रूस-यूक्रेन युद्ध में PM मोदी की हो रही जमकर तारीफ, अब इस पाकिस्तानी लड़की ने PM मोदी को कहा- Thank You
मुंबई – पाकिस्तान भले ही भारत को लेकर नफरत फैलाता रहे, लेकिन भारत मुश्किल वक्त में उसकी और उसके नागरिकों की मदद करने से भी पीछे नहीं हटता. यूक्रेन में कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब एक पाकिस्तानी लड़की को सुरक्षित निकालने में भारतीय दूतावास ने मदद की. इस पाकिस्तानी लड़की ने खुद वीडियो शेयर करके इसकी जानकारी दी है.
वीडियो में लड़की कहती नजर आ रही है, ‘मेरा नाम अस्मा शफीक है और मैं पाकिस्तान से हूं. मैं कीव के भारतीय दूतावास और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने मुझे यहां से बाहर निकालने में मदद की’. जानकारी के मुताबिक, भारतीय अधिकारियों ने अस्मा को युद्धग्रस्त इलाके से सुरक्षित बाहर निकालकर उसे पश्चिमी यूक्रेन भेजने की व्यवस्था की है, ताकि वहां से वो अपने मुल्क लौट सके.
#WATCH | Pakistan's Asma Shafique thanks the Indian embassy in Kyiv and Prime Minister Modi for evacuating her.
Shas been rescued by Indian authorities and is enroute to Western #Ukraine for further evacuation out of the country. She will be reunited with her family soon:Sources pic.twitter.com/9hiBWGKvNp
— ANI (@ANI) March 9, 2022
भारत सरकार यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है. इसके तहत अब तक बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित वापस लाया गया है. इससे पहले भारतीय छात्र अंकित यादव ने भी एक पाकिस्तानी युवती की मदद की थी. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी हमले के बीच यूक्रेन में फंसे अंकित ने न केवल खुद को बचाया बल्कि कीव में पढ़ रही एक पाकिस्तानी लड़की को रोमानियाई सीमा तक पहुंचने में मदद की थी. जहां से उसे पाकिस्तान ले जाया गया.
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के टॉप खुफिया अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका का मानना है कि रूस ने आक्रमण शुरू करने से पहले यूक्रेन के प्रतिरोध की ताकत को कम करके आंका था. उन्होंने कहा कि इस युद्ध में कई रूसियों के हताहत होने की आशंका है. नेशनल इंटेलीजेंस के निदेशक एवरिल हैंस ने कांग्रेस (अमेरिकी संसद) की एक समिति से कहा कि अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्ध में हार नहीं चाहते, लेकिन उनकी जीत संघर्ष के प्रभाव को बढ़ा सकती है. हैंस ने कहा कि अमेरिका ने रूस के परमाणु हथियारों की स्थिति में कोई असमान्य बदलाव नहीं पाया है.