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नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने रद्द की कतर यात्रा -जाने वजह


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नई दिल्ली – ‘प्रचंड’ ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत की बजाय कतर को चुना। नेपाल में ऐसी परंपरा है कि जो भी प्रधानमंत्री बनता है वह अपनी पहली विदेश यात्रा भारत से ही शुरू करता है। लेकिन प्रचंड ने भारत की बजाय कतर की यात्रा को तरजीह दी। इससे पहले कि वे कतर दौरे पर जाते, उन्हें कतर का दौरा ही रद्द करना पड़ा। अपनी सरकार पर मंडरा रहे खतरे के बीच पुष्प कमल दहल को यह यात्रा रद्द करना पड़ी है।

प्रचंड के मीडिया कॉर्डिनेटर सूर्य किरण शर्मा ने सोमवार को कहा, “एलडीसी के पांचवें सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री की कतर यात्रा उनके देश में महत्वपूर्ण राजनीतिक व्यस्तताओं के कारण रद्द कर दी गई है।” इससे पहले, रविवार को विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री प्रचंड शीर्ष कार्यकारी पद संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के रूप में एलडीसी की बैठक में भाग लेने के सिलसिले में कतर की यात्रा करेंगे।

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ की कतर यात्रा देश में कुछ ‘महत्वपूर्ण राजनीतिक कार्यक्रमों’ के चलते रद्द कर दी गई है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। प्रचंड की सरकार पर मंडरा रहे खतरे और आगामी राष्ट्रपति चुनाव के बीच यह फैसला किया गया है। प्रचंड सबसे कम विकसित देशों (एलडीसी) के पांचवें सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए तीन मार्च को कतर रवाना होने वाले थे। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि प्रचंड के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सबसे कम विकसित देशों (एलडीसी) के पांचवें सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कतर जाएगा। प्रचंड के एक सहयोगी ने पुष्टि की कि प्रधानमंत्री ने नौ मार्च को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर देश नहीं छोड़ने का फैसला किया है।

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