तालिबान नहीं कर पाएगा अमेरिकी हथियारों और विमानों का इस्तेमाल, काबुल छोड़ने से पहले अमेरिका ने किया बड़ा काम
काबुल – अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट से सोमवार देर रात आखिरी अमेरिकी मिलट्री फ्लाइट के उड़ान भरने के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा कर दी है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार तड़के कहा कि अमेरिकी सैनिकों ने काबुल हवाई अड्डे को छोड़ दिया है, जिसके बाद हमारे देश को पूर्ण स्वतंत्रता मिल गई है।
हालांकि अमेरिकी सेना ने काबुल हवाई अड्डे से आखिरी उड़ान भरने से पहले वहां मौजूद कई विमानों, बख्तरबंद गाड़ियों और उच्च तकनीक वाले रॉकेट डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया। इनसकी जानकारी अमेरिकी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है। अमेरिकी सेना के मध्य कमान के प्रमुख जनरल केनेथ मैकेंजी ने कहा कि हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहले से मौजूद 73 विमानों को अमेरिकी सैनिकों ने वहां से रवाना होने से पहले ही तकनीकी तौर पर बेकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि ये विमान फिर कभी उड़ान नहीं भर सकेंगे, कोई भी अब इन विमानों का संचालन नहीं कर सकता है।उन्होंने कहा कि पेंटागन ने 14 अगस्त को एयलिफ्ट अभियान शुरू करने के काबुल एयरपोर्ट पर 6 हजार सैनिकों के दस्ते को तैनात किया था और 70 बख्तरबंद गाड़ियों को तैनात किया था।
इन बख्तरबंद वाहनों को काबुल छोड़ने से पहले बेकार कर दिया गया। इन गाड़ियों की कीमत करीब एक मिलियन डॉलर तक हो सकती है। मैकेंजी ने कहा कि वाहनों का इस्तेमाल फिर कभी किसी के द्वारा नहीं किया सकेगा। बता दें कि करीब 20 साल बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपना सैन्य अभियान खत्म कर दिया है। अफगानिस्तान से सैनिक वापसी की 31 अगस्त की डेडलाइन से पहले 30 अगस्त को ही अमेरिकी सैनिकों की आखिरी खेप ने काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरी। इसके बाद काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान का नियंत्रण हो गया है।