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कमल हासन की वो फिल्म जिसे देखने के बाद प्रेमी जोड़े करने लगे थे सुसाइड,सरकारी संस्थाओं को उठाना पड़ा था कदम

मुंबई – सिनेमा समाज का प्रतिबिंब होता है. कभी-कभी कोई फिल्म ऐसी छाप छोड़ जाती है कि जनता के दिलों- दिमाग पर इसका गहरा असर पड़ता है. 1981 में ऐसी ही एक लव ड्रामा फिल्म आई थी जिसकी कहानी ने दर्शकों का दिल छू लिया था. लेकिन इस फिल्म के क्लाइमैक्स को देखने के बाद प्रेमी जोड़े आत्महत्या करने लगे थे.

फिल्म ‘एक दूजे के लिए’

कई बार फिल्में लोगों पर बहुत गहरा असर छोड़ जाती हैं. आज से 4 दशक पहले एक ऐसी फिल्म आई थी, जिसने लोगों के दिलों पर कब्जा कर लिया था. फिल्म की कहानी से लेकर गानों की खूब तारीफ हुई. लेकिन मूवी का प्रभाव कुछ ऐसा पड़ा कि कपल्स सुसाइड करने लग गए थे. हालत ये हुई कि सरकार को मेकर्स से संपर्क करना पड़ गया था और फिर फिल्म के क्लाइमैक्स को भी चेंज किया गया था. उस मूवी का नाम है ‘एक दूजे के लिए’ .

भारत में हलचल मचा दी थी

ये फिल्म पैन इंडिया स्टार कमल हासन की बॉलीवुड में पहली फिल्म थी और इसने भारत में हलचल मचा दी थी.दरअसल हम बात कर रहे हैं 5 जून 1981 को रिलीज हुई लव ड्रामा फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ की. इस फिल्म में कमल हासन और रति अग्निहोत्री ने लीड रोल प्ले किया था.

के. बालाचंदर के डायरेक्शन में बनी फिल्म

के. बालाचंदर के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ उनकी आइकॉनिक तेलुगु फिल्म ‘मारो चरित्र’ (1978) का हिंदी रीमेक थी, और इसमें कमल के साथ रति अग्निहोत्री ने अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीत लिया था. ये फिल्म इन स्टार्स की बेस्ट फिल्मों में से भी एक है.

अचानक बढ़ गए थे सुसाइड के मामले

‘एक दूजे के लिए’ साल 1981 में रिलीज हुई थी जिसमें कमल हासन और रति अग्निहोत्री ने लीड रोल प्ले किया था. इसके ना सिर्फ गाने चर्चा में रहे बल्कि लीड स्टार्स की दमदार परफॉर्मेंस को भी सराहा गया था. ‘एक दूजे के लिए ‘से कमल हासन ने बॉलीवुड में कदम रखा था, लेकिन इस फिल्म की रिलीज के बाद कपल्स के सुसाइड करने के मामले में तेजी से बढ़ने लगे थे.हालांकि ‘एक दूजे के लिए’ से मेकर्स को कोई उम्मीद नहीं थी और वे मान बैठे थे कि ये बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रहेगी. यहां तक कि इस फिल्म को डिस्ट्रिब्यूटर्स भी नहीं मिल रहे थे. जिसके बाद प्रोड्यूसर ने ही इसका डिस्ट्रिब्यूशन किया था.

क्या है फिल्म की कहानी?

कमल हासन और रति अग्निहोत्री की फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ का निर्देशन के बालाचंदर ने किया था. ये साल 1978 में रिलीज हुई तेलुगु फिल्म Maro Charitra का रीमेक थी. फिल्म की कहानी वासू और रति की लव स्टोरी पर आधारित है, जो अपने प्यार के लिए फैमिली और जमाने से खूब लड़ते हैं. जो अलग-अलग परिवारों से होते हैं और एक दूसरे को दिल दे बैठते हैं. एक दूजे को पाने के लिए ये कई मुश्किलों से लड़ते हैं.फिल्म के क्लाइमैक्स में दोनों पहाड़ से कूदकर अपनी जान दे देते हैं.हालांकि जब ‘एक दूजे के लिए’ सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी तो इसे देखने के लिए थिएटर्स खचाखच भर गए. फिल्म की शानदार लव स्टोरी खासकर क्लाइमेक्स ने दर्शकों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी थी. इस फिल्म को सिनेमाघरों में देखने के बाद लोग आंसू पोछते हुए भी नजर आए थे.

आत्महत्या के खिलाफ जागरूकता फैलाने में मेकर्स के मांगी थी मदद

लल्लनटॉप की रिपोर्ट के मुताबिक कई सरकारी संगठन मेकर्स के पास पहुंचे और आत्महत्या के खिलाफ जागरूकता फैलाने में उनकी मदद मांगने के लिए कई मीटिंग की थी. इन मीटिंग्स में 16 साल की एक्ट्रेस रति को छोड़कर सफभी कलाकारों और क्रू सदस्यों ने भाग लिया था. एक्ट्रेस के पिता उन्हें नकारात्मक विवादों से दूर रखते थे.

सरकारी संस्थाओं को उठाना पड़ा था कदम

‘एक दूजे के लिए’ की सक्सेस के बाद फिल्म विवादों में आ गई. बताया जाता है कि वासू और रति के किरदार से प्रेरित होकर कपल्स अपनी जान देने लगे थे. तेजी से सुसाइड के मामलों में वृद्धि देखने को मिली थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई सरकारी संस्थाओं ने मेकर्स से संपर्क किया और उनसे सुसाइड के खिलाफ जागरुकता फैलाने के लिए मदद मांगी.

मेकर्स को लेना पड़ा था ऐसा फैसला

आत्महत्या मामलों की संख्या बढ़ने के बाद के बालाचंदर (K. Balachander) ने हैप्पी एंडिंग के साथ ‘एक दूजे के लिए’ (Ek Dujje Ke Liye) का एक और वर्जन रिलीज किया. हालांकि, जनता की मांग के चलते उन्होंने ओरिजनल क्लाइमैक्स को जस का तस रखा था. जानकारी के मुताबिक, सिनेमाघरों में रिलीज होने से ‘एक दूजे के लिए’ के पहले निर्देशक ने ये फिल्म राज कपूर को दिखाई थी. उन्होंने फिल्म की बहुत तारीफ की लेकिन वह क्लाइमैक्स से खुश नहीं थे. राज कपूर पहले व्यक्ति थे जिन्होंने के बालाचंदर को फिल्म के क्लाइमैक्स के लिए हैप्पी एंडिंग का सुझाव दिया था.

महान अभिनेता-निर्देशक राज कपूर ने फिल्म की तारीफ की थी

पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक सुसाइड के मामलों में इजाफा होने के बाद, के बालाचंदर ने हैप्पी एंडिंग के साथ फिल्म का एक और वर्जन रिलीज कियी था. हालांकि, जनता की मांग के कारण बालाचंदको ओरिजनल एंडिंग बरकरार रखनी पड़ी थी. एक दूजे के लिए के सिनेमाघरों में रिलीज होने से पहले निर्देशक ने यह फिल्म अपने आदर्श राज कपूर को दिखाई थी. महान अभिनेता-निर्देशक ने फिल्म की तारीफ की थी लेकिन वे भी इसके एंड से खुश नहीं थे. कथित तौर पर, राज पहले थे जिन्होंने बालाचंदर को हैप्पी एंडिंग का सुझाव दिया था. एक दूजे के लिए में माधवी, रज़ा मुराद और राकेश बेदी ने सपोर्टिंग रोल प्ले किया था.

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