हरियाणा भाजपा की दिग्गज नेता व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमला वर्मा का निधन
चंडीगढ़ – हरियाणा की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा की दिग्गज नेता कमला वर्मा, जिनका COVID-19 से उबरने के बाद निजी अस्पताल में काले कवक का इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान ही मंगलवार शाम को उनका 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
हरियाणा भाजपा की पहली महिला अध्यक्ष थीं। तीन बार कैबिनेट मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुकी कमला वर्मा ब्लैक फंगस से पीड़ित थीं। उन्हें 20 मई को स्वजनों द्वारा निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीमारी से बचाव के लिए इंजेक्शन न मिलने का भी परिजन आरोप लगा चुके हैं। बाद में इंजेक्शन उपलब्ध करवाए गए, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं आया।
वर्मा हरियाणा की पहली महिला थी जो आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षक बनी। 27 जून 1975 को उनको सेंट्रल जेल अंबाला में डाला गया। हालांकि इस दौरान वहां महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था भी नहीं थी। कार्यालय का एक कमरा खुलवाकर उसमें बंद कर दिया गया था। डाक्टर. वर्मा आठ जनवरी 1977 तक जेल में रही। गिरफ्तारी के दौरान उनकी उम्र 46 वर्ष थी और 19 माह जेेल में रही। वर्ष-1977, 1987 व 1995 में हुए चुनाव में जीत दर्ज कर कैबिनेट मंत्री बनीं।
डॉ. वर्मा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी व लाल कृष्ण अडवाणी के विचारों से काफी प्रभावित थीं। 27 जून को उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व लाल कृष्ण अडवानी की गिरफ्तारी का समाचार पढ़ा। उसके बाद एमरजेंसी के विरोध में रोष मार्च निकालने में भी वे शामिल थीं। आपको बता दे की कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे फोन पर बात की थी। साथ ही जिले के हालतों के बारे में पूछा था।
उनके निधन पर भाजपा सहित अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने शोक जताया है। सीएम विंडो के एमिनेंट पर्सन गिरीश पुरी ने उनके निधन पर बोले की ” डॉ. कमला वर्मा का निधन जिले के लिए बड़ी क्षति है। जिले के विकास में उनका अहम योगदान रहा है। डा. वर्मा न केवल कुशल राजनीतिज्ञ थी बल्कि समाजसेवा के लिए हमेशा तत्पर रहती थी। “