मुंबई – फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर बीजेपी, कांग्रेस और AAP समेत कुछ राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं आई हैं. भूपेश बघेल ने कहा कि पहले भगवान राम और हनुमान की तस्वीरों को तोड़ा मरोड़ा गया. अब फिल्मों के जरिये उनके शब्द भी बदले जा रहे हैं. आदिपुरुष फिल्म के माध्यम से ऐसे शब्द बोले जा रहे हैं, जो घटिया हैं. इनमें आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल हो रहा है. बजरंग बली के किरदार ऐसे शब्द बोल रहे हैं, जो बजरंग दल बोलता है. ये बेहद खराब है और मैं इसकी निन्दा करता हूं.अखिल भारत हिंदू महासभा का आरोप है कि ‘आदिपुरुष’ फिल्म में सनातन धर्म का अपमान किया गया. भगवान राम, हनुमान जी और सीता माता का गलत चित्रण और गलत डायलॉग दिखा कर उन्हें भी अपमानित किया गया. इसलिए ‘आदिपुरुष’ को बैन करने की मांग उन्होंने उठाई है. साथ ही उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने के लिए हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी है.
आम आदमी पार्टी (AAP), कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) सहित अन्य दलों ने भी फिल्मकार ओम राउत की फिल्म में भगवान हनुमान की प्रस्तुति से लोगों की भावनाएं कथित तौर पर आहत करने को लेकर आलोचना की.’आदिपुरुष’ फिल्म की स्टारकास्ट, डायलॉग राइटर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के खिलाफ अखिल भारत हिंदू महासभा ने ये तहरीर दी है. अखिल भारत हिंदू महासभा ने मांग रखी है कि अगर नेपाल में फिल्म ‘आदिपुरुष’ को बैन किया जा सकता है, तो उत्तर प्रदेश सरकार भी फिल्म को बैन करे.पहले दिन फिल्म देखने गए लोगों ने फिल्म को बेहद घटिया करार देते हुए कहा कि ये धर्म और रामायण के साथ मज़ाक है. ऐसा बिलकुल नहीं होना चाहिए.फिल्म को वीएफएक्स प्रभाव और संवाद को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है और ‘लंका दहन’ सहित अन्य दृश्यों में भगवान हनुमान के संवाद को लेकर इसके लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं.
विवाद के बीच बीजेपी की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से अनुरोध किया है कि फिल्म के विवादित दृश्यों और संवादों की दोबारा समीक्षा की जानी चाहिए.उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘माननीय अनुराग ठाकुर जी फिल्म ‘आदिपुरुष’ का हर ओर विरोध हो रहा है. अतः निवेदन है कि इसके विवादित दृश्य और डायलॉग की पुनः समीक्षा की जाए. फिल्म प्रमाणन बोर्ड इस फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट अस्थाई रूप से निलंबित करे. इसके प्रदर्शन पर पुनः समीक्षा तक रोक लगे.’’