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अमेरिका में कुत्तों में दिखी ये रहस्यमयी बीमारी ,जानें बचाव के उपाय


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नई दिल्लीः अगर आपके घर में भी कोई पालतू कुत्ता है तो आपको पता ही होगा कि उनकी देखभाल और स्वास्थ्य का कितना ख्याल रखने की जरूरत पड़ती है। वहीं कुत्तों का अपने घरवालों से लगाव भी बहुत अधिक होता है। ऐसे में इंसानों से कुत्तों और कुत्तों से उनके मालिक में कई तरह की बीमारियों के फैलने का रिस्क भी अधिक होता है।अमेरिका में बीते कुछ समय से ऐसी ही एक बीमारी चिंता का विषय बनी है क्योंकि यह इंसानों के आसपास रहने वाले कुत्तों में देखी जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार यह श्वसन मार्ग से जुड़ी एक बीमारी है जो अमेरिका के कई राज्यों में कुत्तों में देखी गयी है। यहां कई मामलों की पुष्टि की गयी है।

कुत्तों के श्वसन मार्ग या रेस्पिरेटरी सिस्टम पर असर

यह बीमारी कुत्तों के श्वसन मार्ग या रेस्पिरेटरी सिस्टम पर असर डाल रही है और इसी के चलते कुत्तों में लगातार खांसी की समस्या बनी रहती है। हाल के समय में लगातार कई तरह की बीमारियां सामने आ रही हैं। कोरोना महामारी के बाद से ही लोग अपनी सेहत को लेकर काफी सतर्क हो चुके हैं। लोग अब अपनी सेहत का पहले से ज्यादा ख्याल रखने लगे हैं। हालांकि, बीमारियां इंसानों के साथ ही जानवरों को भी अपनी चपेट में ले सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि उनका भी खास ख्याल रखा जाए। हाल के महीनों में अमेरिका के विभिन्न राज्यों में कुत्तों को एक रहस्यमयी बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं।

क्यों बढ़ रही है कुत्तों में रहस्यमयी बीमारी?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुत्तों में इस बीमारी के जो लक्षण दिख रहे हैं वह केनेल खांसी के लक्षणों जैसे हैं। हालांकि, ये बहुत गम्भीर हो सकते हैं। इस रहस्यमय बीमारी से पीड़ितों कुत्तों में खांसी के साथ घुर्घुराहट जैसी आवाज आती है। इसके साथ ही इस तरह के लक्षण भी दिखायी देते हैं-

क्या हैं रहस्यमयी बीमारी के लक्षण?

इस बीमारी के लक्षण केनेल खांसी के समान होते हैं, लेकिन यह ज्यादा गंभीर तरीके से बढ़ती जाती है। इस बीमारी से प्रभावित कुत्तों में सूखी खांसी होती है, जो ‘हॉर्न’ की आवाज की तरह लगती है और इसके साथ ही उन्हें उल्टी भी हो सकती है। इसके अलावा अक्सर नाक से पानी निकलना, हर समय सुस्ती रहना, आंख और नाक से पानी आना, सूजे हुए टॉन्सिल, घरघराहट और भूख की कमी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ज्यादा गंभीर मामलों में, पीड़ित कुत्ते को निमोनिया हो सकता है, जो 24 से 36 घंटों के भीतर उन्हें गंभीर रूप से बीमार कर सकता है।

सावधानियां और इलाज

पशु चिकित्सकों के मुताबिक इन रहस्यमयी बीमारी से पीड़ित कुत्ते नियमित एंटीबायोटिक दवाओं पर प्रतिक्रिया नहीं करते हैं। इसके मामलों की बढ़ती संख्या के बावजूद, बीमारी का सटीक कारण अज्ञात बना हुआ है, जिसकी वजह से इसका इलाज कर पाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में पशुचिकित्सक कुत्ते के मालिकों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही अगर किसी कुत्ते में खांसी, छींक, बहती नाक या आंख या सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत पशु चिकित्सा से संपर्क करने की भी सलाह दे रहे हैं।

कैसे करें बचाव

इस रहस्यमयी बीमारी से अपने कुत्ते को बचाने के लिए उन्हें ऐसी जगह ले जाने से बचें, जहां डॉग पार्क, केनेल और डेकेयर सुविधाएं हों। साथ ही अपने पालतू जानवरों का रेस्पिरेटरी डिजीज के खिलाफ टीकाकरण भी जरूर कराएं। फिलहाल इस बीमारी पर अभी भी शोध जारी है। ऐसे में इस रहस्यमय और खतरनाक श्वसन बीमारी से अपने पेट्स को बचाने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतें।

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