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राजनीति

I.N.D.I.A. गठबंधन ने किया समन्वय समिति का ऐलान ,13 नेताओं को दी बड़ी जिम्मेदारी


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नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव -2024 में NDA को टक्कर देने के लिए एक मंच पर आए 28 दलों के गठबंधन INDIA की दो दिवसीय महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में हुई. बैठक का शुक्रवार को समापन हुआ. मीटिंग में 13 सदस्यीय समन्वय समिति का ऐलान हुआ है, जिसमें कांग्रेस से केसी वेणुगोपाल, NCP से शरद पवार, DMK से स्टालिन, शिवसेना उद्धव गुट से संजय राउत शामिल हैं.विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) ने शुक्रवार को 13 सदस्यीय समिति बनाई। इसमें कई दलों के प्रमुख नेता शामिल हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों का कहना है कि यह समन्वय समिति ही गठबंधन की सर्वोच्च इकाई के रूप में काम करेगी। सूत्रों ने बताया कि इस समिति में कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन का नाम शाम‍िल हैं।

इसके अलावा समिति में RJD से तेजस्वी यादव, TMC से अभिषेक बनर्जी, AAP से राघव चड्ढा, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से जावेद अली खान, JDU से ललन सिंह, JMM से हेमंत सोरेन, CPM से डी. राजा, नेशनल कॉन्फ्रेंस उमर अब्दुल्ला तो वहीं PDP से महबूबा मुफ्ती हैं.इसके अलावा राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत, आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी. राजा, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती शामिल हैं।

इससे पहले इंडिया गठबंधन ने शुक्रवार को संकल्प लिया कि वे अगला लोकसभा जहां तक संभव होगा मिलकर लड़ेंगे तथा सीटों के तालमेल पर तत्काल काम शुरू किया जाएगा. गठबंधन की बैठक में पारित प्रस्ताव में यह भी कहा गया, सीट बंटवारे का काम इस हाथ दे, उस हाथ ले की सहयोगात्मक भावना के साथ जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा.इसमें जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष ललन सिंह और समाजवादी पार्टी के सांसद जावेद अली खान भी शामिल किए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 30 सितंबर तक सीटों के तालमेल का काम पूरा कर लिया जाएगा।

प्रस्ताव में कहा गया है, हम इंडिया के घटक दल आगामी लोकसभा चुनाव जहां तक ​​संभव हो मिलकर लड़ने का संकल्प लेते हैं. विभिन्न राज्यों में सीट-बंटवारे का काम तुरंत शुरू होगा और लेन-देन की सहयोगात्मक भावना के साथ जल्द से जल्द पूरा किया जाए. विपक्षी दलों ने जल्द ही जनहित से जुड़े मुद्दों पर जनसभाएं आयोजित करने का भी संकल्प लिया है.विपक्षी गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A.) ने कोऑर्डिनेशन कमेटी का गठन कर दिया है. अलग-अलग दलों के 13 नेताओं को कोऑर्डिनेशन कमेटी का मेंबर बनाया गया है. . बता दें कि विपक्षी गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A.) की मुंबई में जारी दो दिवसीय मीटिंग आज आखिरी दिन है. बैठक में तय किया गया है कि I.N.D.I.A. की ओर से सभी कम्युनिकेशन और मीडिया रणनीति और कैंपेन की थीम अलग-अलग भाषाओं में होगी. इसकी थीम जुड़ेगा भारत जीतेगा इंडिया होगी.

इसके अलावा जल्द ही देश के अलग-अलग हिस्सों में साझा पब्लिक रैली की जाएंगी. जनता के मुद्दों पर रैलियां आयोजित होंगी. वहीं, अलग-अलग राज्यों में सीट शेयरिंग की प्रक्रिया फौरन शुरू कर दी जाएगी और गिव एंड टेक की भावना के तहत साझा तरीके से इसे पूरा किया जाएगा. I.N.D.I.A. गठबंधन की बैठक में तय किया गया कि सभी पार्टी मिलकर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी.एक तरफ मुंबई में विपक्ष के 28 दलों के नेता NDA और प्रधानमंत्री मोदी को सत्ता से हटाने के लिए मंथन कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सियासी पिच पर बैक टू बैक दांव चल रहे हैं. 18 से 22 सितंबर के बीच संसद के विशेष सत्र के ऐलान के साथ ही सरकार की ओर से विपक्ष को सोचने पर मजबूर कर दिया कि सरकार करना क्या चाहती है? क्या पूरे देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने जा रहे हैं क्योंकि एक देश एक चुनाव को लेकर सरकार ने बड़ा ऐलान कर दिया है.

गौरतलब है कि सरकार की ओर से वन नेशन, वन इलेक्शन पर कमेटी का गठन कर दिया गया है. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस कमेटी के अध्यक्ष होंगे. वहीं, सूत्रों की मानें तो पूर्व CJI और पूर्व CEC कमेटी के सदस्य हो सकते हैं. कमेटी के अध्यक्ष के ऐलान के कुछ ही देर बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आवास पर पहुंचे और उनसे कमेटी के सदस्यों के नाम पर चर्चा की.सूत्रों की मानें तो विशेष सत्र में सरकार एक देश एक चुनाव पर बिल ला सकती है क्योंकि एक देश एक चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. वो पहले भी कई बार खुले मंच से इसबात का जिक्र भी कर चुके हैं. वैसे भी वन नेशन, वन इलेक्शन का जिक्र भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र में भी है. लेकिन सरकार के कमेटी गठन के साथ ही विपक्ष की ओर से तीखे हमले शुरू हो गए हैं.

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