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Vitamin B12 की कमी वज़ह से आंखों में दिखता है पहला लक्षण, करें ये उपाय


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नई दिल्लीः जब शरीर में विटामिन बी12 कम होने लगता है तो लाल रक्त कोशिका, सफेद रक्त कोशिका और प्लेटलेट्स का स्वस्थ उत्पादन नहीं होता। नेशनल हार्ट, लंग एंड ब्लड इंस्टीट्यूट के मुताबिक (ref.), इसकी वजह से विटामिन बी12 डेफिशिएंसी एनीमिया हो सकता है। इसके लक्षणों को नजरअंदाज करना मरीज को भारी पड़ सकता है।लोगों को विटामिन बी12 की कमी होना आम बात है, लेकिन अधिकांश लोगों की इसकी जानकारी नहीं होती। वयस्कों में अधिकांशतः इसकी कमी पाई जाती है। गर्भावस्था, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी विटामिन बी12 की कमी हो सकती है।

क्या आपको पता है कि विटामिन बी12 की कमी से क्या होता है? किस उम्र वर्ग के लोगों को इसकी कमी होने की सबसे अधिक संभावना रहती है? अगर किसी व्यक्ति को विटामिन बी12 की कमी हो गई तो कौन-सी बीमारी हो सकती है? आपके लिए यह जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि जब भी ये लक्षण आपको दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क किया जा सके। आइए इसके बारे में जानते हैं।हमारे खाने में कई तरह के विटामिन मौजूद होते हैं लेकिन फिर भी लोग इसकी कमी से जूझते हैं। आज हम बात कर रहे हैं विटामिन-बी12 की कमी की। आइए जानें इसके लक्षण कैसे दिखते हैं।जब विटामिन बी12 की वजह से खून की कमी होती है तो यह आंखों में पीलापन छोड़ सकती है। नतीजतन आपकी नजर भी कमजोर हो सकती है। इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके अलावा कुछ और लक्षणों पर भी ध्यान रखें।

विटामिन-बी12 एक ज़रूरी पोषक तत्व है, जो हमारे शरीर के काम के लिए बेहद ज़रूरी होता है। यह विटामिन डीएनए सिंथसिस, ऊर्जा के उत्पादन और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के काम के लिए ज़रूरी होता है। शोध का कहना है कि 60 से ऊपर के 20 प्रतिशत लोगों में इस विटामिन की कमी होती है। जो आमतौर पर अधूरी डाइट या किसी मेडिकल कंडिशन की वजह से हो सकती है।विटामिन बी12 का नॉर्मल लेवल 300 pg/mL या ज्यादा होता है, जब यह 200 pg/mL से भी नीचे चला जाता है तो निम्नलिखित संकेत दिख सकते हैं।उम्र के साथ हमारा शरीर खाने से विटामि-बी12 अवशोषित सही तरीके से नहीं कर पाता, जिससे उम्रदराज़ लोगों में यह कमी काफी देखी जाती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि नौजवान लोग इस विटामिन की कमी से नहीं जूझ सकते। बाकी सभी पोषक तत्वों की तरह विटामिन-बी भी सेहत के लिए बेहद अहम होता है, लेकिन फिर भी इसे अक्सर अनदेखा किया जाता है।

खत्म न होने वाली थकान-अगर आपके शरीर में विटामिन-बी12 की कमी है, जो आप थका हुआ महसूस करेंगे। आपके शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए बी12 की ज़रूरत होती है। बी12 का स्तर अगर बिगड़ता है, तो इससे लाल रक्त कोशिकाओं में गिरावट आने लगती है। जब आपका शरीर टिशूज़ तक ऑक्सीजन ले जाने के लिए पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाता है, तो आप कमज़ोरी और थकावट महसूस करते हैं।

शरीर पीला पड़ना-विटामिन-बी12 की कमी से त्वचा का रंग पीला या फीका पड़ सकता है। बी12 से जुड़े अनीमिया की वजह से त्वचा का रंग फीका पड़ सकता है, इसकी वजह शरीर में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होती है। बी12 की कमी के कारण जॉनडिस भी हो सकता है, दिससे आपकी त्वचा और आंखों का रंग पीला पड़ जाता है। 

सिरदर्द रहना-बी12 की कमी के न्यूरोलॉजिकल साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जिसमें सिर दर्द भी शामिल है। यहां तक कि सिर दर्द, विटामिन-बी12 की कमी का सबसे आम लक्षण है। शोध में देखा गया है कि जो लोग अक्सर सिर दर्द से जूझते हैं, उनमें बी12 की कमी आमतौर पर होती है। 

उदासी-निराशा रहना-विटामिन-बी12 केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के काम के लिए ज़रूरी होता है, इसलिए इस पोषक तत्व की कमी आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। विशेष रूप से, बी12 की कमी अवसाद के विकास का जाखिम अधिक बढ़ा सकती है। अवसाद के साथ विटामिन-बी12 की कमी से दूसरी मानसिक दिक्कतें भी शुरू हो सकती हैं, जिसमें साइकोसिस और मूड में बदलाव शामिल है। 

पेट खराब रहना-बी12 की कमी की वजह से दस्त, मतली, कब्ज़, ब्लोटिंग, गैस और पेट से जुड़ी दूसरी दिक्कतें हो सकती हैं। यह समस्या बड़े और बच्चे दोनों महसूस कर सकते हैं। 

ध्यान न लगा पाना-क्योंकि बी12 की कमी केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव डालती है, इसलिए इससे लोग अस्पष्ट महसूस कर सकते हैं, साथ ही उन्हें ध्यान केंद्रित करने या फिर काम को पूरा करने में कठिनाई हो सकती है। खासतौर पर उम्रदराज़ लोग इस तरह के लक्षण का अनुभव कर सकते हैं, क्योंकि उम्र के साथ विटामिन-बी12 का कमी बढ़ती जाती है। 

जीभ में सूजन-ग्लोसाइटिस उस समस्या को कहा जाता है, जिसमें जीभ सूजकर लाल हो जाती है और उसमें दर्द होने लगता है। इसकी वजह शरीर में विटामिन-बी12 की कमी होती है। ग्लोसाइटिस के साथ स्टोमाटाइटिस भी आम है, जिसमें मुंह में सूजन और छाले हो जाते हैं। वैसे यह दोनों समस्याएं उन लोगों में आम हैं, जिनमें विटामिन-बी12 की कमी से अनीमिया हो जाता है। यह बिना अनीमिया के भी हो सकता है, जो विटामिन-बी12 की कमी का शुरुआती लक्षण है। 

हाथ-पैर में चुभन-शरीर के किसी भी हिस्से में जलन या फिर सुई सी चुभने को मेडिकल भाषा में पैरेस्थीशिया कहा जाता है, जो आमतौर पर पैरों और हाथों में होती है। जो लोग विटामिन-बी12 की कमी से जूझते हैं, उन्हें इस दिक्कत से भी गुज़रना पड़ता है। हालांकि, इस तरह का लक्षण डायबेटिक न्यूरोपैथी में भी महसूस होता है। हाई ब्लड प्रेशर की वजह से नर्व डैमेज होने की वजह से भी इस तरह का दिक्कत से गुज़रना पड़ सकता है।
 
थकान और अंगों में कमजोरी-शारीरिक कमजोरी और थकान, विटामिन बी12 की कमी के संकेत हैं।

न्यूट्रिशनिस्ट विपिन राणा ने बताया कि कोबालामिन लेने के लिए पाचन को सही रखना बहुत जरूरी है। इसके बाद आप निम्नलिखित फूड्स का सेवन जरूर करें।

पालक
चुकंदर
मशरूम
बादाम
आलमंड मिल्क
राइस ब्रान पाउडर
न्यूट्रिशनल यीस्ट
डेयरी प्रॉडक्ट

विटामिन बी12 डेफिशिएंसी के लक्षण दिखते ही आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। क्योंकि, इस समस्या के पीछे कई सारे दूसरे कारण हो सकते हैं, जिसके बारे में आपको जानकारी ना हो। डॉक्टर आपके पूरे स्वास्थ्य की जांच करके सही उपाय दे सकता है।

विटामिन बी12 की कमी के मुख्य कारण

उचित मात्रा में अवशोषण न होना-आप जिन आहार का सेवन करते हैं उससे शरीर में विटामिन बी12 का अवशोषण होता है। अगर शरीर सही तरह से विटामिन बी12 का अवशोषण नहीं कर पा रहा है तो इसकी कमी हो सकती है।

पर्याप्त आहार का सेवन न करना-विटामिन बी12 युक्त आहार का पर्याप्त मात्रा में सेवन न करने से भी इसकी कमी हो सकती है।

शाकाहारी लोगों को हो सकती है कमी-चिकित्सकों के अनुसार, शाकाहारी आहार की तुलना में मांसाहारी आहार में विटामिन बी12 प्रचुर मात्रा में होता है। इसलिए अगर शाकाहारी भोजन करने वाले लोग पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 युक्त आहार का सेवन न करें तो इसकी कमी होने की संभावना रहती है।

विटामिन बी12 की कमी के मुख्य लक्षण-जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है तो शुरुआती दौर में इसके लक्षण पहचान में नहीं आते। जब लोगों को इससे संबंधित परेशानियां होनी शुरू होती हैं तब जांच कराने के बाद इसकी कमी का पता चलता है। इसलिए इसके लक्षण की जानकारी होनी जरूरी है।

गर्भवती महिलाओं का अस्वस्थ होना-इसकी कमी से गर्भवती महिलाएं प्रायः स्वास्थ्य संबंधित कई तरह की परेशानियां से जूझती रहती हैं। उनका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। इसलिए गर्भकाल के दौरान इसकी जांच जरूर करानी चाहिए।

अधिक तनाव या चिंता करना-जिसको विटामिन बी12 की कमी होती है वे स्वस्थ व्यक्ति की तुलना में तनाव या चिंता से जल्द प्रभावित हो सकते हैं।

आंखों की रोशनी में कमी-अगर आपको यह महसूस होने लगे कि आपको आंखों की रोशनी संबंधित परेशानी हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें, क्योंकि विटामिन बी12 की कमी के कारण भी आंखों से संबंधित विकार भी होते हैं।

भूख की कमी और कब्ज-विटामिन बी12 की कमी के कारण भूख में कमी आती है और कब्ज जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।

विटामिन बी12 की कमी से होने वाली बीमारियां-विटामिन बी12 की कमी से कई बीमारियां हो सकती हैं। इनमें से कुछ बीमारियों का इलाज तो आसानी से कराया जा सकता है, लेकिन कुछ रोग ऐसे भी हैं जो बहुत ही गंभीर होते हैं। इन गंभीर बीमारियों के कारण मरीज को बहुत अधिक परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं।

एनीमिया-विटामिन बी12 से होने वाली कई गंभीर बीमारियों में से एक एनीमिया है। जरूरी बात ये है कि अगर समय पर पता लगाकर जांच नहीं कराया गया तो एनीमिया मरीज के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।

हड्डियों से संबंधित बीमारी-शोध के अनुसार, इसकी कमी से हड्डी से संबंधित कई रोग हो सकते हैं, जैसे कमर और पीठ में दर्द की शिकायत हो सकती है।

डिमेंशिया (विक्षिप्त अवस्था)-वास्तव में, विटामिन बी12 की कमी से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को काफी नुकसान पहुंच सकता है, जिससे कई तरह की मानसिक बीमारियां हो सकती है। ऐसी ही एक बीमारी है डिमेंशिया। यह एक गंभीर बीमारी है जिसमें मरीज की दिमागी हालत ठीक नहीं रहती, और वह सोचने-समझने लायक भी नहीं रहता। रोगी विक्षिप्त अवस्था में भी पहुंच सकता है।

भूलने की बीमारी का कारण विटामिन बी12 की कमी-यह बीमारी विटामिन बी12 की कमी के कारण भी हो सकती है, लेकिन अक्सर देखा जाता है कि ऐसी मानसिक बीमारी को लोग प्रायः गंभीरता से नहीं लेते, जिससे रोगी को बहुत नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को ऐसे लक्षण बार-बार महसूस होने लगे तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

तंत्रिका-तंत्र को स्थाई क्षति-इसकी कमी से तंत्रिका-तंत्र को बहुत अधिक क्षति पहुंच सकती है। डॉक्टर के अनुसार, मरीजों को इससे होने वाले नुकसान को जीवन भर झेलना पड़ सकता है।

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नुकसान-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (एनआईएन) के अनुसार, गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली माताएं, जो पर्याप्त मात्रा में मांसाहारी आहार का सेवन नहीं करती हैं, या केवल शाकाहारी आहार पर ही आश्रित हैं, उनको विटामिन बी12 की कमी हो सकती है। अगर सही समय पर इसकी जांच नहीं कराई गई तो इससे शिशु को भी नुकसान हो सकता है।

महिलाओं में अस्थाई बांझपन-विटामिन बी12 की कमी से महिलाओं को अस्थाई बांझपन की परेशानी हो सकती है। हालांकि यह अन्य कारणों से भी हो सकता है। इसलिए ऐसी स्थिति में जांच कराना जरूरी है।

पेट या क्रॉन रोग-पेट से संबंधित बीमारियां विटामिन बी12 की कमी के कारण भी हो सकता है। इसी तरह क्रॉन रोग के कारण भी शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो सकती है।

सर्जरी के बाद कम हो सकता है विटामिन बी12-एनआईएन के अनुसार, लोग कई प्रकार की सर्जरी कराते हैं जैसे- वजन कम करने के लिए कराई गई सर्जरी या अन्य सर्जरी। कई सर्जरी में कुछ अंगों को शरीर से हटाया जाता है। इसके कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं कम हो जाती हैं, और यह विटामिन बी12 की कमी का कारण बन सकता है। इसलिए ऐसे लोगों सर्जरी के बाद अपने खान-पान पर अधिक ध्यान देना चाहिए।

त्वचा में संक्रमण-विटामिन बी12 की कमी से व्यक्ति की त्वचा बीमार हो सकती है। त्वचा में संक्रमण हो सकता है। घावों को भरने में देरी हो सकती है। इसके साथ-साथ नाखून सहित कई अंगों में पीला-पन सा आने लगता है।

अब आपको विटामिन बी12 की कमी और उसके लक्षण की जानकारी मिल गई है। इसलिए आपके शरीर में इसकी कमी न हो इसके लिए विटामिन बी12 से युक्त आहार का सेवन जरूर करें। ध्यान रहे कि इसके सप्लीमेंट्स के सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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