अगर दिखते है बॉडी में ये लक्षण, तुरंत जांच कराएं डायबिटीज टेस्ट
मुंबई – आज इस बदलती हुयी लाइफस्टाइल में जहा हमे आसानी से कोई भी चीज कही से भी मिल जाती है। इस फास्टेस्ट ज़माने में गलत खानपान के कारण डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। आज के वक्त में शुगर एक बड़ी बीमारी के रूप में सबके सामने ऊभर कर आ रही है। हर दूसरा इंसान शुगर से पीड़ित हो रहा है। ऐसे में अगर वक्त रहते शुगर पर कंट्रोल ना किया जाए तो ये एक बड़ी बीमारी हो सकती है।
डायबिटीज की समस्या से करोड़ों लोग जूझ रहे है। इस बीमारी की वजह से शरीर के बाकी अन्य अंग भी प्रभावित होते है। डायबिटीज को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन नहीं बन पाता है, तो ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। हालात गंभीर होने पर यह स्थिति व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकती है, इसलिए समय रहते डायबिटीज के लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है। इस बीमारी के लक्षण पैरों पर भी नजर आते है। ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर पैरों की चोट का जोखिम बढ़ जाता है। डायबिटीज होने पर पैरों तक ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे पैर सून्न पड़ जाते हैं और भी कई समस्याएं होती है।
पैरों का अल्सर :
आम तौर पर, पैरों में अल्सर की पहचान त्वचा में दरार या गहरे घाव से होती है। डायबिटीज के मरीजों में अल्सर मुख्य रूप से पैर के निचले हिस्से में पाया जाता है। जिसके कारण त्वचा खराब हो सकती है।
नाखूनों में फंगल इन्फेक्शन :
डायबिटीज के मरीजों में नाखूनों में फंगल इंफेक्शन होने का खतरा भी रहता है। इसमें नाखून का रंग बदल जाना, काला पड़ना या नाखून टेढ़े-मेढ़े होने की दिक्कत भी हो सकती है। कई बार किसी चोट के कारण भी नाखूनों में फंगल इंफेक्शन हो सकता है।
एथलीट फुट :
एथलीट फुट एक फंगल इन्फेक्शन है जिसके कारण पैरों में खुजली, लालिमा और दरारें पड़ जाती है। ये समस्याएं एक या दोनों पैरों में हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क कर दवा लें।
पैरों में दर्द और सूजन :
अगर आप अपने पैरों में लगातार दर्द, झुनझुनी, सुन्नता या जलन महसूस करते हैं, तो ये भी डायबिटीज के लक्षण हो सकते है। पाचन तंत्र, यूरिनरी ट्रेक्ट, रक्तवाहिनियां और दिल की सेहत भी प्रभावित होती है।