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रामायण के ‘लक्ष्मण’ सुनील लहरी को मिला रामलल्ला का न्योता

मुंबई – 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर का भव्य उद्घाटन होने वाला है. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में शामिल होने के लिए कई सेलिब्रिटीज को न्योता दिया गया है. लेकिन रामानंद सागर की ‘रामायण’ में लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले एक्टर सुनील लहरी को इस समारोह में शामिल होने का न्योता नहीं मिला था. में लिखा गया था कि इस वजह से वो नाराज भी थे. लेकिन कुछ दिन पहले टीवी9 हिंदी डिजिटल के साथ की खास बातचीत में सुनील लहरी ने कहा था कि वो भी इस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित हैं.

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हाल ही में सुनील लहरी ने निराशा जाहिर की

न्योता न मिलने पर हाल ही में सुनील लहरी ने निराशा जाहिर की थी, लेकिन अब आखिरकार उन्हें न्योता मिल गया है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के जरिए अपनी खुशी जाहिर की. उन्होंने भगवान और अपने प्रशंसकों का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने प्रार्थना की कि उन्हें निमंत्रण मिलेगा और अब उन्हें निमंत्रण मिल गया है.

खुश हैं ‘रामायण’ के लक्ष्मण

राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने का न्योता मिलने के बाद सुनील लहरी ने कहा,”उनके जन्मदिवस पर उन्हें खुद भगवान राम की तरफ से प्यार भरा तोहफा मिल गया है. वो भी 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले हैं. उनके लिए उनके तमाम फैंस ने राम जी से जो प्रार्थना की थी और वो उन्होंने सुन ली. अब अरुण गोविल (राम) और दीपिका चिखलिया (सीता) के साथ साथ वो भी इस पल को अपनी आंखों से देखने वाले हैं.

राम मंदिर समिति को दिया धन्यवाद

उन्होंने राम मंदिर समिति को धन्यवाद दिया और कहा कि यह जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर है और किसी को दोबारा मौका नहीं मिलेगा. उन्होंने रामानंद सागर को शो में लक्ष्मण का किरदार निभाने की अनुमति देने के लिए धन्यवाद दिया, जिसने अब इतिहास रच दिया है.जब सुनील लहरी से पूछा गया कि क्या कोई लक्ष्मण के रूप में उनकी बराबरी कर पाएगा? उन्होंने कहा, “केवल तभी जब निर्माता रामानंद सागर जैसा प्रदर्शन लाने में सक्षम हो, जिन्होंने मुझे लक्ष्मण को अमर बनाने में मदद की”.बता दें कि सुनील लहरी की कोस्टार दीपिका चिखलिया और अरुण गोविल को पहले राम मंदिर उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया था और केवल उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था. उस समय उन्होंने निराशा जताई थी और उम्मीद जताई थी कि उन्हें भी निमंत्रण मिलेगा. उन्होंने कहा था कि शायद समिति को लगता है कि रामायण में लक्ष्मण का महत्व नहीं है या वे उन्हें पसंद नहीं करते.

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