलाज करना जरूरी है. डेंगू को हड्डीतोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है. डेंगू के बुखार को कम करने के लिए लोग अक्सर दवाई का इस्तेमाल करते हैं. काफी सारे लोग डेंगू के बुखार पैरासिटामोल खा लेते हैं.

पैरासिटामोल दर्द के कारण का इलाज नहीं करती

डेंगू में होने वाले बुखार को कम करने के लिए लोग अक्सर दवाई का इस्तेमाल करते हैं। इस दौरान तेज बुखार, शरीर में दर्द या उल्टी जैसे लक्षण होने पर आमतौर पर मरीज को पैरासिटामोल दी जाती है। पैरासिटामोल को डेंगू के मरीजों के लिए सुरक्षित माना जाता है और बुखार जैसे बाकी लक्षणों को कम करने में मदद करता है। यह टैबलेट पैरासिटामोल दर्द के कारण का इलाज नहीं करती, बल्कि दर्द को कम करती है। यही वजह है कि सिरदर्द, माइग्रेन और पीरियड्स के दर्द को कम करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

एक्सपर्ट से जानें क्या है डेंगू फीवर?

नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल की फिजीशियन डॉ. सोनिया रावत के अनुसार डेंगू एक वायरल फीवर है और इसके लक्षण बेहद सामान्य होते हैं. यह एडीज एजेप्टी (Aedes Aegypti) मच्छर के काटने से फैलता है. मच्छर के काटने के 4 से 10 दिन के बाद इसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं. डेंगू होने पर प्लेटलेट काउंट (Platelet Count) तेजी से गिरने लगता है. लक्षण दिखने पर लोगों को तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर प्रॉपर ट्रीटमेंट करवाना चाहिए. डॉक्टर की सलाह के बिना घर पर ट्रीटमेंट करना जानलेवा साबित हो सकता है

पैरासिटामोल के नुकसान

पैरासिटामोल डेंगू के मरीजों के लिए सुरक्षित है, लेकिन यह बीमारी का इलाज नहीं करती. यह केवल बुखार और दर्द जैसे लक्षणों को कम करती है. सिरदर्द, माइग्रेन और पीरियड्स के दर्द के लिए भी इसका इस्तेमाल इसी तरह किया जाता है. किसी भी दवा की तरह, पैरासिटामोल के भी कुछ नुकसान होते हैं, जैसे नींद आना, थकान, चकत्ते और खुजली. इसके अलावा, लंबे समय तक इसका उपयोग करने से लिवर और किडनी को नुकसान पहुंच सकता है.

लंबे समय तक इसे खाने से निम्न दिक्कतें भी हो सकती हैं

हालांकि, लंबे समय तक इसका इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल, किसी भी अन्य दवा की ही तरह, पैरासिटामोल खाने के भी दुष्प्रभाव होते हैं। पेरासिटामोल खाने के कुछ हानिकारक प्रभावों में नींद आना, थकान, चकत्ते और खुजली शामिल हैं।

थकान
सांस फूलना
उंगलियां और होंठ नीले पड़ जाना
एनीमिया
लिवर और किडनी को नुकसान
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है, तो हृदय रोग और स्ट्रोक
पेट में दर्द
मतली
उल्टी
कोमा

डेंगू में जानलेवा हो सकती हैं ये दवाइयां


डॉ. सोनिया रावत कहती हैं कि डेंगू में पैरासिटामोल का इस्तेमाल सबसे सुरक्षित माना जाता है. यह दवा बुखार को कम करने के साथ बॉडी पेन से राहत दिला सकती है. लोगों को वजन के अनुसार इसकी डोज लेनी चाहिए. कुछ लोग शरीर में दर्द, सिर दर्द, पेट दर्द जैसी दवा लेते हैं, लेकिन इससे इंटरनल ब्लीडिंग होने के साथ प्लेटलेट काउंट तेजी से गिर सकता है. खास बात यह है कि डेंगू एक वायरल फीवर है और इसमें एंटीबायोटिक दवा भी नहीं लेनी चाहिए. इससे भी प्लेटलेट काउंट कम होने का खतरा बढ़ जाता है. इन दवाओं से लिवर डिसऑर्डर भी हो सकता है. आप डॉक्टर की सलाह के बाद ही कुछ दवाइयों को ले सकते हैं

प्लेटलेट कम होने से इंटरनल ब्लीडिंग का खतरा

डॉक्टर के मुताबिक स्वस्थ लोगों में प्लेटलेट काउंट 1.5 लाख से 4 लाख के बीच होता है. डेंगू होने पर प्लेटलेट तेजी से कम होते हैं और कई बार कंडीशन सीरियस हो जाती है. प्लेटलेट कम होने पर ब्रेन समेत शरीर के कई हिस्सों में इंटरनल ब्लीडिंग होने का खतरा बढ़ जाता है. महिलाओं में मेंस्ट्रूअल ब्लीडिंग भी हो सकती है. इसके अलावा प्लेटलेट्स घटने से लिवर पर बुरा असर पड़ता है और लिवर का साइज बढ़ जाता है. गलत दवाइयों का सेवन करने से लिवर की परेशानी ज्यादा बढ़ सकती है

डेंगू बुखार के घरेलू उपाय

खुद को हाइड्रेटेड रखें: डेंगू बुखार से पीड़ित व्यक्ति को खूब पानी, नारियल पानी या अन्य तरल पदार्थ पीने चाहिए. इससे शरीर में निर्जलीकरण को रोकने में मदद मिलेगी.
आराम करें: डेंगू बुखार एक थका देने वाली बीमारी है. रोगी को आराम करने और अपने शरीर को ठीक होने का मौका देने की आवश्यकता होती है.
ठंडे पानी की सिकाई करें: ठंडे पानी की सिकाई से बुखार को कम करने में मदद मिल सकती है.
विटामिन सी से भरपूर आहार खाएं: विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है. डेंगू बुखार से पीड़ित व्यक्ति को विटामिन सी से भरपूर आहार खाना चाहिए, जैसे कि संतरा, नींबू और ब्रोकोली

डेंगू से बचाव के लिए अपनाए ये तरीके-

आमतौर पर मच्छर से फैलने वाली इस बीमारी से बचने के लिए पूरी बाजू के कपड़े और फुल पैंट पहनें।
बाहर जाने पर मच्छर भगाने वाली क्रीम का प्रयोग करें।
अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा और रुके हुए पानी से मुक्त रखना भी महत्वपूर्ण है।
नियमित धूनी भी मच्छरों को दूर रखने में मदद कर सकती है।

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