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बॉलीवुड के खूंखार विलेन अमरीश पुरी बनना चाहते थे हीरो -जाने कुछ किस्से


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मुंबई – बॉलीवुड में बहुत की कम ऐसे स्टार्स होते हैं जिनके निभाए किरदार लोगों के दिलों में घर कर जाते हैं। अमरीश पुरी उन्हीं स्टार्स में से एक हैं। उन्होंने विलेन की भूमिका इस तरह से निभाई कि कोई दूसरा कलाकार उनके आसपास भी नहीं पहुंच पाता था। वह अपने किरदार में जान डाल देते थे.अमरीश पुरी ने 30 साल से भी ज्यादा वक्त तक फिल्मों में काम किया और नकारात्मक भूमिकाओं को इस प्रभावी ढंग से निभाया कि हिंदी फिल्मों में वो बुरे आदमी का पर्याय बन गए.

हर किसी का सपना बॉलीवुड में हीरो बनने का होता है. यही सपना लिए अमरीश पुरी इंडस्ट्री में आए थे. लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था और वो देखते ही देखते बॉलीवुड के सबसे खतरनाक विलेन बन गए. बावजूद इसके अमरीश पुरी (Amrish Puri) को दर्शकों का खूब प्यार मिला.

अमरीश पुरी के बेटे राजीव पुरी ने इंटरव्यू में एक्टर को लेकर खुलासा किया था. राजीव पुरी ने कहा था- ‘मैं बॉलीवुड में आना चाहता था लेकिन उस वक्त इंडस्ट्री की हालत ठीक नहीं थी. इसलिए पापा ने मुझसे कहा था- ‘यहां मत आओ और जो अच्छा लगता है वो करो. तब मैं मर्चेंट नेवी में चला गया था.’ आपको बता दें, अमरीश पुरी ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है जिसमें ‘नसीब’, ‘विधाता’, ‘हीरो’, ‘अंधा कानून’, ‘गदर’, ‘नागिन’ और ‘करण अर्जुन’ के अलावा कई फिल्मों के नाम शामिल है.

पिता अमरीश पुरी के बारे में बताते हुए राजीव पुरी ने कहा कि असल जीवन में वे बेहद अनुशासनप्रिय और वक्त के पाबंद इंसान थे.उनके सिद्धांत बिलकुल स्पष्ट थे.जो बात उन्हें पसंद नहीं आती थी, वो उसे साफ-साफ बोल देते थे. अमरीश रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ बिल्कुल विनम्र रहते थे। उन्होंने कभी किसी को नहीं बताया कि वो कितने मशहूर हैं। इसके अलावा अमरीश पुरी को अपने पोते पोतियों से बेहद लगाव था। वो उनके साथ बहुत खेला भी करते थे.

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