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Russia-Ukraine crisis : भारत में महंगी होगी कई चीजें – लिस्ट

नई दिल्ली – भारत यूक्रेन को दवा और इलेक्ट्रिकल मशीनरी आदि बेचता है तो दूसरी ओर खाने के तेल से लेकर खाद और न्यूक्लियर रिएक्टर जैसी जरूरी चीजें खरीदता है. जंग शुरू होने पर यह आपसी व्यापार रुक सकता है, जिससे भारत की परेशानियां बढ़ सकती हैं.

यूक्रेन-रूस बॉर्डर (Ukraine-Russia Border) पर लगी हुई हैं. दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ने से दुनिया के ऊपर तीसरे विश्व युद्ध (3rd World War) का खतरा मंडरा रहा है. अब इस जंग का जोखिम सिर्फ पूर्वी यूरोप (Eastern Europe) तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि अमेरिका (US) और भारत (India) तक इसकी आंच में चौतरफा बिकवाली का आलम है. इस तनाव से भारत की इकोनॉमी (Indian Economy) और ट्रेड को ठीक-ठाक नुकसान हो सकता है.

प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ेंगी …
एलपीजी और केरोसिन पर बढ़ेगी सब्सिडी …
पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी बढ़ेंगी …
गेहूं के भी बढ़ सकते हैं दाम …
धातुओं की कीमतें भी बढ़ेंगी

हाल के कुछ वर्षों में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के कारण पूरे भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में काफी इजाफा देखने को मिला है। भारत ने 2021 में ईंधन की कीमतों के मामले में रिकॉर्ड ऊंचाई देखी। यदि रूस-यूक्रेन संकट जारी रहता है, तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि देखने को मिल सकती है। आपको बता दें कि तेल भारत के कुल आयात का लगभग 25 प्रतिशत है। भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी से ज्यादा तेल आयात करता है। तेल की कीमतों में तेजी का असर चालू खाते के घाटे पर पड़ेगा।

रूस पर प्रतिबंधों की आशंकाओं के बीच, पैलेडियम, ऑटोमोटिव एग्जॉस्ट सिस्टम और मोबाइल फोन में इस्तेमाल होने वाली धातु की कीमत हाल के हफ्तों में बढ़ गई है। पैलेडियम का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक देश है।

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