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अमेरिका के जॉर्जिया राज्य में अक्टूबर को मनाया जाएगा ‘हिंदू हैरिटेज मंथ,जानें क्या है इसमें खास


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नई दिल्ली: दुनियाभर में हिंदू धर्म को मानने वाले लोग मौजूद हैं। इस धर्म के मानने वाले लोगों का कई देश की सरकारें सम्मान करती हैं। इसी क्रम में अमेरिकी राज्य जॉर्जिया ने अपनी प्रगति में हिंदू अमेरिकी समुदाय के योगदान की वजह से अक्टूबर महीने को ‘हिंदू हैरिटेज मंथ’ घोषित किया है।अमेरिका के जॉर्जिया ने राज्य में हिंदू-अमेरिकी समुदाय के योगदान को सम्मान देते हुए अक्टूबर को आधिकारिक रूप से “हिंदू विरासत माह” (Hindu Virasat Maah) घोषित किया है. गवर्नर ने इसकी जानकारी दी.

गवर्नर ब्रायन कैंप ने एक आधिकारिक बयान जारी कर अक्टूबर को ‘हिंदू विरासत माह’ के रूप में मनाने की घोषणा की. इसमें कहा गया कि हिंदू विरासत को उसकी संस्कृति और भारत में निहित विविध आध्यात्मिक परंपराओं को ध्यान में रखते हुये मनाया जाएगा. गवर्नर ने 23 अगस्त को जारी आधिकारिक बयान में कहा कि हिंदू-अमेरिकी समुदाय ने जॉर्जिया के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाकर राज्य की जीवन शक्ति में जबरदस्त योगदान दिया है.

अमेरिकी राज्य जॉर्जिया ने अक्तूबर को आधिकारिक तौर पर हिंदू विरासत माह घोषित किया है। राज्य में हिंदू-अमेरिकी समुदाय के योगदान को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। जॉर्जिया में हिंदू संगठन इसके लिए काफी लंबे समय से मांग कर रहे थे। हिंदुओं के लिए अक्तूबर का महीना काफी खास माना जाता है, इसकी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान भी है, इस महीने में महात्मा गांधी का जन्मदिन दो अक्तूबर को आता है साथ ही इसी महीने में नवरात्रि और दिवाली भी आती है।जॉर्जिया के गर्वनर से उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं का गठबंधन (CoHNA) के सदस्य मिले और उन्हें प्रमाणपत्र सौंपा। इसी के साथ संगठन ने अक्तूबर को हिंदू विरासत माह घोषित करने के लिए जॉर्जिया के गर्वनर ब्रायन केम्प को धन्यवाद दिया। उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं के गठबंधन ने एक्स (ट्विटर) पर घोषणा की कि जॉर्जियाई गवर्नर ब्रायन केम्प ने अक्तूबर को हिंदू विरासत माह के रूप में घोषित किया है।

जॉर्जिया के गवर्नर ब्रायन केम्प ने घोषणा की। उन्होंने कहा कि अक्टूबर का महीना हिंदू संस्कृति और आध्यात्मिक परंपराओं का जश्न मनाते हुए मनाया जाएगा। अक्टूबर में नवरात्रि और दिवाली जैसे प्रमुख हिंदू त्योहार शामिल हैं।साथ ही गठबंधन ने हस्ताक्षरित घोषणा को साझा करते हुए लिखा कि राज्यपाल को हमारा धन्यवाद। कॉलिशन ऑफ हिंदूज ऑफ नॉर्थ अमेरिका (CoHNA) के अनुसार, यह पहल जॉर्जिया पीएसी के हिंदुओं के हमारे दोस्तों के अथक समर्पण से संभव हुई। गवर्नर ब्रायन केम्प ने अक्तूबर को ‘हिंदू विरासत’ माह के रूप में घोषित करते हुए कहा कि हिंदू विरासत को उसकी संस्कृति और भारत में निहित विविध आध्यात्मिक परंपराओं पर ध्यान केंद्रित करके मनाया जाएगा।

जॉर्जिया के गवर्नर ने घोषणा करते हुए कहा- “हिंदू विरासत, संस्कृति, परंपराएं और मूल्यों से जीवन की कई समस्याओं का समाधान मिलता है। यह उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा और चिंतन के स्रोत के रूप में काम करता है, जो मार्गदर्शन के लिए हिंदू धर्म की शिक्षाओं की ओर देखते हैं।”अमेरिका के जॉर्जिया ने राज्य में हिंदू-अमेरिकी समुदाय के योगदान को सम्मान देते हुए अक्टूबर को आधिकारिक रूप से “हिंदू विरासत माह” (Hindu Virasat Maah) घोषित किया है. गवर्नर ने इसकी जानकारी दी. गवर्नर ब्रायन कैंप ने एक आधिकारिक बयान जारी कर अक्टूबर को ‘हिंदू विरासत माह’ के रूप में मनाने की घोषणा की. इसमें कहा गया कि हिंदू विरासत को उसकी संस्कृति और भारत में निहित विविध आध्यात्मिक परंपराओं को ध्यान में रखते हुये मनाया जाएगा. गवर्नर ने 23 अगस्त को जारी आधिकारिक बयान में कहा कि हिंदू-अमेरिकी समुदाय ने जॉर्जिया के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाकर राज्य की जीवन शक्ति में जबरदस्त योगदान दिया है.

संगठन ने जोर देकर कहा कि हिंदू धर्म ने अमेरिका के सांस्कृतिक परिवेश में बहुत योगदान दिया है। यह देखकर संतुष्टि होती है कि जॉर्जिया हिंदू अमेरिकियों और हिंदू धर्म के योगदान को पहचानता है, उसी समय कैलिफोर्निया हमें एसबी403 (एसबी403) के साथ लक्षित कर रहा है। विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका (वीएचपीए), हिंदू छात्र परिषद, हिंदू स्वयंसेवक संघ, सेवा इंटरनेशनल समेत कई संगठन ‘हिंदू विरासत माह’ को मान्यता दिलाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।

America के इस राज्य में घोषित हुआ ‘हिंदू विरासत माह’, विरासत और संस्कृति से प्रभावित हुई सरकार
हिंदू अमेरिकियों की सहयोग को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है.सीएचएनए (कॉयलेशन ऑफ हिंदूज ऑफ नॉर्थ अमेरिका) ने भी इस कदम का स्वागत किया और हिंदू समुदाय को सम्मान देने के लिए गवर्नर कैंप का आभार व्यक्त किया. समूह ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “यह हिंदूज ऑफ जॉर्जिया के हमारे दोस्तों के अथक समर्पण से संभव हुआ. हिंदू धर्म ने अमेरिका के सांस्कृतिक परिवेश में महती योगदान दिया है.”

इस साल की शुरुआत में, जॉर्जिया विधानसभा ने ‘हिंदूफोबिया’ (हिंदू धर्म के प्रति पूर्वाग्रह) की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसके साथ ही यह इस तरह का विधायी प्रस्ताव पारित करने वाला पहला अमेरिकी राज्य बना था.‘हिंदूफोबिया’ और हिंदू-विरोधी कट्टरता की निंदा करते हुए, प्रस्ताव में अमेरिकी समाज के सांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध करने और लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में हिंदू समुदाय के योग, आयुर्वेद, ध्यान, भोजन, संगीत और कला के योगदान का उल्लेख किया गया था.

इसमें आगे कहा गया कि हिंदू धर्म के दुनियाभर में एक अरब अनुयायी हैं। अमेरिका में इसके लगभग 30 लाख अनुयायी हैं। जीवंत हिंदू अमेरिकी समुदाय ने अपने नागरिकों के जीवन को समृद्ध करके जॉर्जिया की जीवन शक्ति में जबरदस्त योगदान दिया है।”हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के अनुसार, हिंदू विरासत माह (एचएचएम) एक वैश्विक आंदोलन है जो हिंदू धर्म को एक परंपरा और मानव समाज में इसके योगदान के रूप में उजागर करता है। हिंदू धर्म दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसके दुनिया भर में एक अरब अनुयायी हैं, लगभग तीन मिलियन संयुक्त राज्य अमेरिका में रहते हैं, जिनका राजनीति में भी काफी योगदान है।

अमेरिका में उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं के गठबंधन (COHNA) ने इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने इसके लिए गवर्नर कैम्प को धन्यवाद दिया। बता दें कि जॉर्जिया असेंबली ने इस साल की शुरुआत में हिंदूफोबिया’ की निंदा की थी। असेंबली ने पहला प्रस्ताव पारित किया था, जिससे वह ऐसा करने वाला पहला अमेरिकी राज्य बन गया।

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