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नए हॉस्टल में शिफ्ट किए जाएंगे गुजरात यूनिवर्सिटी के विदेशी छात्र,नमाज विवाद में अब तक दो अरेस्ट


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नई दिल्लीः गुजरात यूनिवर्सिटी में 16 मार्च की रात को नमाज को खड़े हुए विवाद के बाद विदेशी छात्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे 300 विदेशी छात्रों को NRI हॉस्टल में शिफ्ट किया जाएगा। इस दिशा में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ कैंपस में घुसे बाहरी तत्वों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक इस मामले में दो युवकों को अरेस्ट किया गया है। पुलिस ने 20-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। युवकों के समूह ने हॉस्टल में नमाज पढ़ रहे युवकों को ऐसा करने से रोका था। इसके बाद ही विवाद शुरू हुआ था। पुलिस सामने आए तमाम वीडियो और चश्मदीदों के बयान दर्ज करने के साथ इस मामले की जांच में जुटी हैं। अहमदाबाद पुलिस की तरफ से इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के नौ टीमों का गठन किया गया है।

छात्रों की हालत अब ठीक

पुलिस ने बताया कि 16 मार्च की रात ए-ब्लॉक हॉस्टल में हुई घटना के बाद श्रीलंका और ताजिकिस्तान के दो छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोनों छात्र अब ठीक है।डीसीपी (जोन 7) तरुण दुग्गल ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के तहत दंगा, गैरकानूनी सभा, चोट पहुंचाने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और आपराधिक अतिचार समेत विभिन्न आरोपों में 20-25 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि मामले में दो आरोपियों हितेश मेवाड़ा और भरत पटेल को गिरफ्तार किया गया है।

विदेशी छात्रों को दूसरे हॉस्टल में किया जा रहा शिफ्ट

यूनिवर्सिटी ने तीन दिनों के भीतर विदेशी छात्रों को दूसरे हॉस्टलों यानी की एनआरआई छात्रों के लिए बने हॉस्टलों में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही हॉस्टल ब्लॉक की सुरक्षा मजबूत करने के लिए पूर्व सेना कर्मियों को तैनात करने का निर्णय भी लिया गया है।

वार्डन को बदला गया

गुजरात विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने विदेश में अध्ययन कार्यक्रम के समन्वयक और एनआरआई छात्रावास वार्डन को तत्काल प्रभाव से बदल दिया है। कुलपति नीरजा गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को तीन दिनों के भीतर एनआरआई (अनिवासी भारतीय) छात्रों के लिए बने एक अलग छात्रावास में स्थानांतरित करने का फैसला किया है और सुरक्षा एजेंसियों को अपने छात्रावास ब्लॉकों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए पूर्व सेना कर्मियों को तैनात करने का भी निर्देश दिया है।

मामले की जांच जारी

पुलिस उपायुक्त तरुण दुग्गल ने कहा कि इस मामले की जांच जारी है और टेक्निकल सर्विलेंस के जरिए आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। हमले में घायल श्रीलंका का एक और तजिकिस्तान का एक छात्र फिलहाल अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने 20-25 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। इस घटना की जांच के लिए नौ टीमों का गठन किया गया है। राज्य गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने इस घटना पर पुलिस के साथ बैठक की और इस मामले में कड़ी और न्यायिक कार्रवाई करने के आदेश दिए।

मस्जिद में नमाज को कहा था

पुलिस आयुक्त जी एस मलिक ने बताया था कि करीब 20-25 लोग छात्रावास परिसर में घुसे और विदेशी छात्रों के वहां नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई और उन्हें मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए कहा। इसको लेकर उनके बीच बहस हो गई, छात्रों पर हमला व पथराव किया गया। उन्होंने उनके कमरों में भी तोड़फोड़ की। मलिक ने पत्रकारों से कहा कि पुलिस मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। मलिक ने कहा कि घटना के कई कथित वीडियो भी सामने आए हैं जिनमें लोग पथराव कर रहे हैं और एक वीडियो में एक व्यक्ति विश्वविद्यालय के कर्मचारी को थप्पड़ मारता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस इन वीडियो की सत्यता की जांच कर रही है। गुजरात यूनिवर्सिटी में अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, श्रीलंका और अफ्रीका के छात्रों समेत लगभग 300 विदेशी छात्र पढ़ते हैं। यूनिवर्सिटी के ए-ब्लॉक छात्रावास में लगभग 75 विदेशी छात्र रहते हैं, जहां यह घटना हुई।

क्या था मामला

रमजान में रात के समय उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के छात्र अपने कमरों में नमाज अदा कर रहे थे, जब लोगों के एक समूह ने कथित तौर पर इसका विरोध किया और धार्मिक नारे लगाए। इससे दोनों गुटों के बीच कहासुनी हो गई। मामला बाद मारपीट तक पहुंच गया। इस झगड़े में पांच विदेशी छात्र घायल हो गए। यह घटना गुजरात विश्वविद्यालय के ब्लॉक ए में हुई जहां विदेशी छात्र रहते हैं।

विदेशी छात्र सलाहकार समिति का गठन

गुप्ता ने कहा कि गुजरात विश्वविद्यालय ने एक विदेशी छात्र सलाहकार समिति भी गठित की है, जिसमें विदेश में अध्ययन कार्यक्रम के समन्वयक, कानूनी सेल के सहायक रजिस्ट्रार और विश्वविद्यालय लोकपाल इसके सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की सुरक्षा मजबूत करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।पुलिस उपायुक्त तरुण दुग्गल ने कहा कि घटना में शामिल शेष आरोपियों को पकड़ने के लिए तकनीकी निगरानी और अन्य तरीकों का उपयोग करके जांच चल रही है।

श्रीलंका और ताजिकिस्तान के छात्रों पर हुआ हमला

पुलिस के अनुसार, शनिवार रात को हुई घटना के बाद दो छात्रों – एक श्रीलंका से और दूसरा ताजिकिस्तान से को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 20-25 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत दंगा, गैरकानूनी सभा, स्वेच्छा से चोट पहुंचाने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और आपराधिक अतिचार समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि घटना की जांच के लिए नौ टीमें गठित की गई हैं।

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