x
रूस यूक्रेन युद्धविश्व

रूस पर अमेरिकी बैन से मालामाल हो जाएगा चीन, मिला अरबों का कारोबार


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली – यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद अमेरिका और पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगातार प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। यूक्रेन से जारी जंग के बीच अमेरिका रूसी तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाएगा. व्हाइट हाउस किसी भी वक्त इसका ऐलान कर सकता है. बता दें कि अमेरिकी पाबंदी से दुनियाभर में तेल के दाम बढ़ेंगे. रूसी तेल पर पाबंदी से कच्चा तेल महंगा हो जाएगा.

रूस को सबक सिखाने के इरादे से लगाया गया प्रतिबंध अब अमेरिका (America) पर उल्टा भारी पड़ता दिख रहा है. दरअसल, अमेरिकी प्रतिबंध से रूस के जिन क्षेत्रों में खालीपन आ गया है, उसे भरने के लिए चीन बड़ी ही तेजी से काम कर रहा है. यूक्रेन (Ukraine) पर हमले के बाद अमेरिका ने रूस के वित्तीय ढांचे को ध्वस्त करने के इरादे से कई प्रतिबंध लगा दिए हैं. इसके साथ ही अपनी सरकार का समर्थन करते हुए कई अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भी रूस में अपनी सेवाएं बंद कर दी है. इन में मास्टर और वीजा कार्ड भी शामिल है. अमेरिकी कंपनियों के प्रतिबंध की खास बात ये है कि विदेशी कंपनियों की रूसी सहायक कंपनियों की ओर से जारी कार्ड भी काम नहीं करेंगे. अमेरिकी कंपनियों के इस कदम ने चीनी कंपनियों के लिए रूस में व्यापार नए औसर खोल दिए हैं। इससे चीन को अरबों का लाभ होने की संभावना है।

अमेरिकी कंपनियों का यह कदम अब उसे भारी पड़ता दिख रहा है. दरअसल, रूस सरकार ने वीजा और मास्टरकार्ड (Visa and Mastercard payment systems) की जगह सभी ग्राहकों को चीनी यूनियन पे (UnionPay) कार्ड देने का फैसला किया है. इससे आने वाले दिनों में मास्टर और वीजा कार्ड की सेवा देने वाली कंपनी पूरी तरह से रूस से बाहर हो जाएगी.

दरअसल, मास्टर और वीजा कार्ड ने रूस पर लगाए गए प्रतिबंध में सहयोग करते हुए रूस में 9 मार्च से अपनी सेवाएं बंद करने का ऐलान किया है. इसकी जानकारी 6 मार्च यानी रविवार को रूस के रिजर्व बैंक ने दी . इसके साथ ही रूसी केंद्रीय बैंक ने जानकारी दी है कि इस प्रतिबंध की खबर के बाद कुछ लोकल सेवा प्रदाताओं ने चीनी यूनियन पे अपनाने की बात कही है. हालांकि, रूसी केंद्रीय बैंक ने अपनी ओर से मास्टर और वीजा कार्ड पर प्रतिबंध लगाने से इंकार किया है. बैंक ने कहा है कि ये दोनों कार्ड अपनी एक्सपायरी तक काम करते रहेंगे. इसके साथ ही बैंक ने मास्टर और वीजा कार्ड के प्रतिबंधों का असर कम करने के लिए अपने नागरिकों से प्रतिबंध से पहले ही कैश निकालकर अपने पास रख लेने के लिए कहा है.

रूसी केंद्रीय बैंक ने कहा है कि रूसी बैंकों ने दुनिया के 180 देशों में प्रचलित चीनी यूनियन पे को अपनाने पर विचार कर रहे हैं. रूसी बैंक ने यह भी जानकारी दी है कि बहुत से रूसी बैंक पहले से ही चीनी यूनियन पे कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके अलावा स्बर बैंक और तिनकॉफ बैंक रूस की घरेलू कार्ड प्रदाता मिर पेमेंट सिस्टम और यूनियन पे की मिश्रित कार्ड का इस्तेमाल शुरू कर दिया है.

रूसी केंद्रीय बैंक ने विदेश में फंसे रूसी नागरिकों से ज्यादा से ज्यादा कैश निकलने की सलाह दी है. दरअसल, रूस पर लगाए गए प्रतिबंध के मद्देनजर यूरोप और अमेरिका के ज्यादातर देशों ने रूसी विमान कंपनियों के लिए अपनी एयर स्पेस बंद कर दी है, जिसकी वजह से दुनिया भर में छुट्टी मनाने गए रूसी नागरिक वहीं, फंस कर रहे गए हैं.

Back to top button