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शेखर सुमन को मजबूरी में बनना पड़ा माधुरी दीक्षित का ड्राइवर,पत्नी करती थी उनका मेकअप,जानें वज़ह


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मुंबई – शेखर सुमन ने 1 मई से नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही संजय लीला भंसाली द्वारा डायरेक्ट की गई हीरामंडी से जबरदस्त कमबैक किया है. उनके रोल को फैंस और क्रिटिक्स द्वारा पसंद किया जा रहा है. इसी बीच बॉलीवुड बबल को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने एक्टिंग करियर के बारे में बात की. इतना ही नहीं उन्होंने 1980s की एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के साथ काम करने को लेकर भी किस्सा शेयर किया. जब वह इंडस्ट्री में नई थीं. एक्टर ने बताया कि जब वे फिल्म में साथ काम कर रहे थे तो वह माधुरी को बाइक पर पिकअप करने जाते थे.

शेखर सुमन ने माधुरी को लेकर शेयर किया किस्सा

शेखर सुमन ने कहा, ‘उत्सव में देरी हो गई थी और उसके और अनुभव के बीच, एक दिन मुझे एक फोन आया जहां एक निर्देशक मुझे मानव हत्या नामक फिल्म के लिए साइन करना चाहता था, जिसमें मैंने एक पत्रकार की भूमिका निभाई थी. डायरेक्टर ने कहा, पैसे बड़े कम हैं इसमें. उन्होंने मुझे पांच हजार ऑफर किए. हालांकि मैने उत्सव 25 हजार रुपए में साइन कर ली थी और साइनिंग अमाउंट 10 हजार दिए थे. लेकिन जब उन्होंने पांच हजार दिए तो मैं काफी निराश हो गया और उन्होंने कहा कि कोई बड़ी हिरोइन भी नहीं है. उन्होंने बताया कि माधुरी दीक्षित नाम की नई हीरोइन हैं. मैने उनसे मिलवाने के लिए कहा और तब उन्होंने पूछा कि क्या मैं करूंगा तो मैं तैयार हो गया फिल्म के लिए. ‘आगे एक्टर ने कहा, मैने कहा मैं बिल्कुल तैयार हूं. मैने कहा कि जब रेखाजी मेरे जैसे नए हीरो के साथ काम कर सकती हैं तो मैं किसी नई हीरोइन के साथ काम क्यों नहीं कर सकता. इसके बाद हम माधुरी के घर गए और उनसे मिले. उन्होंने बाहर आने में समय लगाया. लेकिन जब मैने उन्हें देखा तो वह सुंदर दिखती थीं. मैंने डायरेक्टर से कहा कि आपकी फिल्म शुरू होने वाली है और मैं यह करूंगा.’

ना मेकअप के पैसे और ना ही लोकेशन और टैक्सी देने के पैसे

शेखर सुमन ने आगे बताया कि प्रोड्यूसर को काफी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा था, जिसके कारण वह माधुरी दीक्षित को बाइक से पिक करते थे। उन्होंने आगे कहा, ”मानव हत्या’ हम दोनों के लिए व्यक्तिगत रूप से दूसरी फिल्म थी, और प्रोड्यूसर ने कहा कि उनके पास लोकेशन के लिए पैसे नहीं हैं और मुझसे पूछा कि क्या मैं शूटिंग के लिए अपना घर उधार दे सकता हूं। बाद में, प्रोड्यूसर के पास माधुरी को लेने के लिए टैक्सी का भुगतान करने के लिए भी पैसे नहीं थे। इसलिए उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं उन्हें ले जा सकता हूं। मैं माधुरी को बाइक पर बिठाकर सेट पर ले जाता था। मेकअप तक के लिए कोई बजट नहीं था, इसलिए मेरी पत्नी को मेकअप करने के लिए कहा गया। माधुरी बहुत प्यारी, भोली-भाली, महाराष्ट्रीयन लड़की थीं। फिल्म किसी तरह पूरी हो गई।

मानव हत्या के लिए मिली सिर्फ इतनी रकम

शेखर सुमन ने बॉलीवुड बबल के साथ बातचीत में बताया, फिल्म उत्सव डिले हो गई थी. इसके बाद उत्सव और अनुभव के बीच में मुझे एक डायरेक्टर का फोन आया. वह मेरे साथ फिल्म मानव हत्या बनाना चाहते थे. इस फिल्म में मैं पत्रकार की भूमिका में था. हालांकि इस फिल्म के लिए उन्होंने मुझे सिर्फ 5000 रुपये ऑफर किए थे. वहीं उत्सव को मैंने 25,000 रुपये में साइन किया था. तब साइनिंग अमाउंट के तौर पर मुझे 10,000 रुपये मिले थे.

तब पहली बार माधुरी से मिले शेखर सुमन

शेखर सुमन ने आगे बताया, उन्होंने मुझे इसके लिए 5000 रुपये ऑफर किए तो मैं थोड़ा निराश हो गया. उन्होंने कहा कि फिल्म में एक नई हीरोइन है जिसका नाम है माधुरी दीक्षित. मैं वह फिल्म करने के लिए तैयार हो गया और माधुरी से उनके घर पर जाकर मिला. उस दौरान वह बहुत खूबसूरत लग रही थीं. शेखर सुमन ने आगे बताया, क्योंकि डायरेक्टर के पास बजट की कमी थी, इसलिए फिल्म के लिए माधुरी को अपनी बाइक पर लेने जाना पड़ा.

शूटिंग के लिए बाइक पर आईं माधुरी

सिर्फ इतना ही नहीं मानव हत्या के निर्माताओं के पास शूटिंग लोकेशन के भी पैसे नहीं थे तो उन्होंने शेखर सुमन का घर किराए पर लिया. शेखर ने बताया, ‘व्यक्तिगत रूप से यह हमदोनों की दूसरी फिल्म थी. निर्माता के पास माधुरी को लेने जाने के लिए टैक्सी के भी पैसे नहीं थे, इसलिए उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं उनको लेने के लिए जा सकता हूं. मैं उनको अपनी बाइक पर लेकर आता था. मेकर्स के पास मेकअप का भी बजट नहीं था तो उन्होंने इसके लिए मेरी पत्नी से संपर्क किया. माधुरी बहुत प्यारी, भोली-भाली महाराष्ट्रीयन लड़की थी. फिल्म किसी तरह पूरी हो गई’.

थिएटर्स में रिलीज नहीं हो पाई थी ‘मानव हत्या’

शेखर सुमन ने आगे फिल्म अनुभव के बारे में भी बात की. उन्होंने बताया, ‘मेरी तीसरी फिल्म अनुभव में माधुरी दीक्षित को कास्ट किया गया था, लेकिन दो दिन बाद उनकी जगह पद्मिनी कोल्हापुके को कास्ट किया गया. वह उस वक्त बहुत बड़ी स्टार थीं और फिल्म सफल रही’। इस फिल्म में माधुरी दीक्षित और शेखर सुमन के अलावा गुलशन ग्रोवर, शरत सक्सेना, श्रीराम लागू और अरविंद देशपांडे थे। लेकिन फिल्म थिएटर्स में रिलीज नहीं हो सकी और इसे बाद में टीवी चैनल पर दिखाया गया था।

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