Delhi Flood: दिल्ली के डूबने की वजह पर कोई पर्याप्त उपाय नहीं
नई दिल्ली – दिल्ली बारिश के सीजन में लबालब हो गई है और हर जगह सड़कों पर पानी दिख रहा है। राजधानी में पानी की वजह से कई सड़कें या तो टूट गई हैं या फिर गड्ढे बन गए हैं। कल की रिकॉर्डतोड़ बारिश की वजह से मंत्रियों और सांसदों के घरों तक बारिश का पानी पहुंच गया. आखिर किन वजहों से दिल्ली पानी में डूबी हुई दिख रही है।
नए मास्टर प्लान 2041 पर विचार किया जा रहा है। विचार को एक ड्राफ्ट के माध्यम से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की सदस्यता वाली जीओएम को सौंपा जा चुका है, जो इसके विविध आयामों पर विचार कर रही है। शहरी मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि 2041 में दिल्ली की संभावित आबादी का सही आकलन कर इसमें जल निकासी और जल प्रबंधन का सही तरीका पेश किया जाना चाहिए। लेकिन नए ड्राफ्ट में इसके लिए उचित व्यवस्था नहीं की गई है। विशेषज्ञों ने इसे भविष्य में दिल्ली को अपने ही पानी में डुबाने का प्लान बताते हुए जल निकासी और जल प्रबंधन किए जाने का सुझाव दिया है।
“पहली चीज ये है कि दिल्ली की ड्रेनेज प्लानिंग का मास्टर प्लान 1976 में बना था. तब दिल्ली की आबादी 25 लाख के करीब हुआ करती थी लेकिन यह आबादी बढ़कर 2 करोड़ से ज्यादा हो गई है.” उन्होंने कहा कि उस वक्त का बनाया गया मास्टर प्लान आज कैसे कारगर साबित हो सकता है यह सोचने वाली बात है। आईआईटी को भी यह काम सौंपा गया था।