Close
रूस यूक्रेन युद्धविश्व

Russia-Ukraine War: रूसी सैनिक यूक्रेन में चार साल की बच्‍ची को भी नहीं छोड़ा,UN अधिकारी का दावा

नई दिल्ली – रूस (Russia) ने यूक्रेन (Ukraine) पर अपने हमले तेज कर दिए हैं. इस बीच संयुक्त राष्ट्र (United Nation) ने युद्ध के शुरुआती हफ्तों के दौरान रूसी सेना (Russia Troops) को उत्तरी यूक्रेन में मानवाधिकारों के उल्लंघन के दोषी ठहराया है. यूएन ने मंगलवार (18 अक्टूबर) को यूक्रेन पर स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच आयोग के तीन सदस्यों के हवाले से दावा किया कि उन्होंने रूसी सशस्त्र बलों के कब्जे वाले क्षेत्रों में गैरकानूनी कारावास, यातना, दुर्व्यवहार, बलात्कार और अन्य यौन हिंसा के पैटर्न की गहनता से जांच की है.

संयुक्त राष्ट्र की अधिकारी का कहना है कि जंग के दौरान यूक्रेनी महिलाओं का रेप करने के लिए रूसी सैनिकों को वियाग्रा सप्लाई किया जा रहा है. अधिकारी ने ने कहा है कि रूसी सैनिक सिर्फ महिलाओं का ही नहीं, पुरुष और बच्चों के साथ भी ऐसी हरकतों को अंजाम दे रहे हैं.

पिछले कुछ दिनों से तो रूस यूक्रेन पर लगातार हमले कर रहा है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र की एक अधिकारी ने चौंकाने वाली बात कही है. यूएन अधिकारी का दावा है कि यूक्रेनी महिलाओं के साथ रेप करने के लिए रूसी सैनिकों को वियाग्रा की सप्लाई की जा रही है. इतना ही नहीं, रूसी सैनिक महिलाओं के साथ बच्चों और पुरुषों को भी अपना निशाना बना रहे हैं.

रूसी सेना के यूक्रेन के नागरिकों पर अत्याचार को लेकर कई उदाहरण भी दिए. इनमें सबसे परेशान करने वाला उदाहरण के बारे बताते हुए आयोग ने कहा कि कीव क्षेत्र में एक चार वर्षीय बच्चे को एक रूसी सैनिक पर कथित तौर पर अप्राकृतिक यौन उत्पीड़न करने के लिए मजबूर किया गया था. रिपोर्ट में बलात्कार के मामलों के कई अन्य संदर्भ शामिल हैं, जिनमें पीड़ितों की उम्र चार से 80 वर्ष के बीच बताई गई है.

मास्को यौन हमले का इस्तेमाल युद्ध की रणनीति के रूप में कर रहा है. रूसी सैनिकों ने महिलाओं और लड़कियों के साथ उनके घरों में या उन्हें जबरन उनके घरों से ले जाकर सुनसान इलाके में उनके साथ बलात्कार की घटनाओं को अंजाम दिया. ज्यादातर मामलों में इन घटनाओं को पीड़ितों के रिश्तेदारों के सामने ही अंजाम दिया गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाओं, पुरुषों और लड़कियों के खिलाफ यौन हिंसा की अन्य घटनाएं भी दर्ज की गई हैं.

Back to top button