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जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे जो बाइडेन ,कोरोना रिपोर्ट आया निगेटिव


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नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आएंगे. कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद बाइडेन का दौरा कंफर्म हुआ है. व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन(Joe Biden) का COVID-19 टेस्ट नेगेटिव आया है और जी 20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए वह गुरुवार को भारत की यात्रा के लिए रवाना होंगे. इस दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी. बाइडेन शनिवार और रविवार को जी20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में भाग लेंगे.

बता दें कि बाइडेन की पत्नी कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं.यह घोषणा 72 वर्षीय प्रथम महिला जिल बाइडेन के सोमवार को COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव आने के एक दिन बाद की है. 80 वर्षीय बाइडेन का उनकी पत्नी के पॉजिटिव टेस्टिंग के बाद सोमवार और मंगलवार को वायरस के लिए परीक्षण किया गया था, लेकिन उनके परिणाम नेगेटिव निकले. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे का कहना है, उनमें कोई लक्षण नहीं दिख रहा है.

बाइडेन सात तारीख़ को भारत पहुंचेंगे उनके आने से पहले हवाई सुरक्षा और साथ में ज़मीनी सुरक्षा की पूरी तैयारी हो गई है. जो बाइडेन एयरफ़ोर्स-वन में भारत आएंगे. आपको बता दें इसकी तैयारी की गई है यह एयरफ़ोर्स-वन 4 हज़ार स्क्वायर फ़ीट का है और यह तीन मंज़िला एयरक्राफ़्ट है. इसके सेंसर्स की निगरनी पूरे समय होती है.चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग G-20 के शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे सिर्फ G-20 में ही नहीं शी जिनपिंग आगे होने वाले कई बड़े अंतर्राष्ट्रीय मंचों से नदारद रहेंगे. हर जगह शी जिनपिंग अपनी जगह अपने किसी प्रतिनिधि को भेज रहे हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि ऐसा क्या है जिस वजह से जिनपिंग को बड़े अंतर्राष्ट्रीय मंचों से अपना चेहरा छुपाना पड़ रहा है.

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार को भारत की यात्रा करेंगे.’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे. व्हाइट हाउस ने कहा कि शिखर सम्मेलन के दौरान बाइडन जी20 के नेतृत्व के लिए पीएम मोदी की सराहना करेंगे.व्हाइट हाउस ने कहा कि इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी होगी. यह घोषणा प्रथम महिला जिल बाइडन के सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के एक दिन बाद आई है. जो बाइडन दिशानिर्देशों का पालन करेंगे, और अपना मास्क केवल तभी हटाएंगे जब वह दूसरों से सामाजिक रूप से दूर होंगे.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज समेत दुनिया के एक से बढ़कर एक ताकतवर मुल्कों के नेता G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आ रहे हैं लेकिन दिल्ली की यही अहमियत एक देश को चुभ रही है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनेंगे. उनकी जगह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग जी-20 समिट में शामिल होंगे.

खबर है कि जिनपिंग G-20 से ठीक पहले पहले इंडोनेशिया में हो रहे आसियान और ईस्ट एशिया समिट में भी शामिल नहीं होंगे. भारत की मेजबानी में पहली बार आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से शी की अनुपस्थिति का चीन ने कोई कारण नहीं बताया है. वर्ल्ड लीडर्स को भी G-20 जैसे सम्मेलन में जिनपिंग का न आना हैरान कर रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक पूरी दुनिया में जिस तरह से भारत की धाक बढ़ रही है, उससे चीन सहमा हुआ है .भारत के इसी बढ़ते रुतबे से जिनपिंग परेशान हैं और जी-20 समिट में आने में असहज महसूस कर रहे हैं.

एनएसए ने कहा कि बाइडेन ‘जी 20 शिखर सम्मेलन के प्रमुख हैं, वह बड़ी चीजों को एक साथ लाने के लिए उभरते बाजार भागीदारों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’पीटीआई के मुताबिक सुलिवन ने कहा, ‘हमारा मानना है कि दुनिया इस सप्ताह के अंत में नई दिल्ली में यही देखेगी. जी-20 के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिबद्धता कम नहीं हुई है और हमें उम्मीद है कि यह जी-20 शिखर सम्मेलन दिखाएगा कि दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी मिलकर काम कर सकती हैं.’

सुलिवन ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका का ध्यान ‘विकासशील देशों के लिए काम करने, जलवायु से लेकर प्रौद्योगिकी तक अमेरिकी लोगों के लिए प्रमुख प्राथमिकताओं पर प्रगति करने और एक ऐसे मंच के रूप में जी20 के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने पर होगा जो वास्तव में काम कर सकता है.’इससे पहले, सवालों का जवाब देते हुए, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने दोहराया कि बाइडेन की यात्रा योजनाओं में कोई बदलाव नहीं है और राष्ट्रपति की भारत यात्रा से पहले नियमित अंतराल पर परीक्षण किया जाएगा.राष्ट्रपति का सोमवार रात कोविड-19 परीक्षण नकारात्मक आया और मंगलवार को फिर से परीक्षण नकारात्मक आया.

शनिवार (9 सितंबर) और रविवार (10 सितंबर) को अमेरिकी राष्ट्रपति जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. जहां वह जी20 भागीदार देशों से स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने सहित वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे. व्हाइट हाउस ने कहा कि वे यूक्रेन में युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों पर भी चर्चा करेंगे और वैश्विक चुनौतियों से निपटने सहित गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने के लिए विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाने पर चर्चा करेंगे.

बता दें कि G20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक मंच है. सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसके बाद बाइडन 10 सितंबर को हनोई, वियतनाम की यात्रा करेंगे. हनोई में रहते हुए बाइडन संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम के बीच सहयोग को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए महासचिव गुयेन फु ट्रोंग और अन्य प्रमुख नेताओं से मिलेंगे.

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