अमेरिकी ड्रोन से कैसे टकराया रूसी जेट -जाने क्यों?
नई दिल्ली – रूसी एसयू-27 लड़ाकू जेट ने मंगलवार को अमेरिकी सेना के एमक्यू -9 “रीपर” निगरानी ड्रोन के प्रोपेलर को इंटरसेप्ट करके मार गिराया, जिससे यह काला सागर यानी ब्लैक सी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसे अमेरिकी सेना ने इस कृत्य को “असुरक्षित” बताते हुए इसकी आलोचना की है.
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— 🇸🇰 SKmartinTO 🇺🇲 ⚔️ 🇺🇳 (@SKmartinTO) March 16, 2023
रूसी जेट दोबारा युद्धभ्यास शुरू करता है और तेल छोड़ते हुए फिर अमेरिकी ड्रोन के पास से गुजरता है. इसके बाद जेट ड्रोन से टकराता है और इसके बाद फीड कुछ सेकेंड के लए बंद हो जाती है. कैमरा जब दोबारा काम करता है तो फुटेज में प्रोपेलर को फिर से देखा जा सकता है जो अब डैमेज दिखाई देता है. अमेरिका ने दावा किया है कि रूस के फाइटर जेट ने जानबूझकर टक्कर मारकर ड्रोन को नष्ट किया. हालांकि रूस ने इस दावे को खारिज किया है.
विमान ने फिर ड्रोन के प्रोपेलर को टक्कर मार दी, जिससे अमेरिकी सेना को एमक्यू-9 ड्रोन को अंतरराष्ट्रीय जल में नीचे लाना पड़ा. पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक राइडर ने मंगलवार को कहा कि रूसी विमान ने मध्य यूरोपीय समयानुसार सुबह 7 बजे के ठीक बाद टकराने से पहले 30 से 40 मिनट तक ड्रोन के “आसपास” उड़ान भरी.सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी एसयू-27 लड़ाकू विमान द्वारा ब्लैक सी के ऊपर एक अमेरिकी सैन्य ड्रोन को मार गिराए जाने के बाद विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग ने “कड़ी आपत्ति” जताने के लिए रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव को तलब किया है.